ISI Agent Arrested: ISI के लिए जासूसी करने वाले दो संदिग्ध गिरफ्तार, यूपी एटीएस ने की कार्रवाई

ISI Agent Arrested: उत्तर प्रदेश पुलिस का आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) आतंकी संगठनों के सक्रिय एजेंटों के खिलाफ लगातार एक्शन में जुटा है। खासकर पश्चिमी यूपी से कई आतंकी जो कि इस्लामिक स्टेट से जुड़े हुए थे, को दबोचा जा चुका है।

Update: 2023-11-26 12:59 GMT

ISI के लिए जासूसी करने वाले दो संदिग्ध गिरफ्तार, यूपी एटीएस ने की कार्रवाई: Photo- Social Media

ISI Agent Arrested: उत्तर प्रदेश पुलिस का आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) आतंकी संगठनों के सक्रिय एजेंटों के खिलाफ लगातार एक्शन में जुटा है। खासकर पश्चिमी यूपी से कई आतंकी जो कि इस्लामिक स्टेट से जुड़े हुए थे, को दबोचा जा चुका है। इस बीच एटीएस ने एक और बड़ी कार्रवाई की है। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी इंटर सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) के लिए काम करने वाले दो संदिग्ध को पकड़ा है।

दोनों पर आईएसआई के लिए कथित रूप से जासूसी करने के साथ-साथ टेरर फंडिंग का आरोप भी है। एटीएस मुख्यालय की ओर से रविवार को जारी किए गए बयान में इसकी पुष्टि की गई है। बयान के मुताबिक, एटीएस ने पंजाब के भटिंडा के रहने वाले 25 वर्षीय अमृत गिल उर्फ अमृत पाल और गाजियाबाद के भोजपुर थाना क्षेत्र के फरीदनगर निवासी 36 वर्षीय रियाजुद्दीन को गिरफ्तार किया है।

पेशे से ऑटो चालक अमृत गिल को एटीएस ने 23 नवंबर को भटिंडा से अरेस्ट किया था। उसके बाद उसे ट्रांजिट रिमांड पर लखनऊ लाया गया। वहीं, रियाजुद्दीन को पुछताछ के लिए एजेंसी ने अपने मुख्यालय बुलाया था, जहां संतोषजनक जवाब नहीं देने पर उसे गिरफ्तार कर लिया गया।

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पैसों के लालच में की जासूसी

एटीएस के मुताबिक, आईएसआई पैसे का लालच देकर आरोपियों से जासूसी करवाया करती थी। उनसे देश के सैन्य और संवेदनशील ठिकानों के बारे में गोपनीय जानकारी निकलवाई जाती थी। संदिग्ध स्त्रोतों से लेन-देन की सूचना मिलने के बाद छानबीन शुरू की गई तो आरोप सच साबित हुए। आरोपी रियाजुद्दीन के बैंक खाते में मार्च 2022 से अप्रैल 2022 के बीच 70 लाख रूपये भेजे गए। इसे अलग-अलग खातों में ट्रांसफर भी किया गया।

इस मामले में शामिल एक अन्य आरोपी इजहारूल हक फिलहाल बिहार के बेतिया जेल में बंद है। उसे एटीएस रिमांड पर लखनऊ लाएगी। जांच एजेंसी के मुताबिक, इजहारूल और रियाजुद्दीन दोनों की मुलाकात राजस्थान में हुई थी और दोनों वेल्डिंग का काम करते थे। दोनों पंजाब के अमृत गिल को पैसे पहुंचाया करता था। गिल आईएसआई के एजेंट के संपर्क में था और भारतीय सेना से जुड़ी संवेदनशील व गोपनीय जानकारी भेजा करता था।

एटीएस के अधिकारियों ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ कर इनसे जुड़े अन्य संदिग्धों को भी जल्द गिरफ्त में लिया जाएगा। 

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