बाराबंकी रेप केसः आरोपी का परिवार होगा जिला बदर! सुचिता चतुर्वेदी ने उठाई मांग
आयोग की सदस्य सुचिता चतुर्वेदी ने कहा कि ऐसे मामले फास्टट्रैक कोर्ट में चलने चाहिए ताकि 90 दिनों में इसका निर्णय आ जाए जिससे पीड़ित को शीघ्र न्याय मिल सके ।
बाराबंकी : जबसे नाबालिग दलित लड़की के साथ दुष्कर्म के बाद हत्या हुई, तबसे यहाँ हर रोज आना जाना लगा रहता है | आज यहाँ उत्तर प्रदेश बाल संरक्षण आयोग की टीम पहुँची और पीड़ित परिवार से मुलाक़ात कर पूरे मामले की जानकारी ली | आयोग की सदस्य सुचिता चतुर्वेदी ने कहा कि ऐसे मामले फास्टट्रैक कोर्ट में चलने चाहिए ताकि 90 दिनों में इसका निर्णय आ जाए जिससे पीड़ित को शीघ्र न्याय मिल सके | आयोग की सदस्या ने कहा कि जिस लड़के ने ऐसा कृत्य किया है उसके परिवार को भी जिला बदर करना चाहिए |
नाबालिग लड़की
बाराबंकी जनपद के थाना सतरिख इलाके के एक गाँव में 14 अक्टूबर को दलित नाबालिग लड़की के साथ हुई दरिंदगी के बाद से जैसे सभी पार्टियों के नेताओं की दौड़ बाराबंकी कर दी गयी है सभी -अपने पाने स्तर से पीड़ित परिवार के लिए न्याय की बात करते दिखाई देते हैं । इसी क्रम में आज सत्ताधारी स्थानीय भाजपा सांसद के साथ उत्तर प्रदेश बाल संरक्षण आयोग की टीम गाँव पहुंची और मामले की जानकारी पीड़ित परिवार से ली।
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अपराध जघन्य
उत्तर प्रदेश बाल संरक्षण आयोग की सदस्य सुचिता चतुर्वेदी ने बताया कि यह अपराध जघन्य है और वह सरकार से मांग करते हैं कि ऐसे मामले को फास्टट्रैक कोर्ट में चलाये जिससे 90 दिनों के भीतर पीड़ित को न्याय मिल सके । पीड़ित परिवार को जब जल्दी न्याय मिलेगा तो उसका भरोसा न्यायिक व्यवस्था पर बढ़ेगा ।उन्होंने कहा कि इसके लिए आयोग एक जागरूकता अभियान चलाएगा और सभी से अनुरोध है कि वह जहाँ लड़कियों को समझाते है तो लड़कों को भी समझाएं । जिस लड़के ने किया है उसके परिवार को भी जिला बदर करना चाहिए ।
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रिपोर्टर सरफराज वारसी