UP बोर्ड परीक्षाएं 16 मार्च से, कक्ष निरीक्षकों की ड्यूटी का हाल बेहाल, ऐसे में कैसे होगा EXAM!

यूपी बोर्ड परीक्षा गुरूवार (16 मार्च) काे प्रदेश में शुरू होगी। राजधानी में भी 150 एग्जाम सेंटर पर बोर्ड परीक्षा का आयोजन किया जा रहा है। इन सेंटर्स में 39 ऐसे हैं जिन्हें संवेदनशील और अतिसंवेदनशील की श्रेणी में रखा गया है। लेकिन राजधानी का डीआईओएस कार्यालय अभी भी कुंभकरणी नींद सोया हुआ है।

Update:2017-03-15 20:06 IST

लखनऊ : यूपी बोर्ड परीक्षा गुरूवार (16 मार्च) काे प्रदेश में शुरू होगी। राजधानी में भी 150 एग्जाम सेंटर पर बोर्ड परीक्षा का आयोजन किया जा रहा है। इन सेंटर्स में 39 ऐसे हैं जिन्हें संवेदनशील और अतिसंवेदनशील की श्रेणी में रखा गया है। लेकिन राजधानी का डीआईओएस कार्यालय अभी भी कुंभकरणी नींद सोया हुआ है।

बुधवार तक न तो कक्ष निरीक्षकों के परिचय पत्र का वितरण खत्‍म हो पाया है, न ही केद्रों पर प्रश्‍नपत्र पूरी तरह पहुंच पाए हैं। आलम ये है कि विद्यालयों से काउंटर साइन होने के लिए आए कक्ष निरीक्षकों के परिचय पत्र जमीन पर पड़े धूल फांक रहे हैं।

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परिचय पत्र के लिए भटक रहे निरीक्षक

-यूपी बोर्ड परीक्षाएं गुरुवार से यूपी समेत राजधानी के 150 परीक्षा केंद्रों पर होनी हैं।

-लेकिन अभी तक ना तो कक्ष निरीक्षकों के परिचय पत्र बंट सके है और न ही केंद्रों पर लगे सीसीटीवी का कोई आंकड़ा डीआईओएस ऑफिस के पास है।

-इन कमियों और अव्यवस्थाओं के चलते बोर्ड परीक्षा की शुचिता पर सवालिया निशान खड़े हो गए हैं।

-बुधवार को देर शाम तक कक्ष निरीक्षक बने अध्‍यापक डीआईओएस कार्यालय आकर अपने परिचय पत्रों पर काउंटरसाइन करवाते नजर आए।

इसके अलावा कई तो अपनी डयूटी को लेकर जानकारी करते और भटकते भी नजर आए।

क्या कहना है परीक्षा प्रभारी का?

-हालांकि, डीआईओएस कार्यालय में तैनात परीक्षा प्रभारी लोकेश गुप्‍ता ने बताया कि कक्ष निरीक्षकों के आईकार्ड वितरण का कार्य अंतिम चरण में है।

-पहले राजकीय, सहायता प्राप्‍त और निजी कॉलेजों के अध्‍यापकों को कक्ष निरीक्षक बनाने के लिए 6 बिंदुओं पर विद्यालयों से जानकारी मांगी गई थी।

-किसी कारण से जानकारी न मिल पाने पर राजकीय और सहायता प्राप्‍त कॉलेजों के शिक्षकों को पुराने परिचय पत्रों पर ही परीक्षा कराने का आदेश दिया गया।

-इसके अलावा निजी कॉलेजों के अध्‍यापकों का परिचय पत्र काउंटरसाइन के लिए मंगाया गया है, जिसे वितरित किया जा रहा हैं।

स्कूलों ने रिलीव नहीं किए टीचर

डीआईओएस उमेश त्रिपाठी ने बताया कि कक्ष निरीक्षक बने कई अध्‍यापकों को उनके स्‍कूलों से रिलीव नहीं किया गया है।

ऐसी स्थिति में एक कॉमन आर्डर जारी किया गया है, जिसमें कक्ष निरीक्षक बने टीचरों को स्‍वत: कार्यमुक्‍त माना जा रहा है।

-उनसेे अपेक्षा की जा रही है कि वह बुधवार को ही संबंधित केंद्र पर रिपोर्ट कर दें।

-जाेे कक्ष निरीक्षक डयूटी से नदारद मिलेगा उस पर कार्यवाही की जाएगी।

-गौरतलब है कि बार बार आदेश के बावजूद कई विद्यालयों ने कक्ष निरीक्षक बने अध्यापको को कार्यमुक्त तक नहीं किया।

-इसके चलते आनन-फानन में डीआईओएस उमेश त्रिपाठी को ये आदेश जारी करना पड़ा कि जहां अध्यापकों को कार्यमुक्त नहीं किया गया है वो स्वतः कार्यमुक्त माने जाएंगे।

जमीन पर बिखरे पड़े रहे अहम दस्तावेज

-डीआईओएस कार्यालय में बुधवार को अफरा तफरी का माहौल रहा।

-आधी अधूरी तैयारी के साथ गुरूवार को बोर्ड परीक्षा कराने के लिए माध्‍यमिक शिक्षा विभाग किसी तरह खुद को तैयार करता नजर आया।

-इस दौरान परीक्षा से जुड़े अहम दस्‍तावेज और गोपनीय फाइलें जमीन पर धूल खाती नजर आईं।

-यह नजारा डीआईओएस कार्यालय और परीक्षा प्रभारी कक्ष दोनों में देखा गया।

सीसीटीवी महज दिखावा

-डीआईओएस उमेश त्रिपाठी ने बताया कि इस बार उन्‍हीं केंद्रों को परीक्षा केंद्र बनाया गया है, जहां सीसीटीवी कैमरा लगा है।

-लेकिन माध्‍यमिक शिक्षक संघ के प्रादेशिक संयोजक आरपी मिश्र ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र के केंद्रो में बिजली के संकट के चलते और जनरेटर तथा डीजल के लिए बजट के अभाव में सीसीटीवी कैमरा महज दिखावा ही साबित होगा।

-पिछली बार भी यही हुआ था। ऐसेे में परीक्षा की शुचिता पर सवालिया निशान खड़े होना तय है।

व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़े गए केंद्र अधीक्षक

-डीआईओएस उमेेश त्रिपाठी ने बताया कि 150 केंद्रों के परीक्षा केंद्र अधीक्षकों को व्‍हाटसएप ग्रुप पर जोड़ा गया है।

-उनसे पल -पल का अपडेट लिया जाएगा।

-इसके अलावा इस बार सख्‍त दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।

-यदि निजी या सहायता प्रााप्‍त कॉलेजों के प्रबंधक या प्रबंध समिति का कोई सदस्‍य बिना बुलाए केंद्र में प्रवेेश करेगा तो उस पर एफआईआर दर्ज करवाई जाएगी।

-इसके अलावा बुधवार रात में कुछ संवेदनशील केंद्रो का सक्षम अधिकारी द्वारा निरीक्षण भी किया जाएगा।

दो शिफ्ट में होंगे एग्जाम्स

-गुरूवार को परीक्षाएं दो पाली में होगी।

-पहली पाली सुबह 07:30 से 10:45 बजे तक।

-दूसरी पाली दोपहर 2 बजे से शाम 05:15 तक होगी।

-पहली पाली में हाईस्कूल की हिंदी, प्रारंभिक हिंदी और इंटरमीडिएट की सैन्य विज्ञान प्रथम प्रश्नपत्र की परीक्षा होगी।

-दूसरी पाली में इंटरमीडिएट की हिंदी, सामान्य हिंदी प्रथम प्रश्नपत्र की परीक्षा होगी।

रीता सिंह को बनाया गया नोडल अधिकारी

डीआईओइस उमेश त्रिपाठी ने बताया कि जनपद स्तरीय इस कण्ट्रोल रूम के दोनों पालियो का नोडल अधिकारी आंग्ल भारतीय विद्यालय की सह निरीक्षक रीता सिंह को बनाया गया है।कण्ट्रोल रूम के प्रथम पाली के नंबर 9415767850 और दूसरी पाली के नंबर 9415788078 के अलावा रीता सिंह के संपर्क सूत्र 9452494270 पर भी अपनी समस्या और शिकायत दर्ज करवाई जा सकती हैं।

5 सदस्यीय है सचल दल

-परीक्षा के दौरान नकल माफियाओं के मंसूबो को नाकाम करने के इरादे से 8 सचल दलों का गठन किया गया है।

-ये सचल दल राजधानी के 150 परीक्षा केंद्रों का औचक निरीक्षण करेंगे।

-बोर्ड परीक्षाओं के लिए बनाए गए सचल दल 5 सदस्यीय होंगे।

-इसमें डीआईओइस उमेश त्रिपाठी, डीआईओएस द्वितीय धीरेंद्र नाथ सिंह, बीएसए प्रवीण मणि त्रिपाठी, सह विद्यालय निरीक्षक विमलेश कुमार, राजकीय इण्टर कॉलेज निशातगंज के उप प्रधानाचार्य बीए खरे, राजकीय हाई स्कूल बघौली के प्रधानाध्यापक शिव कुमार गुप्ता, राजकीय हाई स्कूल कुरौनी के प्रधानाध्यापक अंजुम ताहिर और राजकीय हुसैनाबाद इंटर कॉलेज के उप प्रधानाचार्य चंद्रभान शुक्ल को सचल दल प्रभारी बनाया गया है।

सुबह 6 बजे सचल दलों को पहुचना होगा कंट्रोल रूम

-बोर्ड परीक्षाओं के दौरान सचल दल प्रभारियों और उनकी टीम के सदस्यों को सुबह 6 बजे कंट्रोल रूम में अनिवार्य रूप से उपस्थित रहनाा होगा।

-इसके बाद सभी टीमें डीआईओएस ने दिए गए निर्देशों के अनुसार गंतव्य क्षेत्र और केंद्रों के लिए रवाना होंगी।

5000 कक्ष निरीक्षक रहेंगे मुस्‍तैद

-डीआईओएस उमेश त्रिपाठी ने बताया कि इस बार राजधानी में 150 परीक्षा केंद्र बनाए गए है।

-इसमें 48 वित्तविहीन और शेष राजकीय और अशासकीय सहायता प्राप्त विद्यालय सम्मलित हैं।

-इन केंद्रों पर 5000 कक्ष निरीक्षकों की तैनाती की गई है।

-ये कक्ष निरीक्षक राजधानी में पंजीकृत एक लाख 6 हज़ार बच्चो की परीक्षा कराएंगे।

-इनमे हाई स्कूल के 57,907 बच्चे शामिल हैं, जिनमें 29615 बालक और 28292 बालिकाएं शामिल हैं।

-इनके अलावा इंटरमीडिएट के 44,754 बच्चे भी शामिल हैं। जिनमें 21,503 बालक और 23,251 बालिकाएं शामिल रहेंगे।

12 सेक्‍टर मजिस्‍ट्रेट करेंगे निगरानी

डीआईओएस उमेश त्रिपाठी ने बताया कि मुख्‍य सचिव राहुल भटनागर द्वारा 6 फरवरी को सभी मंडलों के कमिश्‍नरों और डीएम को पत्र लिखकर यूपी बोर्ड परीक्षा को संपन्‍न करवानेे के लिए राजस्‍व अधिकारियों को बतौर सेक्‍टर मजिस्ट्रे्ट तैनात करने का आदेश हुआ था।इसके तहत 12 सेक्‍टर मजिस्‍ट्रेटों को तैनात किया गया है।

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