UP उपचुनाव: 7 विधानसभा सीटों पर मतदान शुरु, इस दिन आएंगे नतीजे
जिन सातों सीटों पर मतदान हो रहा है, इनमें से 6 सीटें पर सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी काबिज थीं और एक सीट समाजवादी पार्टी के पास रही थी। उपचुनाव के नतीजे 10 नवंबर को आयेंगे।
मनीष श्रीवास्तव
लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा की 7 सीटों पर उपचुनाव के लिए मंगलवार को मतदान शुरू हो गया है। इस उपचुनाव में निर्दलीय समेत कुल 88 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला आज शाम 6 बजे तक ईवीएम में दर्ज हो जायेगा। जिन सातों सीटों पर मतदान हो रहा है, इनमें से 6 सीटें पर सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी काबिज थीं और एक सीट समाजवादी पार्टी के पास रही थी। उपचुनाव के नतीजे 10 नवंबर को आयेंगे।
इन मुद्दों को विपक्ष ने बीजेपी के खिलाफ बनाया हथियार
मतदान से पहले प्रचार करते समय जहां विपक्षी दलों ने हाथरस कांड समेत कई अन्य मामलों को लेकर सत्तारूढ भाजपा को दलित विरोधी तथा ब्राहम्ण विरोधी होने का आरोप लगा कर कानून-व्यवस्था पर घेरने का प्रयास किया तो वहीं राज्यसभा चुनाव के दौरान हुए सियासी घटनाक्रम का लाभ उठाते हुए भाजपा ने सपा और बसपा की जोड़-तोड़ की राजनीति की भी जमकर लानत-मलानत की।
ये भी पढ़ें: बड़ी चेतावनी हो जाएं सावधानः अगले दो साल रहेगा कोरोना, डब्ल्यूएचओ का एलान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ताबड़तोड़ जनसभाएं की
उपचुनाव के प्रचार के लिए जहां सपा मुखिया अखिलेश यादव व बसपा सुप्रीमों मायावती नहीं निकले तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ताबड़तोड़ जनसभाए की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने बीते शनिवार को जौनपुर और देवरिया की चुनावी सभाओं में लव जिहाद के खिलाफ कानून लाने का एलान कर मतों के ध्रुवीकरण की कोशिश की। भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद द्वारा प्रत्याशी उतारे जाने से उपचुनाव में पहली बार दलित मतदाताओं पर उसकी पकड़ का परीक्षण भी होगा।
कोविड-19 प्रोटोकाल के तहत सुरक्षित मतदान की तैयारी
यूपी के मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ला के मुताबिक उपचुनाव वाली सातों सीटों पर निष्पक्ष, शांतिपूर्ण और कोविड-19 प्रोटोकाल के तहत सुरक्षित मतदान के लिए सभी तैयारी की गई है। सोशल डिस्टेसिंग का पालन करवाने के लिए हर पोलिंग बूथ पर केवल 1000 मतदाताओं को ही मतदान करवाया जायेगा। हर मतदान केन्द्र पर सहायक पोलिंग बूथ भी बनाए गए हैं। कोरोना संक्रमित, बुजुर्ग और दिव्यांगजनों को पोस्टल बैलेट से मतदान करने की सुविधा के तहत ऐसे मतदाताओं के पास मतदान कर्मी स्वयं जाएंगे और उनका वोट संकलित करेंगे।
कुल 88 उम्मीदवार मैदान में
उपचुनाव वाली सातों सीटों पर निर्दलीय समेत कुल 88 उम्मीदवार मैदान में हैं। इनमें सबसे ज्यादा 18 प्रत्याशी बुलंदशहर सीट पर हैं। जौनपुर जिले की मल्हनी सीट पर 16 उम्मीदवार आमने-सामने हैं. अमरोहा जिले की नौगांव-सादात सीट और देवरिया सीट पर 14-14 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। इसके अलावा फिरोजाबाद की टूंडला और उन्नाव की बांगरमऊ सीट पर 10-10 उम्मीदवार मैदान में हैं, जबकि कानपुर की घाटमपुर विधानसभा सीट पर सबसे कम 06 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं। भाजपा, सपा, कांग्रेस और बसपा जैसे प्रमुख दलों के अलावा कुछ सीटों पर शरद पवार की राकांपा और औवैसी की ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन ने भी अपने प्रत्याशी उतारे हैं।
ये भी पढ़ें: फिर गरजे रक्षामंत्रीः बोले भारत का है गिलगित, बाल्टिस्तान समेत पूरा PoK
आगामी विधानसभा चुनाव का सेमीफाइनल माने जा रहे इन उपचुनावों में सबसे ज्यादा प्रतिष्ठा भाजपा व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की लगी हुई है। सात सीटों में से 06 भाजपा के कब्जे वाली होने के कारण भाजपा सातों सीटों पर कब्जा करके योगी सरकार की कामयाबी और लोकप्रियता पर जनता की मुहर लगवाना चाहती है। इधर विपक्षी दलों की कोशिश है कि भाजपा के विजय रथ को रोक लिया गया तो आगामी विधानसभा चुनाव में उसके खिलाफ माहौल बनाने और घेरने में आसानी होगी।