UP Cabinet: योगी आदित्यनाथ बहुत जल्द कर सकते हैं मंत्रिमंडल विस्तार

UP Cabinet: उत्तर प्रदेश में कैबिनेट रैंक के तीन मंत्रियों की मृत्यु के बाद निकट भविष्य में कैबिनेट विस्तार के बारे में अटकलें जोर पकड़ रही हैं।

Written By :  Ramkrishna Vajpei
Published By :  Shivani
Update: 2021-05-25 06:31 GMT

एक कार्यक्रम के दौरान सीएम योगी के साथ डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य (फाइल फोटो: सोशल मीडिया)

UP Cabinet: कोविड -19 की दूसरी लहर (Coronavirus Second Wave) में उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में कैबिनेट रैंक के तीन मंत्रियों की मृत्यु के बाद निकट भविष्य में कैबिनेट विस्तार (Cabinet Expands) के बारे में अटकलें जोर पकड़ रही हैं। ऐसी संभावना जताई जा रही है कि जून के पहले पखवारे में मंत्रिमंडल विस्तार में कुछ नये चेहरों को जगह दी जा सकती है और कुछ नकारा मंत्रियों की छुट्टी भी की जा सकती है।

सूत्रों के मुताबिक हाल में संपन्न हुए पंचायत चुनाव में तमाम मंत्रियों की नकारात्मक परफार्मेंस को पार्टी हाई कमान ने गंभीरता से लिया है जिसके चलते पार्टी को नुकसान उठाना पड़ गया है। हाईकमान 2022 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले सरकार की छवि को सुधारने के लिए यह फेरबदल कर रही है।

सूत्रों का यह भी कहना है कि व्यक्तिगत रूप से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की छवि केंद्रीय नेतृत्व के सामने एक मेहनती और ईमानदार मुख्यमंत्री की है लेकिन कोरोना काल में और पंचायत चुनाव के दौरान तमाम मंत्रियों की की निष्क्रियता से सरकार और पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचा है। कोरोना संकट काल में योगी आदित्यनाथ की सक्रिय कार्यशैली से उनका कद बड़ा हुआ है।

योगी कैबिनेट में 3 मंत्रियों की मौत

गौरतलब है कि कोरोना की लहर में होमगार्ड एवं परिवार पेंशन मंत्री चेतन चौहान, तकनीकी शिक्षा मंत्री कमला रानी और राजस्व एवं बाढ़ नियंत्रण मंत्री विजय कश्यप ने हाल ही में जानलेवा संक्रमण के कारण दम तोड़ दिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने फिलहाल अन्य मंत्रियों को मृतकों का अतिरिक्त प्रभार दिया है।


गत दिवस प्रदेश के एक वरिष्ठ मंत्री की केंद्रीय गृहमंत्री से हुई मुलाकात और पिछले हफ्ते आईएएस से नेता बने एके शर्मा और सीएम योगी के बीच हुई मुलाकात ने भी अटकलों को बल दिया। भूमिहार शर्मा, जिन्होंने प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के साथ काम किया था, भाजपा में शामिल हो गए थे और बाद में एमएलसी चुने गए थे। माना जा रहा है कि अगले फेरबदल में उन्हें कैबिनेट में प्रमुख जगह दी जाएगी। इसके अलावा प्रदेश के नंबर दो की रैंक के एक वरिष्ठ मंत्री को संगठन में लाया जा सकता है।

यूपी कैबिनेट में 56 मंत्री थे, चार पद रिक्त

विधानसभा में 403 सदस्यों के साथ, उत्तर प्रदेश में कैबिनेट, स्वतंत्र और राज्य के मंत्रियों सहित 60 मंत्री हो सकते हैं। इससे पहले 56 मंत्री थे, जिनमें चार पद रिक्त थे। तीन मंत्रियों के निधन के साथ ही योगी अब संवैधानिक दायित्व को पूरा करने के लिए सात और मंत्रियों को समायोजित कर सकते हैं।
पार्टी सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री एक छोटा विस्तार कर सकते हैं और शुरुआती बातचीत शुरू हो गई है। अब, योगी जी को फैसला करना होगा कि वह इस महीने के अंत तक या जून की शुरुआत में विस्तार चाहते हैं। सूत्रों का यह भी कहना है कि वैसे तो तमाम भाजपा नेता मंत्रिमंडल विस्तार में जगह पाने के लिए इच्छुक हैं लेकिन इस बार मौका नये चेहरों को मिलने की संभावना है।

इससे पहले जनवरी में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी मोदी सरकार की योजनाओं को लागू करने में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रदर्शन की सराहना कर चुके हैं। नड्डा ने उसी समय आने वाले दिनों में संभावित कैबिनेट फेरबदल के बारे में व्यापक संकेत दिए। उन्होंने कहा था कि संगठन को मजबूत करने के लिए कैबिनेट में कुछ लोगों की भूमिका में बदलाव हो सकता है।
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