UP Congress President: 8 अक्टूबर को बृजलाल खाबरी कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष का ग्रहण करेंगे कार्यभार, 6 प्रांतीय अध्यक्ष भी लेंगे चार्ज
UP Congress President: ब्रजलाल को कांग्रेस आलाकमान ने 1 अक्टूबर को प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया था।
UP Congress President: कांग्रेस के नए प्रदेश अध्यक्ष बृजलाल खाबरी 8 अक्टूबर को अपना कार्यभार ग्रहण करेंगे. खाबरी 8 को लखनऊ पहुंचेंगे और प्रदेश कार्यालय पर अपनी कुर्सी संभालेंगे. उनके साथ नवनिर्वाचित सभी 6 प्रांतीय अध्यक्ष भी अपना कार्यभार ग्रहण करेंगे. इसके बाद राजनीतिक कार्यक्रम क्या कुछ होंगे उस पर चर्चा होगी और नए सदस्यों को पार्टी से जोड़ने की रणनीति बनाई जाएगी. ब्रजलाल को कांग्रेस आलाकमान ने 1 अक्टूबर को प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया था. उनके साथ 6 प्रांतीय अध्यक्ष भी बनाए गए हैं जो पार्टी और संगठन का अलग-अलग क्षेत्रों में कार्य देखेंगे और खाबरी की मदद करेंगे.
ब्रजलाल खाबरी जालौन के पूर्व सांसद रह चुके हैं. 2016 में वह बहुजन समाज पार्टी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए थे और तब से कांग्रेस में कार्य कर रहे हैं. कांग्रेस आलाकमान ने उन्हें अब 2024 के चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश की बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है. इसमें जातीय समीकरण का भी पूरा ध्यान रखा गया है. बृजलाल खाबरी जहां दलित समाज से आते हैं, वहीं बसपा सरकार में पूर्व मंत्री रह चुके नसीमुद्दीन सिद्दीकी और नकुल दुबे को प्रांतीय अध्यक्ष बनाया गया है. इस तरह से बसपा के पूर्व तीन बड़े नेताओं को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष और प्रांतीय अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई है. इसके आलावा भूमिहार समाज से आने वाले से वाराणसी से पूर्व विधायक अजय राय, ओबीसी समाज से वीरेंद्र चौधरी, अनिल यादव के साथ ही योगेश दीक्षित को प्रांतीय अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। कांग्रेस आलाकमान ने यूपी की नई टीम में दलित, ब्राह्मण, भूमिहार और ओबीसी नेताओं को जिम्मेदारी सौंप कर जातीय संतुलन बिठाने का कार्य किया है, कांग्रेस की नजर 2024 के लोकसभा चुनाव पर है और यही वजह है उत्तर प्रदेश के लिए नई टीम की घोषित हो गई है. अब प्रदेश कार्यकारिणी के साथ जिला संगठन तक मजबूत करने का कार्य होगा.
राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनाव प्रक्रिया के बीच प्रदेश अध्यक्ष का ऐलान
कांग्रेस आलाकमान सोनिया गांधी ने राष्ट्रीय अध्यक्ष की चुनाव प्रक्रिया के बीच उत्तर प्रदेश कांग्रेस के नए अध्यक्ष घोषित कर यह मैसेज दे दिया है कि उत्तर प्रदेश पर उनका खास त फोकस है. क्योंकि उन्हें अच्छी तरह मालूम है बिना उत्तर प्रदेश में अपनी जमीन वापस पाए वह केंद्र की सत्ता हासिल नहीं कर सकती हैं.