अब यूपी के शिल्पकार होंगे हाईटेक, UPID सिखाएगी ऑनलाइन मार्केटिंग के फंडे
लखनऊ: यूपी के शिल्पकार अब हाईटेक होने जा रहे हैं। अब उन्हें अपने तैयार प्रोडक्टस को इंटरनेशनल लेवल पर प्रमोट करने और बेचने के लिए किसी बिचौलिये की जरूरत नहीं होगी। अब वह सीधे राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय बाजार से जुड कर अपने प्रोडक्टस को सीधे बेच पाएंगे। इसके लिए सूबे के यूपी इंस्टीटयूट ऑफ डिजाइन(यूपीआईडी) ने शिल्पकारों को प्रशिक्षण देना का फैसला किया है।
2019 से शुरू होंगे कोर्सेज
यूपीआईडी की चेयरमैन शिप्रा शुक्ला ने बतया कि यूपी सरकार प्रदेश के सभी प्रकार के शिल्पकारों के प्रोडक्ट को इंटरनेशनल लेवल पर कंपीट करने और उसे उसी हिसाब से तैयार करने के लिए एक पहल करने जा रही है। प्रदेश सरकार सूबे की राजधानी में एनआईएफटी(निफ्ट) की तर्ज पर ही उत्तर प्रदेश इन्स्टीट्यूट आफ डिजाइन(यूपीआईडी) के माध्यम से इस पहल को अंजाम देने जा रही है।
इस संस्थान के जरिए विश्व स्तर पर हो रहे बदलावों और घरेलू बाजार में नई पीढ़ी की पसंद के अनुरूप प्रोडक्ट को तैयार करने और उनके डिजाइन में इस प्रकार से बदलाव करने का काम कर रहा है कि पुरानी धरोहर भी संरक्षित रहे और नई अपेक्षाए भी पूरी हो सकें।इसके लिए शिल्पकारों का एक समूह बनाकर उनसे भारतीय शिल्प के लिए नए डिजाइन लिए जा रहे हैं। अब इनके प्रोडक्ट को इंटरनेशनल लेवल पर प्रोजेक्ट करने और वहां के मार्केट से सीधे जोड़ने के लिए आनलाइन मार्केटिंग के गुण सिखाए जा रहे हैं। यह काम 2019 से शुरू हो जाएगा।
प्रवेश के लिए होगी परीक्षा
यूपीआईडी चेयरमैन शिप्रा शुक्ला ने बताया कि इस समूह में उन शिल्पकारों को चयनित किया जाएगा, जो एक छोटी सी प्रवेश प्रक्रिया को पास कर लेंगे। यह संस्थान आने वाले समय में गुणवत्ता और अधुनिकता के मामले में निफ्ट को कड़ी टक्कर देगा। प्रदेश के जिन जनपदों के प्रोडक्ट वहां की पहचान बन सकते हैं, उन्हें उसी रूप में आगे बढ़ाया जाएगा।
इंटरनेशनल लेवल पर होगा सम्मेलन, तकनीक एक्सचेंज पर होगा फोकस
चेयरमैन शिप्रा शुक्ला ने बताया कि एक एक्सचेंज प्रोग्राम आयोजित किया जाएगा, जिसमें शिल्पकारों को अन्य देश के शिल्पकारों से मिलवाया जाएगा। इसके अलावा एक दूसरे की तकनीक की बारीकियों को भी समझने का मौका उपलब्ध करवाया जाएगा। ताकि हमारे शिल्पकार इंटरनेशनल मार्केट के लिए प्रोडक्ट बनाकर उन्हें सीधे बेंच सकें। अगर कोई शिल्पकार अपना स्टार्टअप लगाना चाहेगा तो उसे भी मदद दी जाएगी।
एप के जरिए सिखाई जाएगी मार्केटिंग
चेयरमैन शिप्रा शुक्ला ने बताया कि एक एप को डेवलप किया जा रहा है। जिसके माध्यम से शिल्पकारों को जानकारियां और डिजाइन एक ही प्लेटफार्म पर मिल सके। इसके अलावा उनके द्वारा बनाए नए डिजाइन को आनलाइन प्रमोट भी किया जा सके। इस एप को शिल्पकार फ्रेंडली बनाया जाएगा।