अमित शाह ने दिया जीत का गुरु मंत्र: सपा-बसपा के वोट बैंक में सेंध लगाने की रणनीति, काशी और अयोध्या को मुद्दा बनाने की तैयारी

UP Election 2022: प्रदेश में भाजपा की चुनावी संभावनाओं को मजबूत बनाने की कोशिश में जुटे केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मंगलवार को काशी में पार्टी पदाधिकारियों को विपक्ष की किलेबंदी तोड़ने के लिए गुरु मंत्र दिया।

Written By :  Anshuman Tiwari
Published By :  Chitra Singh
Update: 2021-12-29 04:54 GMT

अमित शाह लखनऊ में 

 

UP Election 2022: पूर्वांचल में मंगलवार को हुई बारिश के बाद मौसम तो सर्द हो गया है मगर विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सियासी तपिश भी बढ़ती जा रही है। प्रदेश में भाजपा की चुनावी संभावनाओं को मजबूत बनाने की कोशिश में जुटे केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah varanasi) ने मंगलवार को काशी में पार्टी पदाधिकारियों को विपक्ष की किलेबंदी तोड़ने के लिए गुरु मंत्र दिया। पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक (BJP Office Bearers Meeting) में शाह ने पूर्वांचल की प्रमुख सीटों पर मंथन किया। इस दौरान उन्होंने पार्टी पदाधिकारियों को सपा (SP Vote ) और बसपा के वोट बैंक (BSP vote bank) में सेंध लगाने की रणनीति पर काम करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा काशी (kashi vidhan sabha) और अयोध्या (ayodhya vidhan sabha) को विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) का मुद्दा बनाने का भी निर्देश भी दिया।

गृह मंत्री शाह ने हरहुआ स्थित एक लॉन में करीब दो घंटे तक चली बैठक के दौरान प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर पार्टी पदाधिकारियों के साथ गंभीर मंथन किया। सर्किट हाउस में प्रदेश के दो उपमुख्यमंत्रियों केशव प्रसाद मौर्य, डॉ दिनेश शर्मा और अन्य मंत्रियों के साथ हुई बैठक के दौरान शाह ने प्रदेश में चल रहे चुनाव प्रचार और चुनावी तैयारियों के संबंध में फीडबैक भी लिया। बाद में गृहमंत्री ने संकटमोचन मंदिर जाकर बजरंगबली का आशीर्वाद भी लिया। खराब मौसम के कारण मंगलवार को गृह मंत्री की ज्ञानपुर के जीआईसी मैदान में होने वाली जनसभा निरस्त कर दी गई थी।

बूथ स्तर तक सक्रियता बढ़ाने का निर्देश

विधानसभा चुनाव के मद्देनजर पूर्वांचल का सियासी पारा लगातार चढ़ता जा रहा है। पूर्वांचल में भाजपा की चुनावी जीत तय करने के लिए गृह मंत्री शाह ने काशी और गोरखपुर क्षेत्र के पदाधिकारियों को काशी और अयोध्या के मुद्दे को विधानसभा चुनाव के केंद्र में लाने की सलाह दी। गृह मंत्री ने कहा कि बूथ स्तर के कार्यकर्ता के साथ संपर्क बढ़ाना होगा। इसके साथ ही दलित व पिछड़ा समाज से जुड़े कार्यकर्ताओं को सक्रिय बनाकर सपा-बसपा के वोट बैंक में सेंध लगानी होगी।

अमित शाह की रैली (फाइल फोटो- सोशल मीडिया)

गृह मंत्री ने कहा कि बसपा पहले से कमजोर हो चुकी है और उसका बेस वोट बैंक भी उसके हाथ से खिसकता जा रहा है मगर इस वोट बैंक को हासिल करने के लिए पूरा जोर लगाना होगा। उन्होंने पर केंद्र और प्रदेश सरकार के काम व हिंदुत्व के मुद्दे पर धारदार तरीके से काम करने का निर्देश दिया।

भाजपा से नाराज लोगों को मनाने पर जोर

उन्होंने सोशल मीडिया व बूथ स्तर तक चर्चा के जरिए सपा को भी झटका देने की बात कही। उन्होंने हर विधानसभा क्षेत्रों में रैलियों का आयोजन करके आम लोगों को भाजपा से जोड़ने पर जोर दिया। इसके साथ ही उन्होंने पार्टी से नाराज लोगों को मनाने और उन्हें उचित सम्मान देने की भी सलाह दी। उन्होंने प्रत्याशियों के चयन में जातीय समीकरण का भी पूरा ध्यान रखने को कहा। उन्होंने कहा कि विभिन्न जातियों में बूटे लोगों को भाजपा के साथ एकजुट करने की रणनीति पर काम करना जरूरी है।

सीटों को तीन श्रेणियों में बांटकर होगी तैयारी

उन्होंने कहा कि काशी और गोरखपुर क्षेत्र की सभी सीटों की सूची बनाई जाए और उससे ए, बी और सी तीन कैटगरी में बांटकर चुनाव प्रचार में जुट जाएं। शाह ने कहा कि ए कैटगरी में ऐसी सीटों को रखा जाए जहां पार्टी की जीत तय है। बी श्रेणी में ऐसी सीटें रखी जाएं जहां पर पार्टी को लड़ाई लड़नी है जबकि सी श्रेणी में ऐसी सीटें रखी जाएं जहां पार्टी अभी कमजोर स्थिति में नजर आ रही है। उन्होंने कहा कि इन तीन श्रेणियों में सीटों को बांटकर पार्टी की ओर से काम शुरू किया जाना चाहिए।

अमित शाह (फाइल फोटो- सोशल मीडिया)

एससी और ओबीसी में पैठ बढ़ाएगी पार्टी

पार्टी के प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल ने भी पदाधिकारियों को एससी-एसटी और ओबीसी वर्ग में पार्टी की पैठ बढ़ाने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि इन दोनों वर्गों से जुड़ी महिला लाभार्थियों से संपर्क स्थापित करने का अभियान शुरू किया जाना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने केंद्र व प्रदेश सरकार की योजनाओं का व्यापक प्रचार करने का भी निर्देश दिया।

बैठक में उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, केंद्रीय मंत्री डॉक्टर महेंद्र नाथ पांडे, कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल नंदी, सिद्धार्थ नाथ सिंह, अनिल राजभर, सांसद रीता बहुगुणा जोशी, संगम लाल गुप्ता, विनोद सोनकर, जगदंबिका पाल, कैबिनेट मंत्री सूर्य प्रताप शाही व स्वामी प्रसाद मौर्य, दारा सिंह चौहान, प्रदेश सह प्रभारी सुनील ओझा, चुनाव प्रभारी सरोज पांडे और प्रदेश उपाध्यक्ष लक्ष्मण आचार्य भी मौजूद थे।

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