UP Election 2022: अमेठी विधानसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी डॉ संजय सिंह ने किया नामांकन

UP Election 2022: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में अमेठी विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी डॉक्टर संजय सिंह ने आज नामांकन दाखिल किया। इस दौरान उन्होंने कहा, प्रदेश में फिर से बीजेपी की सरकार आएगी।

Published By :  Bishwajeet Kumar
Written By :  Surya Bhan Dwivedi
Update: 2022-02-08 12:21 GMT

नामांकन दाखिल करते भाजपा नेता डॉ. संजय सिंह

UP Election 2022: पूर्व केंद्रीय मंत्री व अमेठी नरेश डॉ. संजय सिंह (Sanjay Singh) ने अमेठी से भाजपा के टिकट पर अपना नामांकन दाखिल कर दिया। नामांकन के बाद मीडिया से वार्ता करते हुए उन्होंने कहा कि पीएम मोदी (PM Narendra Modi) और सीएम योगी (CM Yogi) की योजनाओं का सफल बनाना हमारा पहला उद्देश्य है।

डॉ. संजय सिंह ने कहा की अमेठी को अपराध, उगाही और भ्रष्टाचार से मुक्त कराकर फिर से शांति का वातावरण स्थापित करेंगे। उन्होंने कहा कि अमेठी की जनता ने पिछले कुछ वर्षों में जो गैप महसूस किया है उसको भरने का काम करेंगे। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा अमेठी की जनता पूरी तरह हमारे साथ है। इसलिए मेरे मुकाबले में कोई नहीं है। उन्होंने कहा कि यूपी में फिर से भाजपा की सरकार बनेगी।

नामांकन से पहले उन्होंने ददन सदन तिराहा अमेठी स्थित कार्यालय पर जनता जनार्दन का आशीर्वाद लिया और उनका समर्थन मांगा। फिर वह सती महारानी मंदिर और मशहूर कवि मलिक मोहम्मद जायसी की मजार पर गए। उसके बाद वे सीधे कलेक्ट्रेट पहुंचे और नामांकन दाखिल कर दिया। उनके साथ में रानी अमिता सिंह समेत तमाम भाजपा के पदाधिकारी मौजूद रहे। 

भाजपा ने इसलिए संजय सिंह को बनाया उम्मीदवार

आपको बताते चलें कि अमेठी से 2017 में डॉ. संजय सिंह की पहली पत्नी रानी गरिमा सिंह (Rani Garima Singh) विधायक चुनी गईं। उन्होंने सपा के कद्दावर नेता और सामूहिक दुष्कर्म की सजा भुगत रहे गायत्री प्रसाद प्रजापति (Gayatri Prasad Prajapati) को पांच हजार मतों से हराया था। इस बार सपा ने गायत्री की पत्नी महाराजी को प्रत्याशी बनाया है। भाजपा की ओर से कई अन्य दावेदार भी मैदान में थे।

भाजपा ने डॉ. संजय सिंह को ही अमेठी सीट जीतने के सबसे उपयुक्त माना। पार्टी का मानना था की अन्य में से किसी एक को प्रत्याशी बनाए जाने पर भाजपा के कुछ स्थानीय नेता नाराज हो सकते थे। डॉ. संजय सिंह ऐसा चेहरा हैं जिनके उम्मीदवार बनाए जाने से कोई नाराज नहीं होगा। भाजपा हर हाल में अमेठी सीट अपनी झोली में चाहती है। अमेठी सीट पर पूरे बीजेपी की प्रतिष्ठा दाव पर है। इस लिहाज से काफी मंथन के बाद डॉ. संजय सिंह को अमेठी से मैदान में उतार दिया है

आशीष शुक्ला को कांग्रेस से टिकट

फिलहाल बीजेपी के इस फैसले ने नाराज होकर भाजपा नेता आशीष शुक्ला (Ashish Shukla) ने कांग्रेस (Congress) से टिकट ले लिया। इसके पहले बसपा से चुनाव लड़ चुके हैं और दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री भी रहे हैं। आज आशीष शुक्ला ने भी कांग्रेस के टिकट पर नामांकन दाखिल कर दिया। उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा की भाजपा में निष्ठा वान कार्यकर्ताओं की उपेक्षा होती है। इस लिए हमने फैसला किया की कांग्रेस से चुनाव लडूंगा। उन्होंने जीत का दावा करते हुए कहा की अमेठी का जनादेश मेरे साथ है।

1980 में पहली बार विधानसभा में पहुंचे डॉ. संजय सिंह

अमेठी समेत पूरे देश की राजनीति में बड़ा कद रखने वाले भाजपा नेता डॉ. संजय सिंह प्रथम पंक्ति के बड़े नेताओं में शुमार हैं। वह पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी (Indira Gandhi) से लेकर राजीव गांधी (Rajiv Gandhi) और वीपी सिंह (VP Singh) की कैबिनेट में रहे। 1985 के चुनाव में 98.29 प्रतिशत वोट पाकर इतिहास रच दिया था। अब 33 साल बाद वह फिर अमेठी से विधानसभा चुनाव लड़ने जा रहे हैं। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के बेटे संजय गांधी के साथ राजनीतिक यात्रा शुरू कर डॉ. संजय 1980 में पहली बार विधानसभा में पहुंचे थे। इसके बाद वह मंत्री भी बने। संजय गांधी (Sanjay Gandhi) उनके सबसे गहरे मित्र रहे।

1985 के चुनाव में अमेठी में पड़े कुल एक लाख 26 हजार मत में से उन्हें एक लाख 24 हजार वोट मिले थे। यह आज भी पूरे देश में एक रिकॉर्ड है। 1998 में भाजपा से ही अमेठी लोकसभा से सांसद रहे चुके हैं। 2009 में सुलतानपुर से कांग्रेस के टिकट पर लोकसभा में पहुंचे। फिर 2014 से वह असम से राज्य सभा सांसद रहे। पीएम मोदी और अमित शाह से उनके गहरे राजनीतिक रिश्ते हैं। इसके चलते वह भाजपा में शामिल हो गए।

Tags:    

Similar News