UP Election 2022 : भाजपा ने मल्हनी में कमल खिलाने के लिए पूर्व सांसद केपी सिंह पर लगाया दांव
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में जौनपुर के मल्हनी विधानसभा सीट से जीत हासिल करने के लिए भारतीय जनता पार्टी ने पूर्व सांसद कृष्णा प्रताप सिंह को अपना उम्मीदवार बनाया है।
जौनपुर। लोकतंत्र के इतिहास में मल्हनी विधानसभा सीट (Malhani Assembly Seat) के गठन के पश्चात आज तक अनवरत दौड़ रही साइकिल की रफ्तार को रोकने और कमल खिलाने के लिए 2022 के आम चुनाव में भाजपा नेतृत्व ने जनसंघ के जमाने से केसरिया का ध्वज पताका उठाने वाले राजनैतिक परिवार के सदस्य एवं पूर्व मंत्री स्व उमानाथ सिंह (Umanath Singh) के पुत्र पूर्व सांसद कृष्ण प्रताप सिंह (Krishna Pratap Singh) उर्फ के. पी. सिंह के उपर कमल खिलाने के लिए दांव लगा दिया है। विधान सभा क्षेत्र इस परिवार के लिए नया जरूर है लेकिन अपने समाज के बीच इनके ग्राह्यता का कोई जोड़ नहीं है।
1962 के बाद नहीं जीत पाई बीजेपी
यहां बता दें कि आजादी के बाद लोकतंत्र के तहत चुनाव प्रणाली शुरू होने पर 1962 में एक बार जनसंघ के बैनर तले कुंवर श्रीपाल सिंह (Kunwar Shripal Singh) ने चुनाव जीत कर केसरिया का ध्वज फहराया था। इसके बाद आज तक इस क्षेत्र से जनसंघ अथवा भाजपा का प्रतिनिधित्व नहीं हो सका है। बता दे वर्ष 2012 में परिसीमन के बाद रारी विधान सभा खत्म करके मल्हनी विधान सभा बना दिया गया। मल्हनी विधान सभा बनने के बाद यहां पर लगातार सपा का कब्जा चला आ रहा है यानी साइकिल ही दौड़ रही है। 2012 और 2017 के चुनाव में सपा के पारसनाथ यादव (Parasnath Yadav) विधायक चुने गये थे। उनके निधन के पश्चात 2020 में उप चुनाव हुआ तो स्व पारसनाथ यादव के पुत्र लकी यादव (Lucky Yadav) सपा के बैनर तले चुनाव लड़े और जीत दर्ज कराये है।
उप चुनाव में भी बीजेपी की हार
इस उप चुनाव में भाजपा पूरी ताकत लगाने के बाद भी तीसरे नंबर पर लड़ती नजर आयी थी। सपा के लकी यादव को 73462 वोट मिले और सपा की जीत दर्ज हुई थी। दूसरे स्थान पर निर्दल चुनाव लड़ रहे बाहुबली नेता एवं पूर्व सांसद धनंजय सिंह रहे इनको 68838 वोट मिला था। भाजपा (BJP) के मनोज कुमार सिंह (Manoj Kumar Singh) को 28860 वोट मिला और तीसरे स्थाना पर रहे। बसपा भी चौथे स्थान पर 25180 वोट पायी थी। हलांकि 2017 के आम चुनाव में भी भाजपा तीसरे स्थान पर रही।
के पी सिंह पर बीजेपी का दाव
इस बार 2022 के आम चुनाव में भाजपा ने पूर्व सांसद के पी सिंह पर दांव लगा दिया है और कमल खिलाने का दायित्व सौंपा है। यहां बता दे कि 2014 में हुए लोकसभा के चुनाव में के पी सिंह भाजपा के प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ते हुए मल्हनी विधान सभा क्षेत्र में भाजपा के विजय का डंका बजवाया था। यहां यह बताना जरूरी है कि जनसंघ के जमाने से केसरिया ध्वज के वाहक बनने वाले इस परिवार का जौनपुर की बयालसी विधानसभा पर जहां वर्चस्व रहा वहीं पर यह राजनैतिक परिवार अहंकार से दूर सभी जाति धर्म के लोंगो के बीच लोकप्रिय और सहज सरल सौम्य परिवार के रूप में अपने को स्थापित कर रखा है। बतौर सांसद केपी सिंह आम जनमानस के लिए सर्व सुलभ नेताओ में सुमार रहे है।
चुनाव का परिणाम अभी तो नहीं कहा जा सकता है लेकिन इतना जरूर है कि केपी सिंह अपनी सरलता और सज्जनता के साथ चुनाव की जंग में आयेंगे और मल्हनी की जनता इनके बिषय में विचार करने को मजबूर हो सकती है। केपी सिंह के टिकट की घोषित होने के पश्चात उनके समर्थक शुभ चिन्तक और पार्टी जन चुनावी अभियान में लगते नजर आये है।