UP Election 2022: पिता की विरासत संजोने को ये सीट बन सकती है अखिलेश की पहली पसंद

UP Election 2022: समाजवादी पार्टी के इस नेता के पहले विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखकर पार्टी के अंदरखाने काफी तेजी से मंथन चल रहा है इस मंथन में एक एक सीट के समीकरण को तौला जा रहा है।

Written By :  Ramkrishna Vajpei
Published By :  Vidushi Mishra
Update:2022-01-20 09:39 IST

सपा प्रमुख अखिलेश यादव। 

UP Election 2022: समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव के चुनाव लड़ने का एलान करने के बाद इस बात को लेकर चर्चाओं का माहौल गरम हो गया है कि अखिलेश यादव कहां से चुनाव लड़ेंगे। इस में पहले आजमगढ़ की गोपालपुर सीट चर्चा में आई इसके बाद संभल की गुन्नौर सीट और अब चर्चा में मैनपुरी सीट है। कहा ये जा रहा है कि मैनपुरी संसदीय क्षेत्र की मैनपुरी या करहल में से किसी एक विधानसभा सीट से अखिलेश चुनाव लड़ सकते हैं।

गौरतलब है कि गोपालपुर सीट से चुनाव लड़ने की अटकलों को खुद अखिलेश यादव ने यह कहते हुए विराम लगा दिया था कि वह चुनाव लड़ेंगे और योगी आदित्यनाथ से पहले चुनाव लड़ेंगे। आपको बता दें कि गोरखपुर विधानसभा सीट के लिए मतदान छठे चरण में होना है। यानी अखिलेश इससे पहले जहां मतदान होना है वहां से चुनाव ल़ड़ेंगे।

मैनपुरी लोकसभा सीट
Mainpuri Lok Sabha seat

कहने का आशय यह है कि समाजवादी पार्टी के इस नेता के पहले विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखकर पार्टी के अंदरखाने काफी तेजी से मंथन चल रहा है इस मंथन में एक एक सीट के समीकरण को तौला जा रहा है। इसलिए जब जो सीट चर्चा में आती है मीडिया में सुर्खियों में आ जाती हैं हालांकि अभी तक कुछ भी फाइनल नहीं है।

लेकिन अब मैनपुरी इस वजह से चर्चा में है क्योंकि मैनपुरी लोकसभा सीट से मुलायम सिंह यादव सांसद हैं। और अगर अखिलेश यहां से विधानसभा चुनाव लड़ते हैं तो एक संदेश पूरे सूबे में दे सकते हैं कि वह पिता की विरासत को संजो रहे हैं। उसे आगे बढ़ा रहे हैं। इसके अलावा मैनपुरी में एक प्लस पाइंट यह भी है कि यह सीट समाजवादियों के गढ़ में है। जिसका उन्हें फायदा मिल सकता है।

इसके अलावा अखिलेश यादव के जहां तक इस बयान की बात है कि वह जहां से भी चुनाव लड़ेंगे आजमगढ़ की जनता से इजाजत लेकर लड़ेंगे इसमें भी कार्यकर्ताओं को एक संदेश देने की बात है। लेकिन उनके चुनाव लड़ने का असली मकसद समाजवादियों के परचम को फहराना है। और इसके लिए उन्हें यह देखना होगा कि किस सीट से वह बेहतर ढंग से संदेश दे सकते हैं।

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