लखनऊ: यूपी सरकार ने ग्राम पंचायतों के पिछले तीन सालों के काम का ब्यौरा तलब किया है। पंचायतों से उनकी तीन मुख्य उपलब्धियां भी मांगी गई हैं ताकि यह देखा जा सके कि पिछले तीन सालों में केंद्र व राज्य सरकार से मिले पैसे का कितना सदुपयोग हुआ।
अपर मुख्य सचिव पंचायतीराज विभाग चंचल कुमार तिवारी ने सभी जिलाधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी और जिला पंचायत राज अधिकारियों को इस बाबत निर्देश जारी कर दिए हैं।
पंचायतों से जुड़े कामों की मांगी गई जानकारी
-वर्ष 2016-17 में ग्राम पंचायतों के बैठक का ब्यौरा
-हर वर्ष आयोजित होने वाली बैठकों की संख्या
-ग्राम पंचायतों की स्थाई समितियों की बैठक का ब्यौरा
-इसमें क्या निर्णय लिए गए
-ग्राम सभा की बैठक किस दिन हुई
-उस दिन कितने लोग उपस्थित रहे।
-बैठक में महिलाओं की उपस्थिति का प्रतिशत कितना रहा।
-उसमें क्या चर्चा हुई, किन योजनाओं पर चर्चा हुई।
-ग्राम सभा की बैठक का कार्यवृत्त
-विभिन्न निधियों से वर्ष 2014-15, 2015 -16 और 2016-17 में कितना पैसा मिला।
-यह पैसा कहां उपयोग किया गया, क्या भुगतान आनलाइन किए गए?
-ग्राम पंचायत स्तर पर कितना राजस्व इकट्ठा हुआ।
-बैठकों में स्वीकृत योजनाओं का ब्यौरा।
-पूरे किए गए या पूरे किए जा रहे कामों की संख्या।
-ग्राम पंचायतों के वार्षिक खाते और लेखा परीक्षा का डिटेल।
-निर्वाचित प्रतिनिधियों में से कितने लोगों को प्रशिक्षण मिला।
-प्रतिनिधियों के राज्य के अंदर और बाहर दौरों की संख्या।