अब मुख़्तार की बारी: बेटे के बाद पिता पर कस सकता है शिकंजा, जाने पूरा मामला
UP: मुख्तार अंसारी पर आने वाले दिनों में यूपी पुलिस का शिकंजा औऱ कस सकता है। प्रदेश में पुनः बहुमत के साथ योगी सरकार की वापसी ने उसकी नींद हराम कर दी है।
UP: पूर्वांचल के सबसे रसूखदार बाहुबली के तौर पर जाने जाने वाले मुख्तार अंसारी पर आने वाले दिनों में यूपी पुलिस का शिकंजा औऱ कस सकता है। प्रदेश में पुनः बहुमत के साथ योगी सरकार की वापसी ने उसकी नींद हराम कर दी है। यूपी के बांदा जेल में बंद बाहुबली मुख्तार अंसारी के विधायक के तौर पर मिली सुरक्षा भी छिन सकती है।
दरअसल सूत्रों से मिली खबर के मुताबिक, अब तक मऊ सदर सीट से विधायक रहे मुख्तार ने इसबार चुनाव नहीं लड़ा था, उसने अपनी सीट से बेटे अब्बास अंसारी को चुनाव लड़वाया, जो जीत भी गया। ऐसे में मुख्तार अब यूपी विधानसभा के सदस्य का हिस्सा नहीं रह गया है, लिहाजा पुलिस अब उससे विधायक के तौर पर मिली सुरक्षा वापस ले सकती है।
चुनाव परिणाम के बाद परेशान है मुख्तार
एक दर्जन मामलों को लेकर बांदा जेल में बंद बाहुबली मुख्तार अंसारी राज्य में बीजेपी के दोबारी जीतने के बाद से ही तनाव में बताया जा रहा है। जेल सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, चुनाव परिणाम के बाद मुख्तार अंसारी ठीक से नींद भी नहीं ले पा रहा है।
उसे योगी सरकार द्वारा खुद का एनकाउंटर किए जाने का डर फिर से सताने लगा है। लिहाजा उसकी बैचेनी काफी बढ़ गई है। मुख्तार के खिलाफ मऊ में 5, गाजीपुर में 4, वाराणसी, बाराबंकी और आजमगढ़ में 1-1 मामला दर्ज है।
मुख्तार के बेटे पर शिकंजा
मुख्तार अंसारी की चिंता इसलिए भी बढ़ गई है क्योंकि यूपी पुलिस द्वारा उसके नवनिर्वाचित विधायक पुत्र अब्बास अंसारी के खिलाफ चार अतिरिक्त मामले दर्ज किए गए हैं। चुनाव के बाद उसी मामले में अतिरिक्त मुकदमे दर्ज करना यूपी पुलिस के कड़े तेवर को दिखाता है जिसे मुख्तार अंसारी भांप चुका है।
दरअसल विधानसभा चुनाव (में अपने पिता के गढ़ मऊ सदर सीट से सुभासपा के टिकट पर चुनाव मैदान में उतरें अब्बास अंसारी ने थाना कोतवाली के पहाड़पुर क्षेत्र में चुनाव प्रचार के दौरान अपने भाषण में कहते हुए पाए गए थे कि उनकी बात सपा मुखिया अखिलेश यादव से हो गई है और सरकार बनने के बाद अधिकारियों के छह महीने तक ट्रांसफर रोक दिए जाएंगे, पहले उनका हिसाब किताब किया जाएगा। पुलिस ने इस मामले में पहले दो मुकदमे फिर बाद में चार और मुकदमे अब्बास अंसारी के खिलाफ दर्ज कर लिए हैं।
बता दें कि यह पहली बार है जब बाहुबली मुख्तार अंसारी यूपी विधानसभा का हिस्सा नहीं है। वो 1996 से लेकर अब तक यूपी विधानसभा में मऊ सदर सीट से विधायकी का चुनाव जीतकर पहुंचते रहे हैं। उन्होंने पांच बार विधानसभा की दहलीज लांघी है। इसबार उनकी सीटे से उनका बेटा अब्बास अंसारी विधानसभा पहुंचा है।