यूपी पंचायत चुनाव: इस बार पोस्टर बैनर नहीं, सोशल मीडिया पर प्रचार की धूम

लोकसभा और विधानसभा चुनावों की तरह ही इस बार पंचायत चुनाव में भी सोशल मीडिया का असर देखने को मिल रहा है। हांलाकि अभी चुनावों की घोषणा नहीं हुई है पर गांवो देहातों में व्हाटसअप, फेसबुक और इंस्टाग्राम में संभावित प्रत्याशियों ने अपना चुनाव प्रचार शुरू कर दिया है।

Update:2021-01-13 09:15 IST
यूपी पंचायत चुनाव: इस बार पोस्टर बैनर नहीं, सोशल मीडिया पर प्रचार की धूम

श्रीधर अग्निहोत्री

लखनऊ: लोकसभा और विधानसभा चुनावों की तरह ही इस बार पंचायत चुनाव में भी सोशल मीडिया का असर देखने को मिल रहा है। हांलाकि अभी चुनावों की घोषणा नहीं हुई है पर गांवो देहातों में व्हाटसअप, फेसबुक और इंस्टाग्राम में संभावित प्रत्याशियों ने अपना चुनाव प्रचार शुरू कर दिया है। पहले होते रहे पंचायत चुनावों में पोस्टर्स बैनर आदि की धूम हुआ करती थी पर इस बार गाँवों देहातों का अलग नज़ारा है।

ये भी पढ़ें: बाबरी विध्वंस: आडवाणी-जोशी-उमा भारती बरी, विशेष अदालत के फैसले को चुनौती

व्हाटसग्रुप बनाकर मतदाताओं से जुड़ने का प्रयास

यूपी पंचायत चुनाव के लिए गांवों में व्हाटसग्रुप बनाकर संभावित प्रत्याशियों की तरफ से अपने बारे में बताने का काम हो रहा है। वहीं संभावित विपक्षी का बिना नाम लिए उन पर हमले किए जा रहे हैं। खर्च सीमा के चलते ही संभावित प्रत्याशी सोशल मीडिया का सहारा ले रहे हैं। कोई सोशल मीड़िया पर खुद को बेहतर बताने में जुटा है तो कोई मतदाताओें से झांसे में न आने की अपील कर रहा है। कोई प्रत्याशी खुद को सबसे बेहतर बता रहा है तो कई मतदाताओं को झांसे में न आने की अपील कर रहे है। कई प्रत्याशी सोशल मीड़िया पर ग्रुप बनाकर मतदाताओं से जुड़ने के प्रयास में लग गए हैं।

इन मैसेजों से छवि निखारने की कोशिश

यही नहीं, अपने मित्रों और जानने वालों के मैसेज के माध्यम से छवि निखारने की कोशिश हो रही है। कई सम्भावित प्रत्याशी ईमानदार प्रधान चुनने के मैसेज डालकर प्रचार प्रसार में जुटे हैं। इनमे कहा जा रहा है कि इस बार गलती न करके अच्छा व ईमानदार प्रतिनिधि चुनें।

ये भी पढ़ें: सपा के सभी विधायक लखनऊ तलब, अहम बैठक करेंगे अखिलेश यादव

कब होंगे चुनाव ??

बतातें चले कि यूपी में ग्राम प्रधान, ग्राम पंचायत सदस्य. क्षेत्र पंचायत सदस्य और जिला पंचायत सदस्य के चुनाव इस बार एक साथ होने जा रहे हैं । अभी तक की तैयारियां मार्च और अप्रैल 2021 में चुनाव कराने की हैं। अभी प्रदेश में आरक्षण की प्रक्रिया चल रही है। उम्मीद की जा रही है कि 15 मार्च से अप्रैल के पहले सप्ताह के बीच यूपी में त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव करवा लिये जाएंगे। पंचायतीराज विभाग इसी समय सीमा के आधार पर अपनी तैयारी कर रहा है।

Tags:    

Similar News