Basti News: यूपी पुलिस को मिली बड़ी सफलता, 12 साल के बच्चे को अपहरणकर्ता के चंगुल से छुड़ाया
Basti News: अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने बालक को सकुशल बरामद करने पर पुलिस टीम को एक लाख का इनाम देने की घोषणा की है।
Basti News: बस्ती पुलिस और एसटीएफ यूपी की संयुक्त कार्रवाई में टीम को बड़ी सफलता मिली है। टीम ने 12 साल के लड़के को अपहरणकर्ताओं के चंगुल से छुड़ा लिया है। साथ ही पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया है। पुलिस ने बच्चे को उसके परिवार को सौंप दिया है, जिसके बाद परिजनों ने पुलिस का धन्यवाद किया। अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने बालक को सकुशल बरामद करने पर पुलिस टीम को एक लाख का इनाम देने की घोषणा की है।
बस्ती जिले के रुधौली थाना क्षेत्र के रुधौली बाजार कपड़ा व्यवसायिक अशोक कुमार गुप्ता के पुत्र अखंड कुमार कसौधन उर्फ अनुज 12 वर्ष कि 23 अप्रैल को लगभग 4:30 बजे अपहरण की सूचना आई। बदमाशों ने लड़के के पिता के मोबाइल नंबर पर फोन कर 50 लाख की फिरौती मांगी। फिरौती ना देने पर बच्चे को जान से मारने की धमकी दी। सूचना मिलते ही रुदौली पुलिस पूरी तरह एक्शन में आ गई।
अपहरणकर्ता बच्चे का अपहरण कर सहजनवा में एक कमरे में रखे थे
बस्ती पुलिस ,एसटीएफ यूपी, एसओजी टीम ,सर्विलांस टीम ,एंटी नारकोटिक्स टीम, साइबर सेल, संयुक्त प्रयास से 12 वर्षीय बच्चे को सकुशल अपहरणकर्ताओं के चंगुल से बरामद कर लिया गया। अपहरणकर्ता बच्चे का अपहरण कर सहजनवा में एक कमरे में रखे थे जहां बच्चे का हाथ पांव और मुंह बाध दिए थे, बच्चे को बदमाशों द्वारा मारा पीटा भी गया था।
पुलिस अधीक्षक बस्ती आशीष श्रीवास्तव जब बच्चे को लेकर रुधौली थाने पर पहुंचे तो थाने पर परिजन सहित रुधौली कस्बे की जनता ने पुलिस अधीक्षक बस्ती को गाजे बाजे के साथ फूल माला पहनाकर जोरदार स्वागत किया ,वही परिजन बच्चे को पाकर खुश हो गए , इतना नहीं परिजनों ने बताया कि मेरा बच्चा सकुशल बस्ती पुलिस ने बरामद किया। बस्ती पुलिस को लाख-लाख धन्यवाद देते हैं।
कभी चाय वाले तो कभी जूस वाले के नंबर से करते थे फ़ोन
आज बस्ती मंडल रेंज के आईजी राजेश मोडक और बस्ती पुलिस अधीक्षक आशीष श्रीवास्तव ने घटना का खुलासा करते हुए बताया कि फिरौती का नाम सुनते ही, परिजनों के हाथ-पांव फूलने लगे। इसकी सूचना तत्काल रुधौली पुलिस को दी गई। पुलिस ने तुरंत कॉल को ट्रेस किया। तो पता चला चाय की दुकानदार का फोन नंबर है। वहीं पुलिस ने इस घटना को गंभीरता से देखते हुए कई टीमें लगाई। कस्बे से हटकर एक चाय की दुकान थी छोटी सी उस चाय की दुकान पर गए और दुकानदार से बोले कि मोबाइल दे दीजिए हमको एक बहुत जरूरी मोबाइल पर बात करना है। फिर घटना के दूसरे दिन लड़के के पिता के पास फोन आया और कि पैसा तैयार हुआ कि नहीं तब उस नंबर को पुलिस ने टेस्ट किया तो एक छोटी सी दुकान जूस वाले का नंबर था।
अपहरणकर्ताओं द्वारा तीन बार फोन किया गया
पुलिस अधीक्षक बस्ती ने बताया कि अपहरणकर्ताओं द्वारा तीन बार फोन किया गया। तीनों बार इन्होने किसी दूसरे के मोबाइल से फ़ोन किया था। इस घटना में जो मोबाइल यूज़ किया गया वो या तो लूटी हुई थी या किसी दूसरे के फोन का प्रयोग किया गया था। अपहणकर्ताओं द्वारा लड़के के पिता से कहा गया था कि हमारे फोन का इंतजार करिएगा। इस नंबर पर फोन मत करिएगा। जैसे पैसा हो जाएगा हम फोन करेंगे जगह बताएंगे वहां ले जाकर रख दीजिएगा।
अपहरणकर्ताओं ने मां के जेवर गिरवी रख गाड़ी खरीद लिए थे
अपहरणकर्ता बच्चे को सहजनवा में एक कमरे में बंद रखकर रखे थे। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि अपहरणकर्ताओं ने हरी सुपर स्प्लेंडर गाड़ी से बच्चे का अपहरण किया था। उन्होंने बताया कि अपहरणकर्ता बच्चे के पिता की दुकान पर से कपड़ा खरीद के ले जाते थे बेचते थे। जिससे उन सभी की बच्चे से जान पहचान पहले से थी। अपहरणकर्ताओं ने बताया कि अपने मां के जेवर गिरवी रखकर गाड़ी खरीद लिए थे। जिससे लोन बढ़ता जा रहा था। इसीलिए कपड़ा व्यापारी के लड़के का अपहरण कर 50 लाख की फिरौती मांगी गई। पकड़े गए दोनों आरोपी आदित्य सिंह और सूरत सिंह पुत्र कृपानंद सिंह निवासी पाली थाना सहजनवा जनपद गोरखपुर के निवासी हैं। दोनों सगे भाई हैं।
क्राइम पेट्रोल देखकर किया था अपहरण
अपहरणकर्ताओं ने बताया कि उन्होंने क्राइम पेट्रोल सीरियल को देखकर घटना को अंजाम दिया था। फिलहाल, पुलिस बाकी आरोपियों की तलाश कर रही ही है।