UP News: अगर दोस्त IPS न होता तो IAS की तैयारी करने वाले विनीत को स्मैक तस्कर बना देती पुलिस

UP News: आईएएस की तैयारी कर रहे विनीत ने जब ओला टैक्सी चालक को पुलिस द्वारा पीटे जाने का विरोध किया तो पुलिस उस पर ही टूट पड़ी और जमकर लाठियां बरसाईं, स्मैक लगाकर जेल भेजने की तैयारी में थी पुलिस, तभी उसने अपने दोस्त आईपीएस को फोन लगाया तब जाकर उसकी जान बच पाई।

Update: 2023-07-19 07:15 GMT
UP Police (photo: social media )

UP News: यूपी पुलिस कभी कभी ऐसा काम भी कर देती है कि भला आदमी भी परेशान हो जाता है तो वहीं वर्दी भी दगदार हो जाती है। यहां पर एक ऐसा ही मामला सामने आया जहां एक युवक को पुलिस स्मैक तस्कर बता कर जेल भेजने की तैयारी में थी। लेकिन पुलिस अपने इस मकसद में कामयाब नहीं हो सकी क्यों कि उसका दोस्त आईपीएस था।

जी हां अगर दोस्त आईपीएस न होता तो आईएएस की तैयारी कर रहे विनीत सिंह को पुलिस स्मैक तस्कर बता कर जेल भेज चुकी होती। पुलिस की यह शर्मसार करने वाली और बर्बरता की घटना बाराबिरवा चैराहे की है। चैराहे पर कुछ सिपाही ओला टैक्सी चालक को पीट रहे थे। इसी दौरान प्रत्यक्षदर्शी विनीत से यह सब देख रहा न गया तो उसने इसका विरोध किया। फिर क्या था-विनीत का विरोध करना सिपाहियों को इतना नागवार गुजरा कि वे विनीत पर ही टूट पडे़। सिपाहियों ने पहले विनीत को चैराहे पर पीटा, फिर इतने से संतोष नहीं हुआ तो उसके बाद ई-रिक्शे पर लादकर रेल पटरियों के किनारे ले गए और वहां जमकर लाठियां बरसाईं और मोबाइल भी तोड़ दिया। सिपाही उसके बाद गांजा और स्मैक की पुड़िया की बरामदगी दिखाकर उसे जेल भेजने की बात कहकर थाने ले गए। इस बीच किसी तरह विनीत को मौका मिला और उसने मध्य प्रदेश में अपने प्रशिक्षु आईपीएस मित्र से बात की और पूरी घटना बताई फिर क्या था आईपीएस दोस्त ने तुरंत एसीपी काकोरी अनूप कुमार सिंह को फोन लगाया। तब कहीं जाकर विनीत की जान छूटी नहीं तो आज विनीत जेल की हवा खाता रहता। दिल्ली में आईएएस की तैयारी करने वाले विनीत सिंह इंदिरानगर के सी ब्लाक में रहते हैं।

विनीत सोमवार देर रात दिल्ली के लिए बस पकड़ने बाराबिरवा चैराहा गए थे। वहां उन्होंने देखा कि पुलिस वाले एक ओला टैक्सी चालक को पीट रहे हैं। विनीत से रहा नहीं गया और उन्होंने इसका विरोध किया तो वे इन पर ही टूट पड़े। वहीं विनीत के मित्र प्रशिक्षु आईपीएस के फोन के बाद पुलिस वालों की सारी हेकड़ी निकल गई। मानक नगर थाने के इंस्पेक्टर सुभाष चंद्र सरोज के कहने पर सिपाही अनमोल और उसके दो साथियों ने विनीत से तुरंत माफी मांगी। उन्होंने चाय भी आफर की, लेकिन विनीत ने मना कर दिया।

विनीत ने बताया कि इंस्पेक्टर ने सिपाहियों से कहा कि साहब को दिल्ली जाने वाली एसी बस में बैठा दो। उनसे किराया मत लेना। सिपाहियों ने विनीत को दिल्ली की बस में बैठा दिया। विनीत के मुताबिक, कुछ दूर जाकर वह बस से उतर गए। पिटाई से शरीर टूट रहा था। विनीत ने बहन को फोन करके बुलाया और अस्पताल पहुंचे। तबीयत ठीक होने पर विनीत मंगलवार रात एसीपी काकोरी अनूप कुमार सिंह के आफिस गए। वहां पुलिस कर्मियों के खिलाफ प्रार्थनापत्र देकर कार्रवाई की मांग की।

एसीपी, काकोरी अनूप कुमार सिंह ने बताया कि प्रार्थनापत्र के आधार पर इंस्पेक्टर सुभाष चंद्र सरोज से मामले की रिपोर्ट मांगी गई है। आरोपित पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

इंस्पेक्टर ने कहा, कहीं शिकायत मत करना-

विनीत ने बताया कि थाने में इंस्पेक्टर ने मुझसे कहा कि इस घटना की कहीं शिकायत मत करना। शिकायत करोगे तो सिपाही भी तुम्हारे खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराएंगे। पढ़ाई कर रहे हो, पढ़ाई करो। मुकदमा दर्ज होगा तो थाने और कोर्ट के चक्कर लगाने पड़ेंगे। पढ़ाई बाधित होगी।

आज यह घटना विनीत के साथ घट। अगर सोचियो विनीत का दोस्त आईपीएस नहीं होता तो आज विनीत जेल में होता।

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