यूपी चुनाव से पहले CAA-NRC की एंट्री, कांग्रेस का अखिलेश यादव पर निशाना, कहा- मुसलमान नहीं करेगा यकीन
अल्पसंख्यक कांग्रेस प्रदेश चेयरमैन शाहनवाज़ आलम ने कहा कि जो अखिलेश यादव अपने संसदीय सीट आजमगढ़ में सीएए-एनआरसी विरोधी आंदोलन में पुलिस दमन की शिकार महिलाओं से मिलने तक नहीं गए उनके इस बयान पर कोई यकीन नहीं करेगा।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश चुनाव से पहले नेताओं की बयानबाजी और वादों का पिटारा खुल गया है। समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के बयान पर सियासत गर्मा गई है। दरअसल, अखिलेश यादव ने कहा अगर उनकी सरकार बनी तो वह सीएए-एनआरसी (CAA-NRC) के विरोध प्रदर्शन में शामिल लोगों के ऊपर दर्ज मुकदमों को वापस लेंगे। जिस पर अब बीजेपी के साथ कांग्रेस ने भी पलटवार किया है।
अल्पसंख्यक कांग्रेस प्रदेश चेयरमैन शाहनवाज़ आलम (Shahnawaz Alam) ने कहा कि जो अखिलेश यादव अपने संसदीय सीट आजमगढ़ में सीएए-एनआरसी विरोधी आंदोलन में पुलिस दमन की शिकार महिलाओं से मिलने तक नहीं गए उनके इस बयान पर कोई यकीन नहीं करेगा।
आजम खान के बहाने अखिलेश पर निशाना
शाहनवाज़ आलम ने कहा कि प्रदेश का मुसलमान जान चुका है कि जो सपा अपने संस्थापक नेता आज़म खान के मुकदमों की पैरवी नहीं कर सकती वो आम मुसलमानों पर से मुकदमें हटाने की बात करके सिर्फ़ लोगों को गुमराह करना चाहती है। शाहनवाज़ आलम ने कहा कि मुसलमान भूला नहीं है कि 2012 विधान सभा चुनाव के घोषणा पत्र में भी सपा ने वादा किया था कि सरकार बनने पर बेगुनाह मुसलमानों पर से मुकदमे हटा लेगी, लेकिन मुख्यमंत्री बनते ही अखिलेश यादव अपने वादे से मुकर गए थे।
प्रियंका गांधी ने की मदद
शाहनवाज़ आलम प्रियंका गांधी की तारीफ करते हुए कहा कि मुसलमान जानता है कि जब सीएए- एनआरसी विरोधी आंदोलन में लोग मारे जा रहे थे तब सिर्फ़ प्रियंका गांधी ही सड़क पर उतरी थीं। अखिलेश यादव अपने संसदीय क्षेत्र आजमगढ़ भी पीड़ितों से मिलने नहीं गए। वहां पर भी प्रियंका गांधी ही गयीं। इसलिए मुसलमान सपा की करनी और कथनी समझ चुका है।