UP: पर्यटन को लेकर योगी सरकार गंभीर, पर्यटकों के लिए ला रही विशेष व्यवस्थाएं

Update:2017-04-21 14:46 IST
UP: पर्यटन को लेकर योगी सरकार गंभीर, पर्यटकों के लिए ला रही विशेष व्यवस्थाएं

लखनऊ: यूपी में महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों को वायुसेवा से जोड़ने की तैयारी चल रही है। योगी सरकार ने प्रदेश के मुख्य पर्यटन स्थलों लखनऊ, मथुरा, वृंदावन, अयोध्या, प्रयाग, विन्ध्याचल, नैमिषारण्य, चित्रकूट, कुशीनगर और वाराणसी के साथ प्रदेश के महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों तक हेलीकाॅप्टर सेवा शुरू करने को कहा है।

शास्त्री भवन में प्रजेंटेशन के दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने पर्यटकों को सुरक्षा दिलाने के मक़सद से 200 महिला पर्यटन पुलिस सहित कुल 500 पर्यटन पुलिस का इंतज़ाम करने को कहा है।

पर्यटकों को मिलेंगी अब हेलीकॉप्टर सुविधा

सीएम योगी आदित्यनाथ ने पर्यटन सेक्टर में पूंजी निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए विशेष प्रयास किए जाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा, कि पर्यटकों को बेहतर सुविधा एवं सहयोग प्रदान करने के लिए 200 महिला पर्यटन पुलिस सहित कुल 500 पर्यटन पुलिस की व्यवस्था की जाए। प्रदेश के मुख्य पर्यटन स्थलों जिनमें लखनऊ, मथुरा, वृंदावन, अयोध्या, प्रयाग, विन्ध्याचल, नैमिषारण्य, चित्रकूट, कुशीनगर और वाराणसी आदि के साथ प्रदेश के अन्य महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों को वायुसेवा से जोड़ा जाएगा। इसमें नागरिक उड्डयन विभाग के माध्यम से सार्वजनिक एवं निजी क्षेत्र की सहभागिता की बात कही गई है।

आगे की स्लाइड्स में पढ़ें पर्यटन को लेकर और किन मुद्दों पर सीएम योगी ने दिए निर्देश...

चिकित्सा एवं योग के माध्यम से पर्यटन को बढ़ावा

सीएम ने कहा, कि 'भारत सरकार की 'रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम' के अंतर्गत आगरा-लखनऊ-वाराणसी एवं लखनऊ-इलाहाबाद-गोरखपुर को सम्मिलित कर सस्ती वायुसेवा प्रारंभ की जाए।' उन्होंने कहा, कि चिकित्सा एवं योग के माध्यम से पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए गोरखपुर और वाराणसी में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन कराने हेतु व्यापक कार्य योजना बनाई जाए।

पर्यटन उद्यमियों के साथ करें सेमिनार

आदित्यनाथ ने कहा, कि देश की आर्थिक राजधानी मुम्बई में जुलाई के पहले हफ्ते में रोड शो और फूड फेस्टिवल का आयोजन कराया जाए। उन्होंने आगामी 100 दिन में पर्यटन उद्यमियों के साथ सेमिनार आयोजित कर पर्यटन विकास पर परिचर्चा कराने के साथ-साथ पर्यटन सेवाओं से जुड़े एक हजार सेवा प्रदाताओं-टूरिस्ट गाइड, ढाबा एवं रेस्टोरेंट कर्मी, कुली, आॅटो ड्राइवरों एवं स्मारकों पर तैनात सुरक्षाकर्मी की क्षमता संवर्धन के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम का संचालन पर्यटन विभाग के प्रशिक्षण संस्थान के माध्यम से कराने के निर्देश दिए।

कराएं अन्तर्राष्ट्रीय लिटरेरी फेस्टिवल

सीएम योगी ने कहा, कि 'वाराणसी में हिन्दी एवं संस्कृत भाषाओं का अन्तर्राष्ट्रीय लिटरेरी फेस्टिवल का आयोजन कराया जाए, जिसमें भारतीय साहित्य को शो-केस कराने के साथ-साथ विश्व के प्रतिष्ठित लेखकों एवं साहित्यकारों को आमंत्रित किया जाए।'

टूरिस्ट हेल्पलाइन नं. की क्षमता अपग्रेड करें

सीएम योगी ने पर्यटन विभाग द्वारा वर्तमान में संचालित टूरिस्ट हेल्पलाइन नं.-1364 की क्षमता को अपग्रेड कराने के भी निर्देश दिए। टूरिस्ट हेल्पलाइन को आधुनिक पर्यटन सुविधाओं से युक्त करते हुए संचालित कराया जाए।

'वन-स्टाॅप ट्रैवेल सोल्यूशन पोर्टल' का हो निर्माण

यूपी के सीएम ने पर्यटन विभाग द्वारा वाराणसी-विंध्यांचल, इलाहाबाद, चित्रकूट, मथुरा-वृंदावन, लखनऊ, अयोध्या, बुद्धिस्ट सर्किट आदि की आकर्षक वेबसाइट बनाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने पर्यटन विभाग को पर्यटकों की सुविधा के लिए 8 भाषाओं- जर्मन, फ्रेंच, जापानी, कोरियन, स्पेनिश, मेन्डरिन, अंग्रेजी एवं हिन्दी में 'वन-स्टाॅप ट्रैवेल सोल्यूशन पोर्टल' का निर्माण कराए जाने का प्रस्ताव जल्द प्रस्तुत किए जाने के निर्देश दिए।

प्रतिवर्ष 4 हजार करोड़ का हो पूंजी निवेश

सीएम ने कहा, कि यूपी को मेडिकल एवं वेलनेस टूरिज़्म डेस्टिनेशन के रूप में विकसित किए जाने हेतु विस्तृत कार्ययोजना बनाई जाए। पर्यटन के क्षेत्र में प्रतिवर्ष 4 हजार करोड़ रुपए के पूंजी निवेश को प्रोत्साहित करने हेतु विस्तृत कार्य योजना बनाई जाए।

नजर अर्द्धकुम्भ- 2019 पर भी

सीएम ने कहा, अर्द्धकुम्भ- 2019 में लगभग 10 करोड़ भारतीय श्रद्धालु-पर्यटकों एवं 4 लाख विदेशी श्रद्धालु/पर्यटकों के अनुमानित आगमन को दृष्टिगत रखते हुए आवश्यक व्यवस्थायें समय से सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा, कि स्वदेश दर्शन सर्किट आधारित स्कीम के अन्तर्गत रामायण सर्किट, कृष्ण सर्किट, बौध सर्किट, आध्यात्मिक सर्किट एवं हेरिटेज सर्किट, कोस्टल सर्किट एवं नार्थ-ईस्ट सर्किट के साथ-साथ बुन्देलखण्ड तथा नैमिषारण्य सर्किट जोड़ने के भी निर्देश दिए।

लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे को बुंदेलखंड से जोड़ें

मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने मथुरा-वृंदावन-अयोध्या, प्रयाग, विन्ध्याचल, नैमिषारण्य, चित्रकूट, कुशीनगर और वाराणसी आदि में सांस्कृतिक पर्यटन सुविधाओं का विकास किए जाने हेतु व्यापक कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए। जिसके अंतर्गत सांस्कृतिक पर्यटन स्थल जैसे- राम सर्किट, बुध सर्किट एवं कृष्ण सर्किट आदि बनाए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा, कि पर्यटकों को आवश्यकतानुसार समय से जानकारी उपलब्ध कराने एवं बुकिंग सहायता आदि के लिए एक समर्पित राज्य पर्यटन हेल्पलाइन की स्थापना कराई जाए। साथ ही सभी तीर्थस्थलों को 4 लेन मार्ग से जोड़ा जाए। बुंदेलखंड आने वाले पर्यटकों की सुविधा को देखते हुए लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे को बुंदेलखंड से जोड़ने के भी निर्देश दिए।

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