UP News: अखिलेश यादव का सीएम योगी पर हमला, कहा- 'चुनाव में धांधली की हद कर दी'
अखिलेश यादव ने सीएम योगी आदित्यनाथ पर हमला बोला है, उन्होंने कहा मुख्यमंत्री ने चुनाव में धांधली करने में हद कर दी है।
लखनऊ: जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव पर अखिलेश यादव ने पार्टी कार्यालय पर नेताओं के साथ लंबी बैठक की। बैठक में जिन सीटों पर सपा के प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं उसको लेकर रणनीति तैयार की गई। बैठक में सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भारतीय जनता पार्टी सरकार पर हमला बोला है। अखिलेश यादव ने सीएम योगी आदित्यनाथ पर हमला बोलते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री ने चुनाव में धांधली करने में हद कर दी है।
अखिलेश यादव ने कहा मुख्यमंत्री संवैधानिक संस्थाओं के लिए खतरा पैदा किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि सपा प्रत्याशियों को नामांकन करने से रोका गया है। फर्जी केस लिखकर उन्हें प्रताड़ित भी किया जा रहा है। अखिलेश यादव ने आरोप लगाया है कि अफसर एक्शन लेने की बजाय मूकदर्शक बने बैठे हैं। उन्होंने चुनाव आयोग और राजभवन पर भी निशाना साधा है। अखिलेश यादव ने कहा निर्वाचन आयोग असहाय बना है, राजभवन ने भी मौन धारण कर रखा है। वहीं चुनाव को लेकर सपा का एक प्रतिधिनिमंडल ने राज्य निर्वाचल आयोग से मुलाकात की है। प्रतिनिधिमंडल ने निर्वाचल आयोग से सपा प्रत्याशियों के उत्पीड़न की शिकायत की है।
18 जिलों में निर्विरोध निर्वाचन तय
जिला पंचायत प्रत्याशी पार्टी
आगरा मंजू भदौरिया बीजेपी
गाजियाबाद ममता त्यागी बीजेपी
मुरादाबाद डॉ. शेफाली सिंह बीजेपी
बुलंदशहर डॉ. अंतुल तेवतिया बीजेपी
ललितपुर कैलाश निरंजन बीजेपी
मऊ मनोज राय बीजेपी
चित्रकूट अशोक जाटव बीजेपी
गौतमबुद्धनगर अमित चौधरी बीजेपी
श्रावस्ती दद्दन मिश्र बीजेपी
बलरामपुर आरती तिवारी बीजेपी
गोंडा घनश्याम मिश्र बीजेपी
गोरखपुर साधना सिंह बीजेपी
झांसी पवन कुमार गौतम बीजेपी
अमरोहा ललित तंवर बीजेपी
मेरठ गौरव चौधरी बीजेपी
वाराणसी पूनम मौर्य बीजेपी
इटावा अभिषेक उर्फ अंशुल यादव सपा
57 जिला पंचायत पर होगा सियासी घमासान
दरअसल, जिला पंचायत अध्यक्ष के नामांकन में समाजवादी पार्टी ने कई जिलों में आरोप लगाया कि उसके उम्मीदवारों को पर्चा ही नहीं दाखिल करने दिया गया। यूपी में जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में 18 सीटों के निर्विरोध के बाद असल लड़ाई अभी बाकी बचे 57 जिला पंचायत सीटों पर है। 29 जून को नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख है, जबकि 3 जुलाई को वोटिंग होनी है। यूपी की बची 57 जिलों में से 41 जिले ऐसे है, जहां केवल दो ही उम्मीदवार मैदान में हैं। एक तरह से इन सीटों पर सीधी टक्कर होगी। ऐसे में दूसरे दलों के या निर्दलीय सदस्यों पर जोर-आजमाइश के जरिए अपने-अपने पाले में लाने की कवायद चल रही है।
बीजेपी का 65 प्लस का टारगेट
बीजेपी ने जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए 65 प्लस का टारगेट रखा है, जिसे हासिल करने की बाजीगरी में पार्टी जुटी है। सूबे में पिछले महीने आए पंचायत चुनावों के नतीजों में हारकर तीसरे नंबर पर पहुंच गई बीजेपी अब हर हाल में जिला पंचायत अध्यक्षों की कुर्सी हथियाने में जुटी है। बता दें पिछले जिला पंचायत के चुनाव में समाजवादी पार्टी ने भी 63 सीटों पर जीत दर्ज की थी।