Agra News: आगरा में थाने पर किन्नरों का हंगामा, जानिए क्या है पूरा मामला
Agra News: उत्तर प्रदेश के आगरा में न्यू आगरा थाने पर आज हंगामा मच गया। किन्नरों ने थाने पर जमकर उत्पात किया। पुलिसकर्मियों से नाराज किन्नरों ने थाने के अंदर तालिया बजाई।
Agra News: उत्तर प्रदेश के आगरा में न्यू आगरा थाने पर आज हंगामा मच गया। किन्नरों ने थाने पर जमकर उत्पात किया। पुलिसकर्मियों से नाराज किन्नरों ने थाने के अंदर तालिया बजाई। अपनी अजीबोगरीब हरकतों से पुलिसकर्मियों को परेशान कर दिया। एक किन्नर ने तो थाने में ही अपने कपड़े उतार दिए। निर्वस्त्र होकर थाने में घूमने लगा। थाने पर किन्नरों का हंगामा देख लोगों की भीड़ जुट गई। लोगों ने अपने मोबाइल फोन से किन्नरों के हंगामे का वीडियो बनाना शुरू कर दिया। मामला बढ़ते देख पुलिसकर्मी किन्नरों को मनाने-समझाने में जुटे रहे। काफी देर के प्रयास के बाद पुलिस की बात किन्नरों के समझ में आई। तब कहीं जाकर किन्नर थाने से बाहर निकले और पुलिसकर्मियों को राहत मिल पाई ।
ये है थाने में हंगामे की वजह
दरअसल, आगरा की सड़कों पर भिक्षावृत्ति को रोकने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। पुलिस और प्रशासन की टीम सड़क पर भीख मांगने वाले बच्चों का रेस्क्यू करते हैं। उन्हें बेहतर जिंदगी यापन करने का अवसर देते हैं। रेस्क्यू किए गए बच्चों को रिहैबिलिटेशन सेंटर भेजा जाता है। इसी क्रम में टीम ने 4 बच्चों को एमजी रोड पर भीख मांगते हुए पकड़ा था। पुलिस ने 3 बच्चों को सीडब्ल्यूसी सेंटर पर भेज दिया। जबकि एक बच्ची को थाना न्यू आगरा में रखा गया था। पुलिस टीम आज सुबह बच्ची को आशा ज्योति केंद्र भेजने वाली थी। इससे पहले ही किन्नर समाज के लोग थाने पर पहुंच गए। थाने पर हंगामा कर दिया। आरोप लगाया कि पुलिस ने 3 दिन से बच्ची को थाने में बैठा रखा है। बच्ची की मां ने बताया कि वह सड़क किनारे चाय पी रहे थे। तभी टीम आई। उनकी बच्ची को पकड़ कर थाने ले गई। उन्होंने कहा कि उनका परिवार बेहद गरीब है। इसलिए भीख मांग कर गुजारा करना पड़ रहा है। उन्होंने सवाल उठाया कि अगर हम भीख नहीं मांगेंगे। तो हमें खाना कैसे मिलेगा। हम जिंदा कैसे रहेंगे ?
आगरा की सड़कों पर ‘भिखारी गैंग’ सक्रिय, पुलिस देखते ही भागने लगते हैं
आगरा की प्रमुख सड़कों पर भिखारी गैंग की पूरी सक्रियता नजर आती है। छोटे बड़े बच्चे शहर की सड़कों पर अक्सर भीख मांगते हुए नजर आते हैं। यह बच्चे पुलिस और मीडिया के कैमरे देखते ही भागने लगते हैं। पुलिस भी लगातार कार्रवाई करती है लेकिन अब तक भिक्षावृत्ति की घटनाओं पर पूरी तरह अंकुश नहीं लग पाया है।