Moradabad: 'थप्पड़बाज डॉक्टर' के विरोध में CMO ऑफिस के बाहर बवाल, आशा वर्कर का दिखा रौद्र रूप
Moradabad News Today: जिले के कुंदरकी कस्बे में प्राथमिक स्वस्थ केंद्र के एमओआईसी डॉ. नरेंद्र सिंह पर एक आशा वर्कर को खुलेआम थप्पड़ मारने का आरोप लगा है। जिसके बाद बवाल मच गया।
Moradabad News: मुरादाबाद के कुंदरकी कस्बे में कुंदरकी प्राथमिक स्वस्थ केंद्र के मेडिकल ऑफिसर इंचार्ज सर्टिफिकेट (एमओआईसी) डॉ. नरेंद्र सिंह ने एक आशा वर्कर को खुलेआम थप्पड़ जड़ दिया। थप्पड़ मारने के बाद वो मौके से फरार हो गया। जिसके विरोध में शनिवार (19 नवंबर) को आशा वर्करों ने सीएमओ ऑफिस के बाहर जमकर बवाल काटा।
क्या है पूरा मामला?
बता दें कि, शुक्रवार को नसबंदी लाभार्थी कैंप लगा था। जिसमे कुंदरकी की उषा नाम की आशा वर्कर एक लाभार्थी के पति के साथ पहुंची। जिस पर मेडिकल ऑफिसर इंचार्ज सर्टिफिकेट (एमओआईसी) डॉ. नरेंद्र से लाभार्थी की पेमेंट को लेकर कहासुनी हो गई। उसके बाद उषा नाम आशा वर्कर एमओआईसी के रूम से बाहर आकर सबको बताया कि, डॉक्टर नरेंद्र ने उसे थप्पड़ मारा है।
मामला गरमा गया
आज ये मामला सुबह से ही गरमा गया। आशा बहुओं ने पहले तो कुंदरकी अस्पताल में एमओआईसी डॉक्टर नरेंद्र के खिलाफ नारेबाजी की। उसके बाद एकत्रित होकर सीएमओ ऑफिस मुरादाबाद पहुंची। सीएमओ ऑफिस परिसर में बैठ आशा संगिनी और आशा बहुओं ने एमओआईसी डॉक्टर नरेंद्र के विरुद्ध नारेबाजी की। बाद में सीएमओ मिलिंद गर्ग ने समझा-बुझाकर आशाओं बहुओं को वापस भेज दिया।
आरोपी डॉक्टर ने किया साफ इनकार
newstrack.com से बात करते हुए डॉक्टर नरेंद्र ने बताया कि, 'शुक्रवार को आशा वर्कर उनके पास आयी थीं। तब मैं उसके साथ एकाउंटेंट के पास गया। इसी बीच आशा वर्कर के साथ आए एक व्यक्ति उनसे उलझने लगा। मैंने उनका परिचय पूछा तो बदतमीजी करने लगे। उन्होंने शराब पी रखी थी। मैंने आशा बहू को थप्पड़ नहीं मारा। थप्पड़ मारने वाली बात भी मुझे मीडिया के जरिये ही पता चली।'