लखनऊ: यूपी विधानसभा में गुरुवार (15 फरवरी) को उस वक़्त अजीब स्थिति उत्पन्न हो गई जब एकाएक नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी की तबियत अचानक बिगड़ गई। सदन में मौजूद विधायकों ने देखे अचानक उनके चेहरे पर पसीना आ गया और कुछ देर बाद वो बेहोश हो गए। सदन की कार्यवाही 10 मिनट के लिए रोक दी गई। उनकी बिगड़ी हालत देखकर कई विधायक उनके पास पहुंचे और हाल-चाल पूछा, लेकिन तब तक वो बेहोश हो चुके थे।
लोहिया अस्पताल में हालत में सुधार आने के बाद रामगोविंद चौधरी ने मीडिया से बात की। मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा, 'ऑल इज वेल।'
रामगोविंद चौधरी को तुरंत सिविल अस्पताल लाया गया। जहां से उन्हें लोहिया अस्पताल ले जाया गया। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह भी सिविल अस्पताल पहुंचे। उन्होंने बताया, कि 'नेता विपक्ष रामगोविंद चौधरी अब पूरी तरह स्वस्थ्य हैं। डॉक्टर ने सभी तरह के टेस्ट किए। उनकी रिपोर्ट सामान्य आई है। डॉक्टरों का कहना है कुछ देर में एक जांच और होनी है जिसके बाद उनके डिस्चार्ज करने पर निर्णय लिया जाएगा।'
लोहिया अस्पताल में शुरुआती जांच के बाद डॉक्टरों ने बताया, कि रामगोविंद चौधरी अब ख़तरे से बाहर हैं। उनकी स्थिति अब सामान्य है। उनका ब्लड प्रेशर 120-80 बताया गया है। डॉक्टर अभी अन्य जांच भी रहे हैं।
इससे पहले अपने नेता की बिगड़ी हालत की खबर फैलते ही समाजवादी पार्टी के कई नेता और कार्यकर्ता उनसे मिलने सिविल अस्पताल पहुंचे।
दूसरी तरफ, राज्यपाल के अभीभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव अब 26 तारीख को होगी। यह जानकारी संसदीय कार्यमंत्री ने दी। उन्होंने कहा, कि आज की तारीख की कार्रवाई अब 26 को होगी। कल का कार्यक्रम पहले की ही तरह रहेगा। अब 26 फरवरी को ही सीएम योगी राज्यपाल के अभिभाषण पर अपना वक्तव्य देंगें।