देश का एक ऐसा प्रदेश जहां पैदा होते हैं 'राज्यपाल'

अबतक इस प्रदेश से पांच राज्यपाल बन चुके थें लेकिन आज फागू चैहान के राज्यपाल बनने के बाद अब इनकी संख्या छ: हो गयी है। इसके पहले कल्याण सिंह राजस्थान, केशरी नाथ त्रिपाठी पश्चिम बंगाल, लालजी टंडन बिहार, बेबी रानी मौर्य उत्तराखण्ड, कलराज मिश्र हिमांचल प्रदेश के राज्यपाल बनाए जा चुके हैं।

Update: 2019-07-20 15:26 GMT

श्रीधर अग्निहोत्री

लखनऊ: कभी सुना है कि देश में एक ऐसा प्रदेश भी है जहां पर राज्यपाल ही पैदा होते है। ऐसा पहले कभी नही हुआ लेकिन अब ऐसा हो रहा है। क्योंकि देश की राजनीति का गढ़ रहा यूपी अब देश में सबसे अधिक राज्यपाल पैदा करने वाला राज्य बन गया है। मोदी सरकार के आने के बाद लगातार यहां के नेताओं का राज्यपाल बनने का सिलसिला थम नही रहा है।

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अबतक इस प्रदेश से पांच राज्यपाल बन चुके थें लेकिन आज फागू चैहान के राज्यपाल बनने के बाद अब इनकी संख्या छ: हो गयी है। इसके पहले कल्याण सिंह राजस्थान, केशरी नाथ त्रिपाठी पश्चिम बंगाल, लालजी टंडन बिहार, बेबी रानी मौर्य उत्तराखण्ड, कलराज मिश्र हिमांचल प्रदेश के राज्यपाल बनाए जा चुके हैं।

बेबी रानी मौर्य ( उत्तराखण्ड)

कलराज मिश्र (हिमांचल प्रदेश)

यूपी की राजनीति से राज्यपाल बनने वाले छठे नेता फागू चैहान

यूपी की राजनीति से राज्यपाल बनने वाले छठे नेता फागू चैहान को हाल ही में येागी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश पिछड़ा वर्ग आयोग का चेयरमैन बनाया था। घोसी विधानसभा से छह बार विधायक रहे फागू चैहान बिहार के नये राज्यपाल बनाएग गए है। उधर लाल जीट टंडन को बिहार से हटाकर मध्यप्रदेश का नया राज्यपाल बनाया गया है।

फागू चौहान ( बिहार )

कल्याण सिंह (राजस्थान)

फागू चैहान का जन्म आजमगढ़ के शेखपुरा में एक जनवरी, 1948 को हुआ था। उनके पिता का नाम खरपत्तु चैहान था. उनकी पत्नी का नाम मुहारी देवी है। उनके तीन लड़के और चार लड़कियां हैं। पिछड़ी जाति से आनेवाले फागू चैहान वर्ष 1985 में पहली बार दलित किसान मजदूर पार्टी से घोसी विधानसभा से विधायक बने। इसके बाद वह जनता दल के टिकट पर 1991 में विधायक चुने गये।

केसरी नाथ त्रिपाठी (पश्चिम बंगाल )

लालजी टंडन (मध्यप्रदेश)

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इसके बाद वर्ष 1996 और 2002 में वह भाजपा के टिकट पर विधानसभा पहुंचे। बाद में वह बहुजन समाज पार्टी में चले गये और बसपा के टिकट पर वर्ष 2007 में घोसी विधानसभा का चुनाव जीते। फिर इनका बसपा से मोह भंग हुआ और 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के टिकट पर चुनाव जीते ।

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