Varanasi News: कांग्रेस नेता अजय राय ने कुंभ के कुप्रबंधन पर योगी सरकार पर कसा तंज, कहा- 'जाके पांव न फटे बिवाई ऊ का जाने पीर पराई'

Varanasi News: अजय राय ने कहा कि कुछ भी हो योगी सरकार की सरकारी दुर्व्यवास्था, सरकार के नकारेपन पर जनता की आस्था भारी पड़ी । आमजन का ईश्वर प्रति तथा संगम के प्रति जो अगाध श्रद्धा और आस्था थी, वह सरकार के बदइंतजाम पर भारी पड़ी ।;

By :  Network
Update:2025-02-27 16:39 IST

कांग्रेस नेता अजय राय ने कुंभ के कुप्रबंधन पर योगी सरकार पर कसा तंज (Photo- Social Media)

Varanasi News: उत्तर प्रदेश के वाराणसी जनपद में उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष पूर्व विधायक अजय राय ने लहुराबीर स्थित अपने आवासीय कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि "मैं काशी समेत समूचे प्रदेश वासियों को महाशिवरात्रि पर्व की हार्दिक बधाई देता हूं । बनारस की जनता ने अपनी सूझबूझ और बड़े दिल के साथ बनारस में आए लाखों लोगों का स्वागत किया । उन्होंने कहा कि आज बनारस समेत पूरे प्रदेश में जिस तरह के हालात बना दिए गए हैं, उसे देखकर लगता है कि सरकार नाम की कोई चीज ही नहीं रह गई है। बनारस, जोकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र है यहां कई ऐसी योजनाएं पिछले दस सालों से चल रही हैं जिनको लेकर स्थानीय प्रशासन और सरकार को कोई जानकारी नहीं ।

बनारस में सिर्फ और सिर्फ घोटालों की योजना- अजय राय

फिर चाहे मां गंगा की गोंद में बिना एन जी टी की अनुमति के टेंट सिटी बनाने की बात हो या फिर गंगा जी ने नहर बनाने जैसा मूर्खतापूर्ण कार्य या फिर बंदरगाह बनाने की बात हो या फिर हाल फिलहाल में मोदी जी के ड्रीम प्रोजेक्ट माने जाने वाले रोपवे से जुड़ा मामला ही क्यों न हो । ये सारे कार्य स्थानीय प्रशासन की देखरेख में होने के बावजूद आज सवालों के घेरे में है। मैने इन सभी योजनाओं के शुरू होते वक्त ही इनके औचित्य पर प्रश्नचिह्न लगा दिया था, जो आज सच साबित हो रही हैं। बनारस में सिर्फ और सिर्फ घोटालों की योजना चल रही है ।

उन्होंने कहा कि रोपवे जैसी योजनाएं बनारस जैसे प्राचीन घने आबादी वाले शहर के लिए कहीं से भी उपयुक्त नहीं है। यह योजना बिना किसी कार्ययोजना के ही चलाई जा रही थी । अभी पिछले दिनों देश की सर्वोच्च अदालत ने इस योजना पर स्टे लगा दिया है । ऐसा इसलिए क्योंकि इस योजना की कोई मजबूत कार्ययोजना नहीं बनाई गई और दूसरा यह कि बिना अधिग्रहण कानून को समुचित लागू किए मकान मालिकों को मकान खाली करने का फरमान जारी कर दिया गया । जिन मकान मालिकों को उनके मकान का मुआवजा नही दिया गया उन्हे भी मकान छोड़ने की नोटिस जारी कर देना वह भी आनन फानन में, कहीं से भी कानून की दृष्टि में उचित नही था ।

कुंभ के आयोजन पर अजय राय ने उठाया सवाल

आज समूचे प्रदेश में इस तरह के औचित्य, गैरकानूनी काम बड़े पैमाने पर सत्ता की शह में हो रहा है । किसी भी व्यक्ति का घर तोड़ दो, आस्था के केंद्र पर बुल्डोजर चलाकर ध्वस्त कर दो, किसी भी किसान की जमीन बिना मुआवजा के हड़प लो, किसी को मार दो, यह सब जीरो टॉलरेंस का नारा देने वाले योगी राज में ही संभव है। खुद प्रदेश का बड़ा पुलिस अधिकारी अपनी पीठ थपथपा कर कह रहा है कि कुंभ के आयोजन को हमने सफल कर दिया । फिर भगदड़ में हताहत लोगों का क्या हुआ ? उन्होंने कहा कि भोजपूरी में इसे ही कहा जाता है कि जबरा मारे रोयै न दे । दूसरे शब्दों में कहें तो सरकार की गुंडई है । बनारस में रोपवे परियोजना को आड़े हांथ लेते हुए उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि यह योजना पूर्णतः निरर्थक, अव्यावहारिक योजना है बाकी अन्य योजनाओं की तरह । अजय राय ने कहा कि इस रोपवे योजना के शुरू होते समय ही हम लोगों ने कहा था कि बनारस में मेट्रो जैसी योजनाएं व्यवहारिक रूप से सही होंगी ।

कुंभ में जो भगदड़ वीवीआईपी कल्चर जिम्मेदार

प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने कुंभ से जुड़े सवालों का जवाब देते हुए कहा कि कुंभ में जो कुछ हुआ उसका हमे दुःख और अफसोस है । सबसे अधिक दुःख सरकार के निर्लज्ज, असंवेदनशील कार्यकलाप को लेकर है । कुंभ में जो भगदड़ हुई वह हृदय विदारक़ है । लेकिन इस स्थिति के लिए योगी सरकार का वीवीआईपी कल्चर नीति जिम्मेदार था । पूरा प्रशासन वी वी आई पी को कुंभ स्नान कराने और छोड़ने में व्यस्त था । जनता के लिए कोई इंतजाम नहीं । भीड़ को नियंत्रित करने, आने जाने के रास्ते का समुचित प्रबंध न होने से ही यह सारा कुछ घटित हुआ। के।

हजारों लोग आज भी सिसक रहे हैं । बहुतों के घर उजड़ गए। आज भी लोग अपनों को खोज रहे हैं। यह मंजर दिल को झकझोर देता है। मैं कुंभ में मृत सभी दिवंगत आत्माओं को अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं । उन्होंने कहा कि कुंभ का आयोजन आज समाप्त हो रहा है । योगी जी प्रयागराज में कुंभ से जुड़े लोगों को पुरस्कृत कर रहे हैं, ऐसे में मैं योगी सरकार को चाहिए कि 

वह कुंभ में सेवा के दौरान शहीद हुए गाजीपुर के पुलिस निरीक्षक शहीद स्व अंजनी कुमार राय की पत्नी को भी सम्मानित करें ताकि उनकी सेवा का सम्मान का सम्मान हो ।

कुंभ में भगदड़ से गई जान और सरकार का असंवेदनशील रवैया

अजय राय ने कहा कि कुछ भी हो योगी सरकार की सरकारी दुर्व्यवास्था, सरकार के नकारेपन पर जनता की आस्था भारी पड़ी । आमजन का ईश्वर प्रति तथा संगम के प्रति जो अगाध श्रद्धा और आस्था थी, वह सरकार के बदइंतजाम पर भारी पड़ी । योगी सरकार ने अपने कुप्रबंधन और अपने असंवेदनशील रवैए से साबित कर दिया कि उनके अंदर आम जनता के प्रति लेश मात्र भी संवेदना नही है । जिस दिन कुंभ में लोगों की भगदड़ से जान गई उसी दिन योगी जी हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा करवाकर हजारों लोगों के आंसुओं का उपहास। कर रहे थे, इससे बड़ा उदाहरण और क्या दिया जा सकता है इनकी संवेदना का । हमारे धर्म के श्रेष्ठ नियामक शंकराचार्य जी ने इस मृत्यु अट्टहास पर जब प्रश्न चिह्न लगाया तो योगी जी और उनकी पूरी पार्टी के लोगों ने शंकराचार्य जी को ही अपशब्द कहने लगे, यह कितने शर्म और अफसोस की बात है ।

जाके पांव न फटे बिवाई ऊ का जाने पीर पराई

उन्होंने कहा कि वस्तुतः "जाके पांव न फटे बिवाई ऊ का जाने पीर पराई।" हमे इनसे और क्या उम्मीद की ही जानी चाहिए । श्री अजय राय ने कहा कि योगी सरकार नाम बदलकर इतिहास नहीं बदल सकती । अभी हाल ही में गाजीपुर में अमर शहीद अब्दुल हमीद के नाम पर स्कूल का नाम बदलने का षड्यंत्र हो या फिर बनारस में महान क्रांतिकारी पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर संपूर्णानंद के नाम पर बने स्टेडियम का नाम बदलने का या फिर कैंट स्टेशन के पास स्थित महान क्रांतिकारी पूर्व रेलमंत्री तथा पूर्व मुख्यमंत्री पंडित कमलापति त्रिपाठी जी की प्रतिमा स्थल के पास अवैध कब्जा करने का मामला हो, यह सब कार्य कर आप अपना इतिहास नही बदल सकते । इतिहास बदलने के लिए कुर्बानियां देनी पड़ती हैं। जनता के लिए खुद को समर्पित करना पड़ता है।

अजय राय ने कहा कि सत्य, सनातन धर्म में झूठ बोलने को अपराध माना गया है । उन्होंने कहा कि काशी बाबा भोलेनाथ की नगरी है । प्राचीन और पवित्र नगरी। यहां सनातनकाल से ही महाशिवरात्रि पर्व पर शिव बारात निकाली जाती रही है । पर इस बार स्थानीय प्रशासन ने बिना किसी कारण के शिव बारात को महाशिवरात्रि के एक दिन बाद निकालने का धर्म विरुद्ध फरमान जारी कर दिया, जिसका मैने और हमारी काशी की जनता ने पुरजोर विरोध किया तब जाकर इन लोगों ने पुनः शिव बारात निकालने की बात स्वीकार की।

आस्था से हुआ खिलवाड़

आखिर कौन है जो लगातार हमारी आस्था से खिलवाड़ कर रहा है । क्या बिना ऊपर से आदेश मिले स्थानीय प्रशासन इस तरह का कृत्य कर सकता है । इसका मतलब इन लोगों का हमारे धर्म से ,धार्मिक मर्यादाओं से कुछ भी लेना लादना नहीं। इन्हे बस लूटने, बर्बाद करने के सिवाय और कुछ नहीं आता । मुझे अफसोस है कि आज इनकी अदूरदर्शिता और मूर्खताओं से न सिर्फ काशी बल्कि पूरा प्रदेश और देश दुःखी है । आज की पत्रकारवार्ता में जिला एवं महानगर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राजेश्वर सिंह पटेल, राघवेंद्र चौबे,प्रमोद पाण्डेय,गुलशन अली,डॉ राजेश गुप्ता,अरुण सोनी,वकील अंसारी,राजीव राम,रोहित दूबे, अनुभव राय, आशिष गुप्ता,विनीत चौबे,आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे ।

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