Varanasi News: कोरोना काल के बाद पैदल हुए संविदा स्वास्थ्य कर्मियों ने उठाई ये मांग, किया प्रदर्शन

Varanasi News: बाहर निकालने से नाराज़ स्वास्थ्यकर्मी वाराणसी के जिला मुख्यालय पहुंचे। स्वास्थ्य कर्मी जिला मुख्यालय पहुंचकर सीएम योगी से मिलने की मांग कर रहे थे लेकिन सुरक्षा कारणों की वजह से स्वास्थ्य कर्मियों को सीएम से नहीं मिलने दिया गया।

Update: 2023-06-16 07:55 GMT

Varanasi News: कोरोना काल में उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से सभी जिलों में संविदा पर अस्पतालों में स्वास्थ्य कर्मियों, कोरोना कर्मियों की नियुक्ति की गई थी। नियुक्ति के 3 साल बाद ही सभी स्वास्थ्य कर्मियों, कोरोना कर्मियों को बाहर निकाल दिया गया। बाहर निकालने से नाराज़ स्वास्थ्यकर्मी वाराणसी के जिला मुख्यालय पहुंचे। स्वास्थ्य कर्मी जिला मुख्यालय पहुंचकर सीएम योगी से मिलने की मांग कर रहे थे लेकिन सुरक्षा कारणों की वजह से स्वास्थ्य कर्मियों को सीएम से नहीं मिलने दिया गया। स्वास्थ्यकर्मियों ने आरोप लगाते हुए कहा कि पूरे उत्तर प्रदेश में कोरोना कर्मियों की संख्या नौ हजार के आसपास है।

कई जनपद से जुटे स्वास्थ्यकर्मियों ने जताया विरोध

जिला मुख्यालय पर वाराणसी के अलावा चंदौली, गाजीपुर, सोनभद्र, मिर्जापुर, जौनपुर से रात में ही स्वास्थ्यकर्मी आए थे। सभी जिलों के कोरोना कर्मियों की यही मांग है कि उन्हें दोबारा बहाल किया जाए। गौरतलब है कि कोरोना काल में स्वास्थ्य कर्मियों की कमी को पूरा करने के लिए प्रदेश सरकार की तरफ से संविदा पर यूपी के 75 जिलों में स्वास्थ्य कर्मियों की तैनाती की गई थी। चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग की तरफ से सभी जिलों में आउटसोर्सिंग पर कर्मचारी रखें गये थे। पिछले 3 सालों से सभी कर्मचारी निर्बाध रुप से अपनी सेवाएं दे रहे थे लेकिन आउटसोर्सिंग पर रखने वाली संस्था के द्वारा बिना बताए ही सभी जिलों के कोरोना कर्मियों को बाहर निकाल दिया गया। जिसको लेकर सभी कोरोना कर्मियों में भारी आक्रोश है। इसी बात की शिकायत करने के लिए 5 जिलों के कोरोना कर्मी आज वाराणसी के सर्किट हाउस के पास पहुंचे थे। सीएम योगी 2 दिन से वाराणसी दौरे पर थे सुबह सर्किट हाउस के पास पहुंचकर सैकड़ों की संख्या में कोरोना कर्मियों ने सीएम योगी से मिलने की मांग की लेकिन सुरक्षा व्यवस्था का हवाला देकर प्रशासन ने सभी को हटने के लिए कहा। जिसपर सभी कोरोना कर्मी हट गये। मुख्यमंत्री के जाने के बाद सभी कोरोना कर्मियों ने अपनी व्यथा मीडिया के सामने रखी।

आउटसोर्सिंग कंपनी ने दिखाया बाहर का रास्ता

चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग की तरफ से इन सभी कर्मचारियों को आउटसोर्सिंग पर सभी जिलों में तैनात किया गया। टेन्योर पूरा होने के बाद सभी कर्मचारियों को आउटसोर्सिंग कंपनी ने बाहर निकाल दिया, जिसके चलते सभी कोरोना कर्मी बेरोजगार हो गए हैं। कोरोना कर्मी कर्मचारियों में महिलाएं भी शामिल है। पूरे प्रदेश में लगभग 9000 कोरोना कर्मचारी बाहर निकाले गए। कर्मचारियों ने सरकार से यह मांग की है कि हम सभी लोगों को पुनः बहाल किया जाए।

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