Dev Deepawali 2024: काशी में देव दीपावली आज, 17 लाख दीपों से जगमग होंगे काशी के घाट, उपराष्ट्रपति और सीएम समेत दिग्गज निहारेंगे छटा
Dev Deepawali 2024: बाबा विश्वनाथ के मंदिर की रंगबिरंगी लाइटों और फूलों से भव्य सजावट की गई है। देव दीपावली के मौके पर 10 लाख पर्यटकों के आने की उम्मीद जताई गई है।
Dev Deepawali 2024: देव दीपावली के मौके पर काशी पूरी तरह सजधज कर तैयार है और शुक्रवार को यह पर्व पूरी भव्यता के साथ मनाया जाएगा। इस मौके पर काशी के घाट और अन्य कुंड 17 लाख से अधिक दीपों से जगमग होंगे। काशी के 84 घाटों, कुंडों, तालाबों और देवालयों की इन दीपों से भव्य सजावट की जाएगी। इस दौरान लेजर शो और लेजर लाइट एंड साउंड शो का आयोजन भी होगा। इस दौरान विशेष गंगा आरती के साथ ही शहीदों को गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया जाएगा। बाबा विश्वनाथ के मंदिर की रंगबिरंगी लाइटों और फूलों से भव्य सजावट की गई है। देव दीपावली के मौके पर 10 लाख पर्यटकों के आने की उम्मीद जताई गई है।
देव दीपावली के अद्भुत नजारे को देखने के लिए गंगा घाट पर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य समेत दर्जनों वीआईपी और देश-विदेश के पर्यटकों की मौजूदगी रहेगी। लगभग पांच घंटे के काशी प्रवास के दौरान उपराष्ट्रपति 90 करोड़ से तैयार नमो घाट का लोकार्पण करने के साथ ही इस घाट पर दीप जलाकर देव दीपावली महापर्व का शुभारंभ करेंगे।
लाखों दीपों का चंद्रहार पहनेंगी मां गंगा
भगवान शिव द्वारा त्रिपुरासुर के वध के उपलक्ष्य में देवों की ओर से स्वर्ग में मनाई गई देव दीपावली का पर्व शुक्रवार को काशी में पूरी भव्यता और दिव्यता के साथ मनाया जाएगा। इस मौके पर काशी में उत्तर वाहिनी मां गंगा लाखों दीपों से जगमगाता चंद्रहार पहनेंगी। इस महापर्व की छटा निहारने के लिए देश-विदेश के लाखों सैलानी काशी पहुंच चुके हैं। काशी के सभी होटल पहले से ही फुल हो चुके हैं। काशी भी अतिथियों का स्वागत करने के लिए पूरी तरह सजधज कर तैयार है।
कई विशेष कार्यक्रमों का आयोजन
देव दीपावली के मौके पर कई विशेष कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है। इस दौरान सुजाता विन्जुमुरी के ग्रुप का गायन व डांस और कोलकाता की शलाधी बनर्जी का कथक नृत्य लोगों का मन मोह लगा। शीतला घाट पर भाजपा सांसद और भोजपुरी गायक मनोज तिवारी और नमो घाट पर कल्पना पटवारी के कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। राजघाट पर 101 महिलाएं पहली बार गंगा आरती करेंगक। इसके अलावा दशाश्वमेध घाट पर 21 अर्चक विशेष गंगा आरती करेंगे। शहीदों को गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया जाएगा।
विश्वनाथ धाम की भव्य सजावट
देव दीपावली के मौके पर श्री काशी विश्वनाथ धाम की भव्य सजावट की गई है। बाबा विश्वनाथ के धाम को रंग-बिरंगी लाइटों और फूलों से भव्य तरीके से सजाया गया है। श्री काशी विश्वनाथ धाम के गंगा द्वार की विशेष सजावट की गई है। देव दीपावली के मौके पर पूरे धाम में दीप जलाए जाने की तैयारी है। ललिता घाट को भी भव्य तरीके से सजाया जा रहा है। श्री काशी विश्वनाथ धाम घाट के गंगा पार आतिशबाजी और चेत सिंह घाट पर लेजर शो के जरिए काशी की कला, संस्कृति और इतिहास का अद्भुत नजारा पर्यटकों को दिखाए जाने की तैयारी की गई है।
लेजर शो और आतिशबाजी का होगा आयोजन
जिलाधिकारी एस राजलिंगम ने बताया कि चेतसिंह घाट पर लेजर शो शाम 5:30 बजे, 7:00 बजे, 8:00 बजे और 8:45 बजे चार बार होगा। 25 मिनट का थ्री डी लेजर प्रोजेक्शन मैपिंग शो, लेजर लाइट एंड साउंड शो होगा। गंगा पार रेती पर 10 मिनट में करीब डेढ़ किलोमीटर की लंबाई में ग्रीन एरियल फायर क्रैकर्स शो का भी आयोजन होगा। भगवान शिव पर आधारित भजनों पर होने वाली आतिशबाजी लोगों के लिए आकर्षण का बड़ा केंद्र बनेगी।
रात भर चला घाटों को सजाने का काम
देव दीपावली से पहले गंगा घाटों को सजाने और संवारने का काम रात भर चलता रहा। नगर निगम की टीम गंगा घाटों की सफाई में जुटी रही। विशेष रूप से अस्सी और नमो घाट को सजाने-संवारने में नगर निगम के कर्मचारी जुटे रहे। घाटों पर जमा गंदगी हटाने के साथ ही दीवारों की मरम्मत और रंगाई भी की गई है। दीपों की सजावट और दीपदान के लिए विशेष मंच बनाए गए हैं ताकि सैलानी अद्वितीय आयोजन का अनुभव ले सकें। इसके साथ ही नगर के मुख्य मार्गो को भी रंगबिरंगी लाइटों से भव्य ढंग से सजाया गया है।
17 लाख दीपों से होगी भव्य सजावट
देव दीपावली के मौके पर सरकार व प्रशासन की ओर से 12 लाख दीपों की व्यवस्था की गई है तो दूसरी ओर तमाम संगठनों और समितियों ने जन सहभागिता से पांच लाख दीप जलाने का संकल्प लिया है। इनमें तीन लाख दीप गाय के गोबर से निर्मित होंगे। राजघाट से लेकर मीर घाट तक के आयोजकों ने अपनी-अपनी विशेषता के साथ घाटों को सजाया है।
गंगा सेवा निधि की ओर से देव दीपावली पर गंगा आरती को भव्य स्वरूप देने की तैयारी है। 20 क्विंटल फूलों से घाट की सजावट की गई है। धर्म के साथ राष्ट्रीयता और सामाजिकता का संदेश देने वाली यह महाआरती कारगिल युद्ध के बलिदानियों को समर्पित होगी। इस महापर्व पर उमड़ने वाली भीड़ को संभालने के लिए पूरे शहर में ट्रैफिक प्रतिबंध लागू किए गए हैं। कई रास्तों पर वाहनों के चलने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।