Varanasi News: एक्शन में काशी के डीएम, इन स्थानों का लिया जायजा, दिए सख्त निर्देश
Varanasi News: जिलाधिकारी एस. राजलिंगम ने केंद्र और राज्य सरकार के द्वारा वाराणसी में चल रही परियोजनाओं की विकास की गति को जानने के लिए आज स्थलीय निरीक्षण किया। जिनमें से कई योजनाओं पर चल रहे कार्यों को तेज करने का आदेश दिया है।
Varanasi News: जिलाधिकारी ने रमना में 50 एमएलडी के सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का निरीक्षण किया और स्थापित माडल के द्वारा कार्य प्रणाली के बारे में विस्तार से जानकारी ली। इस दौरान प्रोजेक्ट मैनेजर से पूछा कि क्या अस्सी नाले 100 फीसदी टैप किया जा चुका है। जिस पर मौके पर प्रोजेक्ट मैनेजर ने बताया कि इस प्लांट की केवल 50 एमएलडी क्षमता का है, जबकि अस्सी नाले से 70 से 77 एमएलडी से अधिक सीवर जल डिस्चार्ज होता है। अतिरिक्त जल शोधन के लिए भगवानपुर में 55 एमएलडी के नये एसटीपी की परियोजना का प्रधानमंत्री द्वारा शिलान्यास किया जा चुका है और इसकी धनराशि स्वीकृत हो गयी है। इसके बन जाने पर शत-प्रतिशत नाले टैप कर दिये जायेंगे और गंगा में सीवर नाले का पानी नहीं गिरेगा।
रमना क्षेत्र में लगे क्रशर प्लांट में कोई अधिकारी मौजूद नहीं मिला
तत्पश्चात उन्होंने रमना क्षेत्र में लगे क्रशर प्लांट का निरीक्षण किया। जिसमें भवन के टूटे हुए कंक्रीट के टुकड़े, ईंट आदि के मलबे से भस्सी बनाया जाता है। मौके पर कोई अधिकारी मौजूद नहीं मिला, जिस पर जिलाधिकारी ने नाराजगी जताई। रमना क्षेत्र में ही एनटीपीसी द्वारा प्लास्टिक वेस्ट से कोयला बनाने का कारखाना स्थापित किया गया है। भ्रमण के दौरान जिलाधिकारी द्वारा इस फैक्ट्री का निरीक्षण किया गया। जहां उन्होंने उत्पादन प्रक्रिया देखा और प्लास्टिक से कोयला बनाने की जानकारी ली। इसके अलावा वीडियो के माध्यम से उत्पादन का प्रेजेन्टेशन भी किया गया व उत्पादन होने वाले कोयला का नमूना भी उन्होंने देखा। जिलाधिकारी द्वारा उत्पादन में आने वाली किसी प्रकार की समस्या या अन्य कोई समस्या होती है, उसके निराकरण के लिए जिला प्रशासन की ओर से सहयोग का आश्वासन दिया गया। रमना एसटीपी प्लांट की केवल 50 एमएलडी क्षमता है, जबकि अस्सी नाले से 70 से 77 एमएलडी से अधिक सीवर जल डिस्चार्ज होता है।
सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट जल्द ही भगवानपुर कार्य शुरू होगा
रमना सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट की कैपिसिटी 50 एमएलडी की है जबकि अस्सी नाले में 70 से 77 एमएलडी सीवेज किया जाता है। 20 एमएलडी सीवेज बिना शोधित किए ही बहाया जा रहा है।
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अतिरिक्त जल शोधन के लिए भगवानपुर में 55 एमएलडी के नये एसटीपी की परियोजना स्वीकृत अस्सी नदी समेत और भी नालों के गंदे पानी के शोधन के लिए 55 एमएलडी का अतिरिक्त सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट भगवानपुर में स्वीकृत है। जिसपर जल्द ही कार्य शुरू हो जाएगा। इस एसटीपी के चालू हो जाने पर गंगा में गिरने वाले सभी नालों को टेप कर दिया जाएगा। रमना में एनटीपीसी के द्वारा प्लास्टिक वेस्ट से कोयला बनाने के कारखाना का भी किया निरीक्षण। रमना क्षेत्र में एनटीपीसी के सहयोग से प्लास्टिक वेस्ट से कोयला बनाने का प्लांट लगा हुआ है, जिसका निरीक्षण आज वाराणसी के जिलाधिकारी एस. राज लिंगम ने किया। डीएम वाराणसी ने प्लांट के अंदर जाकर मौके का स्थलीय निरीक्षण किया।