Varanasi News: स्वर्ग जाने के लिए ‘वेटिंग’! जानिए महाश्मशान मणिकर्णिका घाट पर क्यों करना पड़ रहा इंतजार
Varanasi News: भीषण गर्मी में शवों की संख्या बढ़ने की वजह से शवदाह करने वाले काशी के प्रसिद्ध मणिकर्णिका घाट पर वेट करना पड़ रहा है। बताया जा रहा है कि शवदाह करने के लिए यात्रियों को करीब 2 से 3 घंटे के इंतजार के बाद उनका नंबर आ रहा है।
Varanasi News: मोक्ष की नगरी काशी में महाश्मशान मणिकर्णिका घाट पर इन दिनों अंतिम संस्कार करने के लिए घंटों इंतजार करना पड़ रहा है। मणिकर्णिका घाट पर बिहार और गाजीपुर, चंदौली जौनपुर समेत कई जिलों से लोग अंतिम संस्कार करने के लिए मणिकर्णिका घाट आते हैं। भीषण गर्मी में शवों की संख्या बढ़ने की वजह से शवदाह करने वाले काशी के प्रसिद्ध मणिकर्णिका घाट पर वेट करना पड़ रहा है। बताया जा रहा है कि शवदाह करने के लिए यात्रियों को करीब 2 से 3 घंटे के इंतजार के बाद उनका नंबर आ रहा है। ऐसे में चिलचिलाती धूप में शव यात्रा में शामिल लोग काफी परेशान दिख रहे है। प्रचंड गर्मी की वजह से अचानक मृतकों की संख्या में इजाफा होने की वजह से अचानक लकड़ी और अंतिम संस्कार में प्रयोग होने वाले सामान की मांग भी बढ़ गई है।
प्रचंड गर्मी में अचानक मणिकर्णिका घाट पर बढ़ी शवों की संख्या
प्रचंड गर्मी की वजह से मणिकर्णिका घाट पर अचानक शवों की संख्या में इजाफा हुआ है। अमूमन आम दिनों में 70 से 80 शवों का अंतिम संस्कार होता है। लेकिन इन दिनों महाश्मशान मणिकर्णिका घाट पर इन दिनों 100 से 150 शवों का अंतिम संस्कार हो रहा है। मणिकर्णिका घाट पर अचानक शवों की संख्या बढ़ने से दुश्वारियां भी बढ़ी है। तेज धूप के चलते शवदाह करने आने वाले लोग काफी परेशान हो रहे हैं। मणिकर्णिका घाट पर छाए की व्यवस्था नीचे घाट पर नहीं होने की वजह से लोग घूप में ही अंतिम संस्कार कर रहे हैं। स्थानीय दुकानदारों की माने तो ऐसा प्रतिवर्ष होता है कि जब भी भीषण गर्मी या कड़ाके की ठंड होती है तो मृतकों की संख्या में इज़ाफा होता है। वहीं एक साथ मणिकर्णिका घाट पर शवों के पहुंचने पर यात्रियों को इंतजार करना पड़ता है।
प्रचंड गर्मी में चिताओं को जलाने में होती है काफी परेशानी
शवदाह करवाने वाले लोगों की माने तो भीषण गर्मी में शवदाह करवाने में समय लगता है। चिताओं को जलाने और पूरी तरह जलने के बाद उसे ठंडा होने में समय लगता है। एक शव को जलाने में करीब 3 से 4 घंटे का समय लग जाता है। इस दौरान जो शव के साथ आते है उन्हे इंतजार करना पड़ता है। वही गर्मी में शवदाह के समय आग की वजह से शवदाह करवाने वाले लोगो को भी काफी मशक्कत करनी पड़ती है।