Varanasi News: कांग्रेस ने अजय राय को अध्यक्ष बनाकर खेला फॉरवर्ड कार्ड, पूर्वी यूपी साधने की तैयारी
Varanasi News: 2024 लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस ने अपना कार्ड खेल दिया है। यूपी का प्रदेश अध्यक्ष अजय राय को बनाकर कांग्रेस पार्टी ने फॉरवर्ड कार्ड खेलकर यह जता दिया है कि पूर्वी उत्तर प्रदेश के 20 सीटों पर इसी कार्ड के सहारे चुनाव लड़ा जाएगा।
Varanasi News: 2024 लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस ने अपना कार्ड खेल दिया है। यूपी का प्रदेश अध्यक्ष अजय राय को बनाकर कांग्रेस पार्टी ने फॉरवर्ड कार्ड खेलकर यह जता दिया है कि पूर्वी उत्तर प्रदेश के 20 सीटों पर इसी कार्ड के सहारे चुनाव लड़ा जाएगा। I.N.D.I.A गठबंधन में कांग्रेस सबसे मजबूत पार्टी है। पूर्वी उत्तर प्रदेश के कांग्रेस पार्टी के सबसे चर्चित चेहरे के रुप में जाने जाने वाले अजय राय को प्रदेश अध्यक्ष की कमान सौंपी गई है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के सबसे खास अजय राय को प्रदेश अध्यक्ष बनाया है। यह सब अचानक नहीं हुआ बल्कि अजय राय वाराणसी में हमेशा से बीजेपी के नीतियों का विरोध करते आए हैं और पीएम मोदी के खिलाफ 2 बार अजय राय वाराणसी में चुनाव लड़ चुके हैं।
पूर्वांचल की राजनीति की अगर हम बात करें तो सभी पार्टियों की नजर जातिगत वोट बैंक पर ही केंद्रित रहती है। अजय राय के कंधे पर अब स्वर्ण वोट बैंक को जुटाने का जिम्मा सौंपा गया है। सवर्ण वोट बैंक के साथ ही कांग्रेस पार्टी के परंपरागत वोटर ब्राह्मण ,मुस्लिम और दलित वोट बैंक को भी मजबूती से जोड़ने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
कांग्रेस पार्टी ने जब कमलापति त्रिपाठी को अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी सौंपी थी उस समय कमलापति त्रिपाठी ने सभी जाति के लोगों को एक सूत्र में बांधने का काम भी किया और कांग्रेस पार्टी पूर्वी उत्तर प्रदेश में काफी मजबूत स्थिति में थी। अब एक बार दोबारा अजय राय पर भरोसा जताते हुए कांग्रेस पार्टी की आलाकमान ने सभी वोट बैंक को साधने की जिम्मेदारी दी है। 2019 लोकसभा चुनाव और 2022 विधानसभा चुनाव में पूर्वांचल की अधिकतर सीटों पर बीजेपी कमजोर साबित हुई थी । हालांकि बीजेपी ने निकाय चुनाव में कांग्रेस पार्टी के कमजोर होने का फायदा भी उठाया। कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष के रुप में अजय राय के सामने चुनौतियां भी बड़ी है। अजय राय भूमिहार ब्राह्मण वर्ग से आते हैं। गाजीपुर, बलिया, मिर्जापुर, वाराणसी, भदोही, चंदौली जिलों में भूमिहार ब्राह्मण वर्ग सबसे ज्यादा हैं।
कांग्रेस ने खेला स्वर्ण कार्ड
कांग्रेस पार्टी ने अजय राय को प्रदेश अध्यक्ष बनाकर एक तरह से स्वर्ण कार्ड खेला है। पूर्वांचल में ब्राह्मण, क्षत्रिय, भूमिहार वोट बैंक का दबदबा कई सीटों पर है। अजय राय खुद स्वर्ण समाज से आते हैं इसका लाभ भी कांग्रेस को मिलता दिख रहा है। पूर्वांचल में कांग्रेस के द्वारा खेले गए स्वर्ण कार्ड का कितना प्रभावी असर पड़ने वाला है यह तो फिलहाल भविष्य के गर्भ में है।
अजय राय के सहारे ब्राह्मण, क्षत्रिय वोट बैंक पर नजर
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय की पैठ सभी जातियों में है। ब्राह्मण वोटर और नेता भी अजय राय के साथ जुड़े हुए हैं। पूरे प्रदेश में 15 फीसदी ब्राह्मण वोट बैंक है। ब्राह्मण समाज में इस समय बीजेपी को लेकर भारी नाराजगी भी है जिसका फायदा अजय राय उठाने वाले हैं। ब्राह्मण के साथ ही क्षत्रिय समाज पर भी कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष की नजर है अजय राय के साथ पूर्वी उत्तर प्रदेश के क्षत्रिय नेता भी जुड़े हुए हैं। उत्तर प्रदेश में 12 फीसदी क्षत्रिय वोट बैंक है। पूर्वी उत्तर प्रदेश में अजय राय को क्षत्रिय वोट बैंक को भी जोड़ने की जिम्मेदारी दी गई है। इतना ही नहीं कांग्रेस अपने परंपरागत वोट बैंक मुस्लिम पर भी अपनी नज़र बनाए हुए है।
अंदरुनी कलह को संभालना है एक बड़ी चुनौती
कांग्रेस पार्टी में नये प्रदेश अध्यक्ष के लिए सबसे बड़ी चुनौती पार्टी के अंदरुनी कलह से निपटना बताया जा रहा है। कांग्रेस पार्टी के कई वरिष्ठ नेता सदैव अपने आप को सबसे आगे रखने का प्रयास करते हैं और इसी के फलस्वरूप जनता के सामने मंच पर टकराहट देखने को मिलती है इससे पार्टी छवि को नुकसान पहुंचता है। प्रदेश अध्यक्ष अजय राय को कार्यकर्ता से लेकर वरिष्ठ नेताओं तक को एक सूत्र में पिरो कर चलना होगा तभी कांग्रेस पार्टी संगठनात्मक रुप से मजबूत बनेगी।
I.N.D.I.A गठबंधन का जानिए समीकरण
NDA के खिलाफ कांग्रेस की अगुआई में I.N.D.I.A गठबंधन बना है। इंडिया गठबंधन में शामिल समाजवादी पार्टी पहले ही पीडीए का नारा दे चुकी है, अब कांग्रेस ने सवर्ण कार्ड चलकर यूपी की राजनीति में सभी जातीय समीकरणों को साधने की कोशिश इंडिया गठबंधन ने की है। एनडीए जहां छोटे छोटे सभी क्षेत्रीय दलों को अपने साथ जोड़ने का काम कर रही है वहीं I.N.D.I.A गठबंधन भी कम नहीं है समाजवादी पार्टी इंडिया गठबंधन का हिस्सा है। समाजवादी पार्टी का कोर वोट बैंक है यादव, मौर्या, कुशवाहा और मुस्लिम समेत सभी पिछड़ी जातियां। कांग्रेस पार्टी इस बार पूर्वी उत्तर प्रदेश में सवर्ण वोट कार्ड खेल रही है। समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन का फायदा कांग्रेस को मिलता दिख रहा है।