कशी में गंगा ने दिखाया रेड सिग्नल, बदलनी पड़ी आरती की जगह

गंगा किनारे बने घाट अब डूबने लगे हैं। ऐहतिहातन घाट पर अलर्ट जारी कर दिया गया है। अगर अगले कुछ दिनों तक यही हालत रहे तो निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा बढ़ जाएगा।

Update:2019-08-06 20:08 IST

वाराणसी: पूर्वांचल के कई इलाकों में भले ही इंद्रदेव मेहरबान ना हों लेकिन गंगा नदी ने रेड सिग्नल दिखाना शुरु कर दिया है। पहाड़ों पर हो रही बारिश का साइड इफेक्ट अब मैदानी इलाकों में देखने को मिल रहा है। वाराणसी में गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। प्रति घंटे तीन सेमी की रफ्तार से गंगा बढ़ रही हैं।

गंगा किनारे बने घाट अब डूबने लगे हैं। ऐहतिहातन घाट पर अलर्ट जारी कर दिया गया है। अगर अगले कुछ दिनों तक यही हालत रहे तो निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा बढ़ जाएगा।

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बदल गई गंगा आरती की जगह

गंगा के जलस्तर में हुई वृद्धी के चलते घाटों पर जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। दशाश्वमेध घाट पर होने वाली गंगा आरती के जगह को बदल दिया गया है। अब आरती घाट के ऊपरी तरफ होगी। यही नहीं घाट किनारे के कई छोटे-बड़े मंदिर पानी में डूब गए हैं। जल पुलिस ने नौका संचालन पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया है। इसकी वजह से गंगा घाटों का दीदार करने वाले सैलानियों को मायूसी हाथ लग रही है।

सीढ़ियों पर जल रही है चिता

बाढ़ का साइड इफेक्टर मणिकर्णिका घाट पर भी दिखाई दे रहा है। घाट पर पानी बढ़ने से शवों के अंतिम संस्कार में दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। मजबूर लोग अब सीढ़ियों और घाट के ऊपरी हिस्से पर चिता सजा रहे हैं और अंतिम संस्कार कर रहे हैं। यही हाल हरिश्चंद्र घाट का भी है। वहां पर भी शवों के अंतिम संस्कार में परेशानी हो रही है।

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स्थानीय लोगों के मुताबिक गंगा में बीते तीन दिनों में नौ फिट तक जलस्‍तर बढ़ गया है। हालांकि अभी यह स्‍तर खतरे के निशान से काफी नीचे है लेकिन जलस्तर में बढ़ोतरी की यही रफ्तार रही तो आने वाले दिनों में हालात बिगड़ सकते हैं।

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