वाराणसी: मंडुवाडीह थानाध्यक्ष संजय त्रिपाठी की गिनती जिले के तेजतर्रार पुलिस अफसरों में होती है।
अपराधियों के खिलाफ वो जितने सख्त हैं, आम लोगों के लिए उतने ही सर्व सुलभ।
शायद यही कारण है कि जब उनका तबादला हुआ तो इलाके के लोगों ने उन्हें फूल माला से लाद दिया।
विदाई देने के लिए थाने पहुंच आए और अपने चहेते पुलिस अफसर से लिपटकर रोते दिखे।
इस खास मौके पर थाने के पुलिसवाले भी भावुक दिखे।
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एसओ को फूल मालाओं से लाद दिया
सोमवार की सुबह-सुबह स्थानीय लोगों ने जैसे ही सोशल मीडिया पर संजय त्रिपाठी के तबादले की खबर देखी।
लोग मंडुआडीह थाने में जुटने लगे। कुछ देर में ही पूरा थाना महिला, पुरुष और बुजुर्गों से भर गया।
कोई माला लेकर पहुंचा तो कई बुके लिए हुए था।
अपने चहेते एसओ की विदाई को यादगार बनाने के लिए कुछ लोग केक तो कुछ मिठाई के साथ पहुंचे थे।
हर किसी के चेहरे पर एसओ के विदा होने का गम साफ दिख रहा था।
कई लोग तो ऐसे भी थे जो थानाध्यक्ष से लिपटकर रोते देखे गए। लोगों ने थानाध्यक्ष की गाड़ी को काफी दूर तक धक्का दिया और विदाई की रस्म पूरी की।
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बेहतरीन पुलिसिंग की पेश की मिसाल
अपनी बेहतरीन पुलिसिंग के बदौलत संजय त्रिपाठी इलाके के लोगों के बीच खासे लोकप्रिय हो गए थे।
न सिर्फ कानून-व्यवस्था के मोर्चे पर बल्कि लोगों के सुख-दुख में भी शामिल रहते थे।
कई बार तो ऐसे मौके आए जब संजय त्रिपाठी ने अपनी जान जोखिम में डालकर लोगों की जान बचाई।
संजय त्रिपाठी ने अपने प्रयासों से मंडुवाडीह थाने का कायाकल्प किया।
उनके ही कार्यकाल में इसे मॉडल थाने के तमगा मिला। इसे लेकर उनकी काफी तारीफ भी हो चुकी है।
उनके तबादले से सिर्फ जनता ही नहीं बल्कि उनके सहयोगी भी दुखी नजय आये।
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