सोनभद्र: ग्रामीणों के खेतों से बालू लेकर जाने पर हुआ बवाल
प्रभारी एसपी डॉ. अवधेश सिंह ने कहा कि बालू साइट पर जाने वाले रास्ते को लेकर ग्रामीणों और बालू कंपनी के कर्मचारियों के बीच विवाद हुआ। इसमें ग्रामीणों ने कर्मचारियों से मारपीट की। इस घटना में कंपनी से सात और दो ग्रामीण घायल हो गए।
सोनभद्र: बरहमोरी बालू साइड पर बवाल करने वाले ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस की उदासीनता और पक्षतपातपूर्ण रवैये के कारण ग्रामीणों का ठेकेदार व उसके लोगों द्वारा उत्पीड़न किया जाता है। इस रास्ते से आवागमन करने वालों की बिना किसी वजह के पिटाई कर दी जाती है।
बता दें कि भदोही जनपद के सांसद एवं किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेन्द्र सिंह मस्त के सुपुत्र प्रताप सिंह का नाम सामने आ रहा है। बताया जा रहा है कि प्रताप सिंह ने सोनभद्र में अपने बालू के ठेका से ग्रामीणों के खेतों से अपना ट्रक एवं टैक्टर निकलवा रहे थे। तभी वहां से कुछ ग्रामीण गुजर रहे थे। जिन्होंने इसका विरोध किया तो सांसद के पुत्र ने उन लोगों को बेरहमी से पीटा और गाली-गलौज भी किया। तब तक वहां अन्य ग्रामीण भी पहुंच गए। सांसद के पुत्र और ग्रामीणों के बीच फायरिंग भी हुई। गुस्साये ग्रामीणों ने 4से5 गाडियों को आग के हवाले कर दिये। सांसद पुत्र अपनी जान बचाकर एक घर के अन्दर छुप गए।
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इसलिए अचानक भड़का आक्रोश
मंगलवार को बालू खनन क्षेत्र से होकर गुजर रहे कोन थाना क्षेत्र के रोगही गांव निवासी संजय पासवान काे ठेकेदार के कुछ लोगों से पीट दिया गया। इसके विरोध में जब गांव के कुछ लोग पहुंचे तो उन्हें भी धमकी दी जाने लगी।
इतना ही नहीं ग्रामीणों का कहना है कि रात में भी ठेकेदार के एक व्यक्ति ने गांव में आकर धमकी दी। करीब एक दर्जन लोगों ने गोली मारने की धमकी दी। इसी से नाराज होकर ग्रामीण सुबह ही बालू खनन साइड पर पहुंचकर बवाल काटना शुरू कर दिया। इस दौरान हंगामा होने से आठ वाहन फूंकने के साथ तीन वाहन क्षतिग्रस्त कर दिए। जवाब में बालू साइट के लोगों ने हवाई फायरिंग की। मारपीट में नौ लोग घायल हो गए।
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कोन थाना क्षेत्र के रोगही चौराहे पर बुधवार सुबह करीब साढ़े सात बजे ग्रामीण पहुंचे और बालू ठेकेदार से रास्ते के विवाद में जाम लगा दिया। इसको लेकर साइट पर काम करने वाले कुछ लोग बातचीत करने पहुंचे तो ग्रामीणों ने उनकी पिटाई कर दी। इस पर काम करने वाले लोग साइट स्थित कार्यालय की ओर भागने लगे। ग्रामीणों ने उन्हें दौड़ा लिया और मौके पर जाकर तीन चार पहिया वाहन तथा पांच दोपहिया वाहन फूंक दिए।
क्या कहती है पुलिस
प्रभारी एसपी डॉ. अवधेश सिंह ने कहा कि बालू साइट पर जाने वाले रास्ते को लेकर ग्रामीणों और बालू कंपनी के कर्मचारियों के बीच विवाद हुआ। इसमें ग्रामीणों ने कर्मचारियों से मारपीट की। इस घटना में कंपनी से सात और दो ग्रामीण घायल हो गए। कंपनी के लोगों ने आत्मरक्षार्थ अपने लाइसेंसी शस्त्र से दो हवाई फायरिंग भी की। ग्रामीणों ने आठ वाहन जला दिये और तीन वाहन क्षतिग्रस्त कर दिये हैं। इस मामले में किसी की तरफ से तहरीर नहीं पड़ी है और कोई मुकदमा दर्ज नहीं हुआ है|
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