ग्रामीणों ने प्राथमिक विद्यालय में तिरंगा फहराने से रोक दिया
ग्रामिणों ने कोटेदार से विवाद होने के बाद कार्यवाई की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन कर झंडा फहराने से रोका था। हालांकि यह घटना बेहद गंभीर है। लेकिन डीएम इस घटना को महत्वपूर्ण नही माना। तो वही कैबिनेट मिनिस्टर ने भी इस मुद्दे पर कोई जवाब नही दिया।
शाहजहांपुर: स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्राथमिक विद्यालय मे झंडा फहराने से ग्रामिणों ने रोक दिया। इस दौरान ग्रामिणों ने स्कूल में आए बच्चों को भी भगा दिया। ग्रामिणों ने स्कूल के टीचरों के साथ मारपीट करने की भी कोशिश की। करीब दो घंटे बाद पुलिस की मौजूदगी में स्कूल मे झंडा फहराया गया।
ग्रामिणों ने कोटेदार से विवाद होने के बाद कार्यवाई की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन कर झंडा फहराने से रोका था। हालांकि यह घटना बेहद गंभीर है। लेकिन डीएम इस घटना को महत्वपूर्ण नही माना। तो वही कैबिनेट मिनिस्टर ने भी इस मुद्दे पर कोई जवाब नही दिया।
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ग्रामिणों ने महिला टीचर से मारपीट की कोशिश की
दरअसल थाना निगोही में पड्सरा-पङसरी प्राथमिक विद्यालय में 15 अगस्त के अवसर पर झंडा फहराने की तैयारी चल रही थी। स्कूल में सभी बच्चे आ चुके थे। तभी स्कूल में ग्रामिणों ने धावा बोल दिया। उन्होंने टीचरों को झंडा फहराने से रोक दिया। स्कूल आए बच्चों को भी वहां से भगा दिया। इतना ही नही ग्रामिणों ने महिला टीचर से मारपीट की कोशिश की। इसी बीच किसी ने पुलिस को फोन कर दिया। पुलिस की मौजूदगी में स्कूल के अंदर झंडा फहराया गया।
स्कूल की टीचर सपना सिंह का कहना है कि आज स्कूल मे झंडा फहराने की तैयारी की जा रही थी। तभी गांव के लोगों ने आकर रोक दिया। उसके बाद करीब दो घंटा लेट पुलिस की मौजूदगी में झंडा फहराया गया।
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ग्रामिणों ने झंडा फहराने से रोका
वहीं ग्रामिणों का कहना है कि गांव में राशन नही मिलता है। गरीबों के राशन को कोटेदार हड़प कर रहा है। कोटेदार का विरोध करते है। तो वह ग्रामिणों के साथ मारपीट करते है। कई बार अधिकारियों से शिकायत की लेकिन कोई कार्रवाई नही हुई है। इसलिए वह झंडा रोककर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
वहीं जब इस घटना पर डीएम इंद्र विक्रम सिंह और कैबिनेट मिनिस्टर सुरेश कुमार खन्ना से बात की गयी तो लोगों नें इस घटना को महत्वपूर्ण नही बताते हुए गाड़ी में बैठकर चले गए।