Human Trafficking: राजस्थान ले जाई जा रहीं सोनभद्र की आदिवासी युवतियां, सौदेबाजी करने पहुंचे चार गिरफ्तार
सोनभद्र में एक होटल के पास मानव तस्करी (Human Trafficking) रैकेट से जुड़े चार लोगों को गिरफ्तार कर किया गया है।
सोनभद्र: गरीब मां-बाप को लालच देकर तथा दलालों के जरिए सौदेबाजी कर सोनभद्र की आदिवासी युवतियां राजस्थान ले जाई जा रही हैं। शुक्रवार की देर रात सिविल लाइंस रोड स्थित एक होटल के पास मानव तस्करी (Human Trafficking) रैकेट से जुड़े चार लोगों को गिरफ्तार कर किया गया है। पूछताछ में उनसे पुलिस को कई अहम जानकारियां मिली हैं, जिसके आधार पर जांच आगे बढ़ाई जा रही है। पकड़े गए चारों व्यक्तियों का दोपहर बाद जिला अस्पताल में मेडिकल परीक्षण कराया गया। उनके खिलाफ संबंधित धाराओं में कार्रवाई की जा रही है।
बताते हैं कि राजस्थान से आए पांच-छह लोग शुक्रवार की रात दस बजे के करीब जिला मुख्यालय के एक प्रतिष्ठित होटल के पास रुक कर, एक दलाल के माध्यम से युवतियों को शादी कर राजस्थान ले जाने के लिए सौदा करने में लगे हुए थे। मौके पर दो युवतियां भी बुलाई गई थीं। उनके बीच चल रही बातचीत जब कुछ लोगों ने सुनी तो उन्हें ह्यूमन ट्रैफिकिंग का शक होने लगा।
उन्होंने राजस्थान से आए लोगों युवतियों और दूसरे लोगों से पूछताछ शुरू कर दी। मामला संदिग्ध समझ में आया तो तत्काल मामले की जानकारी पुलिस को दी। जैसे ही पुलिस पहुंची, वहां युवतियों को राजस्थान ले जाने के लिए सौदेबाजी करने में जुटे लोग भागने लगे। पुलिस ने दौड़ाकर चार को पकड़ लिया। शुक्रवार दोपहर तक उनसे कड़ी पूछताछ की गई। इसके बाद पकड़े गए पप्पू खटिक पुत्र राम खटिक, रामनरायन पुत्र मंगला, दीपू पुत्र रामनरायन, गोविंद पुत्र रामजी खटिक निवासी व थाना सांभर झील, जिला जयपुर, राजस्थान, जिला अस्पताल का चिकित्सकीय परीक्षण कराया गया।
प्रभारी निरीक्षक राबर्टसगंज सुभाष राय ने बताया कि पकड़े गए लोग राजस्थान से यहां शादी रचाने की नियत से आए थे। सौदेबाजी करते समय उन्हें पकड़ लिया गया। पूछताछ में उनसे कई जानकारियां मिली हैं। उसके आधार पर जांच आगे बढ़ा दी गई है। फिलहाल चार लोग पकड़े गए हैं, जिनका संबंधित धाराओं में चालान किया जा रहा है।
पड़ गए पुलिस के हत्थे, वरना लूट जाते दलाल के हाथों
इस मामले में घटना का एक दूसरा पहलू भी सामने आया है। चर्चाओं की मानें तो राजस्थान से जो लोग दलाल के माध्यम से शादी करने के लिए आए थे, उन्हें दलालों ने लूटने का पूरा कुचक्र तय कर रखा था। जब शादी के लिए लड़की उपलब्ध कराने को लेकर सौदेबाजी चल रही थी। तब, उस समय दलालों ने शादीशुदा तथा एक बच्चे की मां को नाबालिग बताकर उनके सामने खड़ा कर दिया। बात आगे बढ़ती कि उम्र को लेकर किचकिच शुरू हो गई। तेज आवाज में बात शुरू हुई तो लोगों की भी नजर पड़ गई और बात पुलिस तक पहुंच गई। जैसे ही पुलिस पहुंची। दलाल स्थानीय होने का फायदा उठाकर वहां से फरार हो गए। वहीं कम उम्र की लड़की से शादी की इच्छा लेकर पहुंचे लोग हवालात पहुंच गए। उधर, पुलिस अभी इस मसले पर कुछ भी कहने से बच रही है। इंस्पेक्टर सुभाष राय का कहना है कि जांच में जब तक पूरी तरह स्थिति स्पष्ट नहीं हो जाती, तब तक कुछ कहना सही नहीं रहेगा।
पहले करते हैं सौदा, फिर रचाते हैं शादी, इसके बाद ले जाते हैं राजस्थान
कभी हरियाणा और दिल्ली के लिए ह्यूमन ट्रैफकिंग का आसान रास्ता रहा सोनभद्र, हाल के कुछ सालों से राजस्थान के लोगों की पहली पसंद बन गया है। घोरावल से शुरू हुआ राजस्थान का नेटवर्क इस समय पूरे जिले में फैल गया है। लोगों की बातों पर यकीन करें तो पिछले तीन-चार सालों से प्रतिवर्ष 30 से 40 युवतियां शादी की आड़ में सौदेबाजी कर राजस्थान ले जाई जा रही हैं। इस मानव तस्करी का शिकार सबसे ज्यादा नाबालिक लड़कियां बन रही हैं। कुछ समय पहले ही राबर्ट्सगंज के एक मंदिर परिसर में नाबालिग युवती से शादी रचाई जाने का मामला पकड़ में आया था। पुलिस ने दलाल और दूल्हे को गिरफ्तार कर जेल भी भेजा था।
बताते हैं कि दलालों के जरिए राजस्थान के लोग गरीब मां-बाप से संपर्क करते हैं। उन्हें रुपए-पैसे का लालच देने के साथ ही बेटी के सुनहरे भविष्य का सपना दिखाते हैं। उसके बाद दलाल के माध्यम से ही रुपए का लेनदेन किया जाता है और किसी मंदिर या किसी होटल परिसर में शादी रचा कर उन्हें ले जाया जाता है। लड़की की तरफ से विरोध की स्थिति न बनने पाए। इसके लिए, नाबालिग लड़कियों को सौदेबाजी वाली शादी के रैकेट का आसान निशाना बनाया जाता है।