Sonbhadra: सोनभद्र में महिला शिक्षकों ने निकाली 'पिंक रैली', लोगों को मतदान का बताया महत्व
Sonbhadra: महिला शिक्षकों ने सोमवार को जिला मुख्यालय पर पिंक रैली निकाली। इसके जरिए, जहां लोगों को मतदान के लिए जागरूक किया गया।
Sonbhadra: महिला शिक्षकों ने सोमवार को जिला मुख्यालय पर पिंक रैली निकाली। इसके जरिए, जहां लोगों को मतदान के लिए जागरूक किया गया। वहीं महिला मतदाताओं पर विशेष फोकस किया गया, ताकि उनकी सहभागिता मतदान में बढ़ाई जा सके। महिला शिक्षक संघ के बैनर तले आयोजित इस जागरूकता रैली में शामिल सभी शिक्षिकाएं गुलाबी पोशाक धारण कर, रैली के दौरान मतदाताओं, खासकर महिला मतदाताओं को जागरूक करने और उन्हें उनके अधिकारों से अवगत कराने में लगी रहीं।
जिला विद्यालय निरीक्षक रविशंकर और जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी हरिवंश कुमार ने राबर्ट्सगंज के विवेकानंद प्रेक्षागृह से हरी झंडी दिखाकर रैली को रवाना किया। रैली में शामिल सभी महिलाएं गुलाबी साड़ी और सलवार-सूट पहने हुई थीं और मतदाता जागरूकता से संबंधित नारे लगा रही थीं। हाथ में मतदाता जागरूकता के स्लोगन लिखी तख्तियां भी लिए हुए थीं।
अपनी पसंद की सरकार चुनने का अवसर प्रदान
स्वामी विवेकानंद प्रेक्षागृह से निकली रैली महिला थाना, सिविल लाइन, स्वर्ण जयंती चौक, मेन चौक होते हुए वापस प्रेक्षागृह आकर संपन्न हुई। जिला विद्यालय निरीक्षक रविशंकर और जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी हरिवंश कुमार ने पहली बार वोट कर रहीं युवतियों/महिलाओं से अपील करते हुए कहा कि मताधिकार आपको अपनी पसंद की सरकार चुनने का अवसर प्रदान करता है।
इसके लिए सभी महिला मतदाताओं के साथ जनपद के सभी मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करते हुए शत-प्रतिशत लक्ष्य हासिल करने के प्रयासों में सहयोग दें। महिला शिक्षक संघ जिलाध्यक्ष शीतल दहलान ने अपील की कि सात मार्च के दिन अपने घरेलू और दैनिक कार्यों को छोड़कर सबसे पहले मतदान करें।
साथ ही अपने घर के सभी मतदाताओं को भी अपने मताधिकार का महत्व बताते हुए मतदान अवश्य करवाएं। कार्यक्रम के दौरान रैली में शामिल लोगों को मतदान की शपथ भी दिलाई गई।
इस दौरान संतोष कुमारी, रंजना राय, दीप्ती भारती, कौशर जहां सिद्दीकी, वर्षा वर्मा, सुमन तिवारी, वीणा श्रीवास्तव, प्रियंका पाण्डेय, मोनिका, शशिबाला सिंह, संध्या साइन, साधना सारंग, वैशाली श्रीवास्तव, कुंजलता त्रिपाठी, कृतिका सिंह, मधु मिश्रा, अनीमा शर्मा, दिव्या राय आदि की भी मौजूदगी बनी रही।