शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन ने मोदी को लिखा पत्र, कहा- मदरसे बंद करना जरूरी, नहीं तो...

वसीम रिजवी का कहना है कि बच्चों का मन और मष्तिष्क कोमल होता है और उन्हें आसानी से गलत रास्तों की तरफ मोड़ा जा सकता है। ऐसे में ये जरूरी है कि मदरसों को बंद कर दिया जाए। अगर प्राथमिक मदरसों को नहीं बंद किया गया तो 15 साल में आधे से ज्यादा मुसलमान आईएसआईएस की विचारधारा के समर्थक हो जाएंगे।

Update:2019-01-22 12:20 IST

नई दिल्ली: यूपी शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर कहा है कि मदरसों के जरिए कहीं न कहीं आतंकी विचारों को पनपने का मौका मिल रहा है।

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वसीम रिजवी का कहना है कि बच्चों का मन और मष्तिष्क कोमल होता है और उन्हें आसानी से गलत रास्तों की तरफ मोड़ा जा सकता है। ऐसे में ये जरूरी है कि मदरसों को बंद कर दिया जाए। अगर प्राथमिक मदरसों को नहीं बंद किया गया तो 15 साल में आधे से ज्यादा मुसलमान आईएसआईएस की विचारधारा के समर्थक हो जाएंगे।

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अपने तर्क के समर्थन में वो कहते हैं कि ये देखा गया है कि कोई भी मिशन चलाने के लिए बच्चों को निशाना बनाया जाता है और इस वक्त आईएसआईएस दुनिया का एक खतरनाक आतंकी संगठन है। यह संगठन धीरे धीरे दुनिया में मुस्लिम आबादी वाले इलाकों में अपनी पकड़ मजबूत बना रहा है।

उन्होंने कहा कि कश्मीर में बहुत बड़ी तादाद में आईएसआईएस के समर्थक खुलेआम घूमते हुए नजर आते हैं। बड़े पैमाने पर मदरसे में इस्लामिक तालीम लेने वाले बच्चों को आर्थिक मदद पहुंचा कर इस्लामिक शिक्षा के नाम पर उनको दूसरों धर्मों से काटा जा रहा है और सामान्य शिक्षा से दूर किया जा रहा है। हिंदुस्तान में ग्रामीण क्षेत्रों में चल रहे प्राथमिक मदरसे चंदे की लालच में हमारे बच्चों के भविष्य को खराब करने पर आमादा हैं।

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इस पत्र के बाद अब इस्लामिक संगठन इनके विरोध में उतर सकते हैं। यह कोई पहला वाकया नहीं हैं जब वसीम रिजवी ने ऐसे पत्र सरकार को लिखा हो। इसके पहले भी रिजवी ने सरकार को राम मंदिर निर्माण से लकर कई मुददों पर अपनी बेबाक राय दी है।

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