मच गया तांडव! जब दारोगा ने खुद की गाड़ी का काटा चालान, तो...
मौके पर प्रधान देशराज भी पहुंच गए और उनकी दरोगा अशोक कुमार से बहस होने लगी प्रधान ने कहा कि वाहन चेकिंग मुख्य सड़कों पर लगाया जाता है न कि ग्रामीण इलाकों में। उन्होंने यह भी कहां कि आप भी हेलमेट नहीं लगाए हैं अपने ऊपर जुर्माना क्यों नहीं काटते?
रायबरेली: महराजगंज कोतवाली में तैनात दरोगा को वाहन चेकिंग के नाम पर वसूली करना महंगा पड़ा। कैड़ावा गांव के ग्रामीणों ने दरोगा से भी हेल्मेट और बीमा के कागजात के बारे में पूछा तो दरोगा रौब झाड़ने लगे। लेकिन स्वयं की गाड़ी के कागजात न होने पर दरोगा को खुद अपना ही गाड़ी का चालान काटना पड़ा। घटना से झल्लाए दरोगा ने कोतवाली से फोर्स बुलवाई और गांव में जमकर तांडव किया।
ये है पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक कोतवाली महाराजगंज के दरोगा और सिपाही की ग्रामीणों से चिक चिक तब हुई जब वो वाहन चेकिंग के नाम पर जबरन वसूली कर रहे थे। मामला इस हद तक तूल पकड़ा कि ग्रामीणों के उग्र होने पर दरोगा को मौके से भागना पड़ा। मौके से एक किलोमीटर दूर स्थित मऊ नहर चौकी से दरोगा ने फोन से कोतवाली प्रभारी लालचंद सरोज घटना की सूचना दी। इसके बाद कोतवाल भारी फोर्स लेकर मौके पर पहुंचे और हंगामा कर रहे आधा दर्जन लोगों को शांति भंग की आशंका में निरुद्ध कर कोतवाली ले आए।
ये भी पढ़ें— Haryana Elections 2019: कांग्रेस के गढ़ में BJP की नैया पार लगाएंगी TikTok स्टार!
घटना के बारे में जानकारी मिली है कि देर शाम महाराजगंज कोतवाली में तैनात दरोगा अशोक कुमार अपने साथ एक सिपाही एक होमगार्ड को लेकर कैड़ावा गांव के पास वाहन चेकिंग लगाए थे। बताया जाता है कि कैडावा में क्षेत्र पंचायत सदस्य राम सजीवन के यहां कोई पारिवारिक समारोह था जिसमें बड़ी तादाद में लोग बाइको से आ जा रहे थे इस पर दरोगा ने एक वाहन पर सवार तीन लोगों को रोका और बिना हेल्मेट लगाने, बिना लाइसेंस गाड़ी चलाने आदि मामलों को लेकर ₹5000 की जुर्माने की रसीद काट दी।
दारोगा ने खुद का भी किया चालान
मौके पर प्रधान देशराज भी पहुंच गए और उनकी दरोगा अशोक कुमार से बहस होने लगी प्रधान ने कहा कि वाहन चेकिंग मुख्य सड़कों पर लगाया जाता है न कि ग्रामीण इलाकों में। उन्होंने यह भी कहां कि आप भी हेलमेट नहीं लगाए हैं अपने ऊपर जुर्माना क्यों नहीं काटते? इसी बात को लेकर कहासुनी हो गई बताते हैं कि मामला इतना गर्मा गया कि बड़ी तादाद में ग्रामीण इकट्ठा होकर दरोगा की हूटिंग करने लगे।
ये भी पढ़ें— world News : एक होने के तीस साल बाद भी पीछे है पूर्वी जर्मनी
वहीं इस मामले में जब एसपी स्वप्निल ममगई से बात की गई तो उनके पीआरओ ने बताया कि वह बिजी हैं एडिशनल से बात कर लीजिए अपर पुलिस अधीक्षक से बात हुई तो उन्होंने बताया कि सीईओ विनीत सिंह से वाइट ले लीजिए सीईओ विनीत सिंह से फोन पर बात हुई तो उन्होंने बताया कि दरोगा चालान कर रहे थे चेकिंग के दौरान दरोगा से अभद्रता की गई इसके लिए जो भी कार्रवाई हो होगी वह की जाएगी।