Sonbhadra News: निःसंतान दंपति से किया तीन वर्षीय भतीजी का सौदा, उन्हें सौंपने के लिए किया अपहरण, तीन गिरफ्तार
Sonbhadra News: रिश्ते में मौसी लगने वाली महिला ने अपनी तीन वर्षीय भतीजी का वाराणसी के एक नि:संतान दंपति से सौदा कर डाला। इसके लिए उसने मासूम का अपहरण भी कर लिया।;
Sonbhadra News: जिले के करमा थाना क्षेत्र (karma police station area) से रिश्तों को शर्मसार कर देने वाली घटना सामने आई है। रिश्ते में मौसी लगने वाली महिला ने अपनी तीन वर्षीय भतीजी का वाराणसी के एक नि:संतान दंपति से सौदा कर डाला। इसके लिए उसने मासूम का अपहरण भी कर लिया लेकिन ऐन वक्त पर सक्रिय हुई पुलिस ने मौसी और नि:संतान दंपति को धर दबोचा। पूछताछ के बाद सोमवार को तीनों का चालान कर दिया गया।
राबर्ट्सगंज कोतवाली क्षेत्र के बरकरा गांव (Barkara Village) निवासी विजय कुमार पुत्र शिवनाथ ने रविवार की शाम करमा पुलिस को सूचना दी कि रिंकी उर्फ बब्बू निवासी पापी, थाना करमा, जो रिश्ते में दूर की मौसी लगती है, ने कसया गांव से उसकी तीन वर्षीय पुत्री सपना उर्फ परी का अपहरण कर लिया है। इस पर धारा 363 आईपीसी के तहत मामला दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरु की गई।
आरोपी रिंकी को गिरफ्तार कर लिया गया
उधर, एसपी अमरेंद्र प्रसाद सिंह ने भी टीम गठित कर बच्ची के सकुशल बरामदगी के निर्देश दिए। सूचना मिलने के महज छह घंटे के भीतर अपहृत मासूम की बरामदगी के साथ ही आरोपी रिंकी पत्नी विकास निवासी जमुनीनार, थाना अधौरा, जनपद भभुआ, बिहार, हाल पता पापी, थाना करमा को गिरफ्तार कर लिया गया।
उससे पूछताछ में मिली जानकारी के आधार पर विनोद पासवान पुत्र स्व. रामविलास पासवान, उसकी पत्नी नेहा निवासी डी- 59/335A, लेन नंबर सात, शिवपुरवा, निरालानगर, थाना सिगरा, वाराणसी को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपियों की गिरफ्तारी और पूछताछ के बाद अपहृत की गई मासूम को उसके माता-पिता को सौंप दिया गया। वहीं आरोपियों के खिलाफ धारा 363 और धारा 370(4) आईपीसी के तहत कार्रवाई करते हुए सोमवार को दोपहर बाद चालान कर दिया गया।
निःसंतान मकान मालिक को बेचने के लिए मासूम का किया था अपहरण
डीआईजी एसपी अमरेंद्र प्रसाद सिंह ने बताया कि रिश्ते में मौसी लगने वाली रिंकी ने ही तीन वर्षीय मासूम का अपहरण किया था। वह इन दिनों वाराणसी के सुकुलपुरा में किराए के मकान में रह रही थी। उसके मकान मालिक विनोद पासवान और उनकी पत्नी नेहा निवासी निराला नगर को कोई संतान नहीं थी।
उन्हें संतान सुख देने के लिए, उनसे, रिश्ते में भतीजी लगने वाली तीन वर्षीय परी का सौदा किया और इसके लिए उसने मासूम का अपहरण भी कर लिया लेकिन अपहरण की सूचना मिलते ही सक्रिय हुई पुलिस ने महज घंटे के भीतर बच्ची की सकुशल बरामदगी कर उनके मंसूबों पर पानी फेर दिया। गिरफ्तारी और बरामदगी करने वाली टीम की अगुवाई करमा थाना अध्यक्ष राजेश कुमार सिंह ने की।