फैजाबाद. अयोध्या में रामलला के मुख्य पुजारी ने महिलाओं को शनि की पूजा ना करने की सलाह दी है। उन्होंने कहा,'' शनि की पूजा करने से महिलाएं विधवा हो जाएंगी। बेटे की जान जा सकती है। परिवार, घर और संपत्ति को भी नुकसान हो सकता है।''
और क्या कहा?
-आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा-शनि सबसे क्रूर ग्रह है। इसकी साढ़े साती होती है।
-शनि जिसके ऊपर चढ़ जाता है उसका बहुत नुकसान होता है।
-शनि शिंगणापुर मंदिर शापित है और जो वहां बिना अनुमति पूजा करेगा उसका अनिष्ट होगा।
-नारी अपना अधिकार ले, लेकिन इस तरह परंपरा तोड़कर नहीं।
शंकराचार्य ने कहा- शनि देवता नहीं, ग्रह है
-इलाहाबाद के माघ मेले में शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद ने कहा- शनि कोई देवता नहीं है, बल्कि एक ग्रह है।
-लेकिन ज्यादा चढ़ावा आ सके, इसलिए मंदिर बनाए जा रहे हैं।
-शनि शिंगणापुर मंदिर में प्रवेश को लेकर बवाल राजनीतिक स्वार्थ की वजह से किया जा रहा है।
साक्षी महराज ने किया समर्थन
-बीजेपी सांसद स्वामी साक्षी महाराज ने भी शनि शिगणापुर मंदिर में महिलाओं के प्रवेश पर रोक को सही बताया।
-यह व्यवस्था उनके संविधान की है, इसलिए हमें उनके संविधान का पालन करना चाहिए।
-भारत में महिलाओं का सम्मान दुनिया में सबसे अधिक है। सभी मंदिरों में उनकी आवाजाही है।
-लेकिन यदि कहीं मंदिरों के संविधान की वजह से इस तरह की समस्या है तो उसक मुद्दा नहीं बनाया जाना चाहिए।
'पति की करें पूजा'
-राजगोपाल मंदिर अयोध्या के महंत कौशल किशोर फलाहारी ने कहा- शनि देवता हैं और ग्रह भी।
-महिलाओं को शनि की पूजा नहीं करनी चाहिए। उन्हें अपने पति की पूजा करनी चाहिए।
-अगर शनि जनित दोष है तब शनि की पूजा करनी चाहिए।