बाराबंकीः सत्ता और रसूख के चलते लेखपाल से सांठगांठ कर फर्जी प्रमाणपत्र बनवाकर ग्राम प्रधान बनने का मामला तूल पकड़ने लगा है। आरोप है कि एक सामान्य जाति की महिला ने प्रधानी का चुनाव लड़ने के लिए अपनी जाति बदलकर पिछड़ी जाति से चुनाव लड़कर जीत हासिल की है। एसडीएम ने पूरे मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
क्या है मामला
-बाराबंकी के तहसील नवाबगंज के रहरामऊ ग्राम पंचायत का ये मामला है।
-नव निर्वाचित महिला ग्राम प्रधान मुन्नी उर्फ शबा व उसके पति रिजवान अहमद किदवई पर ग्रामीणों ने आरोप लगाया।
-इस प्रधानी चुनाव में मुन्नी ने क्षेत्रीय लेखपाल सांकेत रावत से मिलकर फर्जी तरीके से प्रधानी चुनाव में नामांकन किया।
-ग्रामीणों ने पहले ही चुनाव आयोग को लिखित शिकायत देकर आपत्ति जताई थी।
-लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई और मुन्नी ने चुनाव भी जीत लिया है।
सामान्य सीट से भी चुनाव लड़ चुकी है मुन्नी
-रहरामऊ निवासी अनिल वर्मा का आरोप है कि मुन्नी पहले भी सामान्य सीट से प्रधानी का चुनाव लड़ चुकी है।
-इस बार सीट बदलने से उसने अपनी जाति बदलकर चुनाव जीत लिया।
-शिकायतकर्ता ने राशन कार्ड मैनेजमेंट सिस्टम का प्रूफ भी दिया है।
-आरोप है कि महिला प्रधान का पति रिजवान अहमद किदवई काफी पहुंच और पैसे वाला है।
आरोपी महिला ने क्या कहा
-आरोपी महिला व उसके पति ने कहा है कि उसने अपने पिता की जाति से ही चुनाव लड़कर चुनाव जीता है।
-वो पिछड़े वर्ग में आती है और उनके पति सामान्य जाति किदवई हैं।
एसडीएम ने क्या कहा
-एसडीएम नवाबगंज नीलम यादव का कहना है कि उनके वहां पंचायती राज अधिनियम के तहत मामले की जांच चल रही है।
-दोनों पक्षों के साक्ष्य का निरीक्षण करके कार्यवाही की जाएगी।