लखनऊ: हर धर्म के अपने अपने रीति रिवाज होते हैं उनके अलग- अलग पूजा पाठ करने के पवित्र स्थान होते हैं जैसे हिन्दू के लिए मंदिर, सिक्खों के लिए गुरुद्वारा, और ईसाईयों के लिए चर्च, वैसे ही मुस्लिम समाज के लिए उनका पवित्र स्थान मस्जिद हैं।
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जहां वो अपने अल्हा को याद करते हैं नमाज पढ़ते हैं। आप लोगो ने कई जानी मानी, खुबसूरत मस्जिदों के बारे में देखा और सुना होगा। और कई लोग इन मस्जिदों में गए भी होंगे हज यात्रा के लिए, क्यूकि मुस्लिम समाज का कहना हैं, जिंदगी में एक बार इन मस्जिदों की यात्रा जरुर करनी चाहिए।
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तो आज हम आपको दुनिया की उन खुबसूरत मस्जिदों के बारे में बताने जा रहे हैं जो अपनी खूबसूरती के साथ-साथ शक्तिशाली भी हैं। इन मस्जिदों की खूबसूरती ऐसी है कि आपका मन मोह लें।
अल हरम मस्जिद
मक्का की अल हराम मस्जिद दुनिया की सबसे पहली मस्जिद हैं इस्लाम के सबसे पवित्र स्थान काबा में स्थित ये मस्जिमद आकार में विश्व की सबसे बड़ी मस्जियद हैं। मान्याता है कि दुनिया भर के मुस्लिम नमाज़ पढ़ते समय काबे की तरफ़ मुख करना अनिवार्य हैं और इस मस्जिद की जरिया रखते हुए जीवन में कम से कम एक बार यहां हज पर आये और काबा की तवाफ़ (परिक्रमा) करें।
सुल्तान उमर अली सैफुद्दीन मस्जिद
सुल्तान उमर अली सैफुद्दीन मस्जिद एशिया प्रशांत के सबसे खूबसूरत मस्जिदों में से एक है। इसे 1958 में संयोजित किया गया था। इस्लामिक मस्जिद ब्रूनेई के सल्तनत की राजधानी बंदर सेरी बेगवान में स्थित है। इस मस्जिद को काम्पोंग अयर में ब्रुनेई नदी के तट पर एक कृत्रिम लैगून में बनाया गया है और यह मस्जिद बड़ी संख्या में वृक्षों और पुष्प उद्यानों से घिरी हुई है।
हसन II मस्जिद
मोरक्कोत के कासाब्लांका में बनी है हसन II मस्जिद। ये इस देश में बनी सबसे बड़ी और विश्व की सातवीं सबसे बड़ी मस्जिद है। इसका 60 मंजिल जितना 210 मीटर ऊंचा मीनार विश्वे में सबसे ऊंचा हैं और ये 1993 में र्निमित हुई थी। इसकी मीनार पर लेसर लाइट लगी है जो मक्का की ओर इशारा कर रही हैं। जो दिखने में बेहद खुबसूरत हैं।
जहीर मस्जिद
जहीर मस्जिद केदाह की राजकीय मस्जिद है। मलेशिया के केदाह में राजधानी अलोर स्टाहर के मध्य3 में स्थितत है। ये मलेशिया की सबसे पुरानी और विशालकाय मस्जिद है। इसका र्निमाण 1912 में किया गया था। ये दुनिया की खुबसूरत मस्जिदों में से एक हैं।
ताज उल मस्जिद
भारत के भोपाल में बनी ताज उल मस्जिद का अर्थ है, मस्जिदों का ताज। इस मस्जिद का निर्माण शाहजहां बेगम ने करवाया था। दिन में इस मस्जिद का उपयोग मदरसे के रूप में भी होता है। ये एशिया की सबसे बड़ी मस्जिदों में एक है। गुलाबी रंग की इस मस्जिद में दो अष्टिकोणीय मीनार हैं।