आगरा: नोएडा अथॉरिटी के चर्चित चीफ इंजीनियर यादव सिंह की पत्नी कुसुमलता के नाम पर आगरा में एक भी संपत्ति नहीं है। यह जानकारी एक जांच रिपोर्ट में सामने आई है जिसे निबंधन विभाग द्वारा प्रशासन को भेजा गया है।
दरअसल, केंद्र सरकार ने आगरा प्रशासन से यादव सिंह की फरार चल रही पत्नी कुसुमलता के नाम पर आगरा थाना सदर इलाके में स्थित चार संपत्तियों की जांच कर प्रशासन से रिपोर्ट मांगी थी। जिसके बाद प्रशासन ने तेजी से शिकंजा कसना शुरू कर दिया। हालांकि, रजिस्ट्री कार्यालय के अनुसार इन चारों संपत्तियों में से कोई भी कुसुमलता के नाम पर नहीं है। फिर वो मालिक कैसे बन गयीं, इसकी जांच की जा रही है।
जेल में बंद है यादव सिंह
गौरतलब है, कि यादव सिंह पर नोएडा अथॉरिटी के चीफ इंजीनियर पद पर रहते हुए बेनामी और अवैध संपत्ति बनाने का आरोप है। वर्तमान में यादव सिंह जेल में बंद है। मामले की जांच सीबीआई कर रही है। उसकी पत्नी कुसुमलता काफी समय से फरार चल रही है। सीबीआई उनकी तलाश में जुटी हुई है।
रिपोर्ट में ये आया सामने
बीते दिनों केंद्र सरकार ने जिला मजिस्ट्रेट को पत्र भेजकर यादव सिंह की पत्नी कुसुमलता के नाम पर आगरा के सदर थाना क्षेत्र में स्थित चार संपत्तियों के संबंध में रिपोर्ट मांगी थी। यह संपत्ति थाना सदर अंतर्गत नंदपुरा में बताई गई है। इस संबंध में एडीएम सिटी कामता प्रसाद ने एआईजी निबंधन को पत्र भेजा था। एआईजी के निर्देश पर सब रजिस्ट्रार तृतीय ने इन संपत्तियों की जांच कर रिपोर्ट दी है। इसमें कहा गया है कि आगरा में एक भी प्रॉपर्टी कुसुमलता के नाम पर नहीं है। जो नंबर दिए गए हैं, रजिस्ट्री निबंधन विभाग में वो दर्ज नहीं है। अब सवाल उठता है कि आखिर कुसुमलता इन संपत्तियों की मालिक कैसे बन गयीं? अभी जांच जारी है।
बैनामा हुआ ही नहीं
एआईजी निबंधन निरंजन कुमार ने बताया, कि 'कुसुमलता से जुड़ी सपत्तियों के बारे में जानकारी मांगी गई थी। वह प्रशासन को उपलब्ध करा दी गई है। जांच के बाद निकल कर आया कि चारों संपत्तियों का बैनामा रजिस्ट्री कार्यालय में नहीं हुआ है।'