यूपी बोर्ड परीक्षा में नकलचियों की खैर नहीं, जानें पूरा मामला
वर्ष 2020 की हाईस्कूल एवं इण्टरमीडिएट की संस्थागत एवं व्यक्तिगत परीक्षायें 7,784 परीक्षा केन्द्रों पर एक साथ दिनांकः 18 फरवरी, से प्रारम्भ हो रही है। हाईस्कूल की परीक्षाएं कुल 12 दिवसों में पूरी होकर आगामी 3 मार्च, तथा इण्टरमीडिएट की परीक्षाएं कुल 15 दिनो में पूरी होकर 6 मार्च, को खत्म होंगी।
लखनऊ: वर्ष 2020 की हाईस्कूल एवं इण्टरमीडिएट की संस्थागत एवं व्यक्तिगत परीक्षायें 7,784 परीक्षा केन्द्रों पर एक साथ दिनांकः 18 फरवरी, से प्रारम्भ हो रही है। हाईस्कूल की परीक्षाएं कुल 12 दिवसों में पूरी होकर आगामी 3 मार्च, तथा इण्टरमीडिएट की परीक्षाएं कुल 15 दिनो में पूरी होकर 6 मार्च, को खत्म होंगी।
वर्ष 2017 से पहले इन परीक्षाओं को सम्पन्न कराने में एक माह से भी अधिक समय लगता था। वर्ष 2020 की बोर्ड परीक्षा में हाईस्कूल के 1660738 छात्र तथा 1361869 छात्राएं (कुल-3022607) एवं इण्टरमीडिएट के 1463390 छात्र तथा 1121121 छात्राएं (कुल-2584511) सम्मिलित होंगे। हाईस्कूल एवं इण्टरमीडिएट परीक्षा में सम्मिलित हो रहे कुल 5607118 परीक्षार्थियों में से 5516787 संस्थागत एवं 90331 व्यक्तिगत् परीक्षार्थी हैं।
कक्षा-9 व 11 के विद्यार्थियों का आधार नम्बर सहित ऑनलाइन अग्रिम पंजीकरण कराने से व्यक्तिगत परीक्षार्थी के रूप में पंजीकरण कराने वाले छात्रध्छात्राओं की संख्या वर्ष 2020 में मात्र 90,331 रह गयी, जबकि 2017 में यह संख्या 3,53,106 थी।
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2020 में बाह्य प्रदेशों के परीक्षार्थियों की संख्या मात्र 5946 रह गयी
इसके अन्तर्गत बाह्य प्रदेशों से 2017 में पंजीकरण कराने वाले 1,50,209 परीक्षार्थियों के स्थान पर वर्ष 2020 में बाह्य प्रदेशों के परीक्षार्थियों की संख्या मात्र 5946 रह गयी है।
नकल रोकने के लिए वर्ष 2018 में नकल के 3233 प्रकरण प्रकाश में आये जबकि वर्ष 2019 में मात्र 1182 प्रकरण ही सामने आये। इसी प्रकार वर्ष 2018 में 12.25 लाख किन्तु वर्ष 2019 में 6.69 लाख परीक्षार्थियों द्वारा परीक्षा छोड़ी गयी। वर्ष 2019 में स्क्रुटिनी के 2240 तथा मार्कशीट संशोधन के 1745 प्रकरण आये हैं।
नकल रोकने हेतु किये गये बहुआयामी प्रयासों के कारण गत् वर्ष की तुलना में इस वर्ष 2020 की हाईस्कूल की परीक्षा में 1,69,980 तथा इण्टरमीडिएट की परीक्षा में 18,658 कुल 1,88,638 परीक्षार्थियों की कमी हुयी है।
वर्ष 2020 की बोर्ड परीक्षा नकलविहीन कराने के लिए राज्य स्तर व प्रत्येक जनपद पर कन्ट्रोल एवम् मानीटरिंग सेंटर की स्थापना की गयी है। राज्य स्तरीय कन्ट्रोल एवम् मानीटरिंग सेंटर में 60 कार्मिक एवं 60 कम्प्यूटर संस्थापित किये गये हैं, जिनसे प्रदेश के समस्त परीक्षा केन्द्रों एवं जनपद स्तरीय कन्ट्रोल एवम् मानीटरिंग सेंटर की लाइव मॉनीटरिंग की जायेगी।
नकल की सम्भावनाओं पर अंकुश लगाने के लिए प्रश्नपत्रों को खोलने की कार्यवाही सीस0टीवी कैमरे की निगरानी में की जायेगी तथा संकलन केन्द्रों एवं स्ट्रांग रूम पर 24 घंण्टे निगरानी के लिए सशस्त्र बल एवं सीसीटीवी कैमरे की व्यवस्था की गयी है।
परीक्षा केन्द्रों के आस-पास 100 मीटर के दायरे में सख्ती
परीक्षा केन्द्रों के आस-पास 100 मीटर की परिधि में और आवश्यकता पडने पर उसके बाहर भी समाज विरोधी तत्वों अथवा वाह्य व्यक्तियों को एकत्र न होने देने हेतु जिला प्रशासन को दण्ड प्रक्रिया संहिता के अन्तर्गत धारा-144 लागू करने सहित अन्य सभी एहतियाती उपाय करने को कहा गया हैं।
वर्ष 2020 की बोर्ड परीक्षा में उत्तर पुस्तिकाओं के कवर पृष्ठ को बदलने अथवा उत्तर पुस्तिकाओं को बाहर से लिखी हुई अन्य उत्तर पुस्तिकाओं बदलने की सम्भावनाओं आदि पर प्रभावी नियंत्रण के लिए सम्पूर्ण प्रदेश में क्रमांकित उत्तर पुस्तिकाओं की व्यवस्था की गयी है। इस वर्ष प्रथम बार 04 रंगों में उत्तर पुस्तिकाएं भी प्रयोग में लायी जायेगी। इसी प्रकार संवेदनशील जिलों में सिली हुयी उत्तर पुस्तिकाएं भी उपयोग की जायेगी।
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