सीएम योगी की एक कॉल पर मेरठ की एक महिला की अटकी नियुक्ति का रास्ता हुआ साफ़
UP: संगीता की समस्याओं का संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यननाथ ने तत्काकल प्रभाव से मेरठ (Meerut) के आला अधिकारियों को शिकायत का निस्तारण करने के निर्देश दिए।
Lucknow: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh News) में सरकारी नियुक्तियों में लेटलतीफी (delay in government appointments) और जानबूझकर समस्या खड़ी करना कोई नई बात नहीं है। सालों से युवा इसे भूगत रहे हैं। बीते दिनों एक ऐसा ही मामला सामने आया, जिसके त्वरित निपटारे ने एक मिसाल कायम की है। दरअसल, बुलंदशहर की संगीता सोलंकी (sangeet solanki) ने रविवार को सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) के दफ्तर फोन कर कार्यभार ग्रहण कराने में मदद मांगी।
संगीता की समस्याओं का संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यननाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) ने तत्काकल प्रभाव से मेरठ (Meerut) के आला अधिकारियों को शिकायत का निस्तारण करने के निर्देश दिए। महज एक फोन कॉल से हुई शिकायत का संज्ञान लेते हुए उनके शिकायत का समाधान किया गया और उन्हें कार्यभार ग्रहण करवाया गया।
क्या है मामला (what is the matter)
बुलंदशहर की रहने वाली संगीता सोलंकी ने माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन आयोग प्रयागराज द्वारा 2021 में आयोजित'हिंदी' प्रवक्ता पद की लिखित परीक्षा एवं साक्षात्कार उत्तीर्ण की थी। जिसके बाद आयोग द्वारा उन्हें मेरठ के भागीरथी आर्य कन्या इंटर कॉलेज में योगदान के लिए कहा गया। लेकिन नियुक्ति पत्र मिलने के बाद भी उनको प्रबंधक द्वारा कार्यभार ग्रहण नहीं करने दिया जा रहा था।
नियुक्ति के लिए उनसे लिपिक व प्रबंधक की ओर से पैसा मांगा जा रहा था। तब जाकर उन्होंने सूबे के मुखिया का दरवाजा खटखटाया। संगीता सोलंकी की समस्या का निस्तारण करते हुए सीएम ने आला अधिकारियों को निर्देश देते हुए तत्कासल प्रभाव से कार्यभार ग्रहण कराने के आदेश दिए।
सरकारी भर्तियों में लेटलतीफी के कारण युवाओं में आक्रोश
बता दें कि उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh) में भाजपा (BJP) भले ही चुनाव जीत गई हो, लेकिन यहां युवाओं के बीच रोजगार का मुद्दा अभी सबसे ब़ड़ा मुद्दा है। सरकारी भर्तियों में लेटलतीफी के कारण युवाओं में खासा आक्रोश है। ऐसे में योगी सरकार ने जिस तरह इस मामले में त्वरित कार्रवाई कर एक मिसाल पेश की है। उसी प्रकार प्रदेश में अटके पड़े भर्ती प्रकियाओँ में तेजी लाकर युवाओं के आक्रोश को कम करना होगा।