कोरोना से निपटने के लिए यूपी तैयार, सीएम योगी ने 377 धर्मगुरुओं से की बात

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को 75 जनपदों के 377 धर्मगुरुओं के साथ बैठक की। ये बैठक वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये हुई। इसमें कोरोना से निपटने की तैयारियों के संबंध में चर्चा की गई।

Update: 2020-04-05 11:36 GMT

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को 75 जनपदों के 377 धर्मगुरुओं के साथ बैठक की। ये बैठक वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये हुई।

इसमें कोरोना से निपटने की तैयारियों के संबंध में चर्चा की गई। सीएम योगी ने सभी धर्मगुरुओं से आगे आकर कोरोना के खिलाफ जंग में सहयोग करने और इसके प्रति जागरूकता लाने की अपील की है।

सीएम योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समय से इस महामारी को रोकने के लिए जो प्रयास किये, उसी की परिणाम है कि आज हम काफी हद तक सफल हैं। अभी जिस स्टेज में हम हैं, यदि इसे यहीं रोक दिया गया तो दुनिया में यह मानक बन जाएगा।

जिस प्रकार से दुनिया में व्यापक जनहानि हुई है, उसे हम अपने देश में नहीं होने देंगे। यह तभी संभव है जब हम सोशल डिस्टेंसिंग का बखूबी पालन करें।

लोगों को समस्याओं जरूर आई हैं लेकिन यह तात्कालिक है

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 25 मार्च से पूरे देश में लॉकडाउन चल रहा है। इस कारण लोगों को समस्याओं जरूर आई हैं, यह तात्कालिक है। हमें उत्तम भविष्य और स्वास्थ्य के लिए इस तात्कालिक समस्या के अनुरूप दिनचर्या को बनाना ही होगा। जिन राज्यों ने इसका पालन किया है, वहां अच्छे परिणाम आए हैं।

उन्होंने सभी धर्म गुरुओं का आभार व्यक्त किया कि लॉकडाउन के दौरान सभी पर्वों को स्थगित कर दिया गया। नवरात्र और रामनवमी इसके उदाहरण हैं। इसी प्रकार से अनेक मत और मजहब को लोगों ने इसमें सहयोग दिया है। उसी का परिणाम है कि हम इस महामारी को रोकने में सफल हुए हैं।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बीमारी चेहरा देखकर नहीं आती है। किसी का मत-मजहब या संप्रदाय देखकर नहीं आती है। जो उसके प्रति लापरवाह होगा वह उसे अपनी चपेट में ले लेगी।

यह 21 दिनों के लॉकडाउन की सफलता इस बात पर निर्भर करेगी कि आगामी कुछ और दिनों के लिए लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के लिए प्रेरित कर सकेंगे। इसके लिए सभी की सहभागिता जरूरी है।

मंत्रियों और सांसदों से की बात

इससे पूर्व आज दोपहर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के मंत्रियों व सांसदों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में कहा कि 15 अप्रैल को लॉकडाउन के खुलने पर अगर भीड़ एकत्र होना शुरू हो गई तो कोरोना संक्रमण रोकने के लिए किए गए हमारे सारे प्रयासों पर पानी फिर जाएगा।

इसलिए जरूरी है कि हम एक व्यवस्था बनाएं जिसके लिए आप सभी के सहयोग और सुझाव की जरूरत है। उन्होंने सभी मंत्री व सांसदों से लिखकर सुझाव भेजने की अपील की।

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वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में शामिल हुए केंद्रीय कौशल विकास एवं उद्यामिता मंत्री डॉ. महेंद्रनाथ पांडेय ने कहा, 'हमने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात की और उन्होंने हमें राज्य सरकार द्वारा किए गए कार्यों और उठाए गए कदमों के बारे में बताया।

यह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग तकरीबन एक घंटा चली।' उन्होंने बताया कि सांसदों ने मुख्यमंत्री और उनकी सरकार द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना की।

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