सरदार पटेल की प्रतिमा से भी ऊंची इस मूर्ति का निरीक्षण जल्द करेंगे सीएम योगी
योगी आदित्यनाथ राम मंदिर आंदोलन के अगुवाकार रहे स्वर्गीय परमहंस की पुण्यतिथि पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम में शामिल होगें। अयोध्या में बन रहे राजा दशरथ मेडिकल कॉलेज का उद्घाटन भी करेंगे। गुजरात में सरदार पटेल की स्टेच्यू आफ यूनिटी से भी बडी बनने वाली भगवान राम की मूर्ति का भी स्थलीय निरीक्षण करेंगे।
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आगामी 3 अगस्त को एक बार फिर अयोध्या का दौरा कर सकते हैं। इसके पहले वह आठ जुलाई को आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय में 100 छात्रों की क्षमता के छात्रावास का शिलान्यास करने अयोध्या गए थे।
मुख्यमंत्री आदित्यनाथ के इस कार्यक्रम को वैसे तो अभी अन्तिम रूप नही दिया गया है लेकिन बताया जा रहा है कि आगामी 3 अगस्त को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ राम मंदिर आंदोलन के अगुवाकार रहे स्वर्गीय परमहंस की पुण्यतिथि पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम में शामिल होगें। यह कार्यक्रम 3 अगस्त को दिगंबर अखाड़ा में आयोजित होने जा रहा है।
राजा दशरथ मेडिकल कॉलेज का उद्घाटन
इसके अलावा इसी दिन व अयोध्या में बन रहे राजा दशरथ मेडिकल कॉलेज का उद्घाटन भी करेंगे। इसके अलावा अयोध्या में हो रहे अन्य विकास कार्यो के बारे में भी जानकारी और निरीक्षण करेंगे।
अपने अयोध्या दौरे के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुजरात में सरदार पटेल की स्टेच्यू आफ यूनिटी से भी बडी बनने वाली भगवान राम की मूर्ति का भी स्थलीय निरीक्षण करेंगे।
सबसे ऊंची मूर्ति
गौरतलब है कि अयोध्या में सरयू नदी के किनारे भगवान श्रीराम की विश्व में सबसे ऊंची प्रतिमा बनेगी। इस मूर्ति की लंबाई 251 फीट होगी। अयोध्या में प्रस्तावित श्री राम की मूर्ति और उसके आसपास के डिजाइन और प्रारूप को लेकर भी चर्चा हुई। मॉडल भी तैयार की गई है।
अयोध्या में सरयू नदी के किनारे लगभग 100 एकड़ में पूरे इलाके का कायाकल्प किया जाएगा और 251 मीटर ऊंची भगवान श्रीराम की मूर्ति बनाई जाएगी। इसमें 20 मीटर ऊंचा चक्र भी होगा। मूर्ति के नीचे 50 मीटर का बेस होगा। भगवान श्रीराम के हाथ में धनुष, तीर और तरकश होगा।
राम जानकी मार्ग विकसित होगा
इसके अलावा प्रदेश सरकार ने राम जानकी मार्ग को विकसित करने का फैसला किया है। यह मार्ग प्रदेश में श्रीराम जी की जन्म स्थली अयोध्या से शुरू होकर बिहार होते हुए नेपाल में मां जानकी के जन्म स्थल जनकपुरी तक विकसित होगा।
भारत एवं नेपाल के बीच आवागमन की सुविधा के हिसाब से रुपईडीहा चेक पोस्ट के लिए करीब एक किमी में भूमि अधिग्रहण का कार्य हो चुका है। पर्यटकों की सुविधा के लिए जनकपुर और अयोध्या के बीच ट्वीन सिटी एग्रीमेंट किया गया है। जिससे दोनों देशों के बीच बस का संचालन हो रहा है।