Yogi Government 2.0: योगी मंत्रिमंडल में बढ़ सकता है पूर्वांचल का रुतबा, इन चेहरों को मंत्री पद के तोहफे की उम्मीद

Yogi Government 2.0: योगी शुक्रवार को लगातार दूसरी बार प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले हैं। इन दिनों वे अपने मंत्रिमंडल को आखिरी स्वरूप देने की कोशिश में जुटे हुए हैं।

Written By :  Anshuman Tiwari
Published By :  Monika
Update: 2022-03-24 07:59 GMT

सीएम योगी आदित्यनाथ (फोटो साभार: सोशल मीडिया )

Yogi cabinet: उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में भाजपा की प्रचंड जीत के बाद अब हर किसी की निगाहें योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) के दोबारा मुख्यमंत्री बनने और मंत्रिमंडल (Yogi cabinet) के नए चेहरों पर टिकी हुई है। योगी मंत्रिमंडल (Yogi cabinet) के दावेदारों में पूर्वांचल  (Purvanchal) के कई नेताओं का नाम भी लिया जा रहा है। सियासी जानकारों का मानना है कि योगी मंत्रिमंडल में इस बार पूर्वांचल का भी रुतबा बढ़ने की उम्मीद है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी से योगी के पिछले मंत्रिमंडल में तीन चेहरों को शामिल किया गया था। इस बार के चुनाव में वाराणसी की आठों सीटों पर भाजपा को जीत हासिल हुई है और ऐसे में वाराणसी का प्रतिनिधित्व भी बढ़ाए जाने की उम्मीद जताई जा रही है।

दर्जन भर विधायकों के मंत्री बनने की संभावना

योगी शुक्रवार को लगातार दूसरी बार प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले हैं। इन दिनों वे अपने मंत्रिमंडल को आखिरी स्वरूप देने की कोशिश में जुटे हुए हैं। इसी कड़ी में उन्होंने बुधवार को दिल्ली में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा के साथ हुई बैठक में भावी मंत्रियों को लेकर गहन चर्चा की थी। अब माना जा रहा है कि गृह मंत्री अमित शाह के लखनऊ पहुंचने के बाद मंत्रिमंडल की तस्वीर पूरी तरह साफ हो जाएगी।

पूर्वांचल से करीब एक दर्जन से ज्यादा विधायकों के मंत्री बनने की संभावना जताई जा रही है। पूर्वांचल के कई प्रमुख चेहरों को मंत्रिमंडल में शामिल करके जातीय समीकरण साधने की भी कोशिश की जाएगी। सियासी जानकारों का मानना है कि ब्राह्मण, भूमिहार, क्षत्रिय और पिछड़ी जाति से जुड़े राजभर, बिंद व पटेल के साथ ही एससी विधायक भी मंत्री पद पाने की कोशिश में जुटे हुए हैं।

इन नेताओं को मिल सकता है तोहफा

जानकार सूत्रों के मुताबिक विधानसभा चुनाव के दौरान पूर्वांचल के कई जिलों में सक्रिय भूमिका निभाने वाले एमएलसी एके शर्मा की ताजपोशी होने की भी संभावना है। पूर्वांचल के पटेल नेताओं में मिर्जापुर के रमाशंकर पटेल व अनुराग पटेल के अलावा रोहनिया से चुनाव जीतने वाले डॉक्टर सुनील पटेल और सेवापुरी के विधायक नीलरतन पटेल का नाम मंत्री पद के दावेदारों में प्रमुखता से शामिल है।

क्षत्रिय विधायकों में बलिया सदर विधानसभा सीट से चुने गए दयाशंकर सिंह का नाम प्रमुखता से लिया जा रहा है। दयाशंकर सिंह ने इस बार सपा के नारद राय को हराकर चुनाव जीता है। सैयदराजा से चुने गए सुशील सिंह का नाम भी दावेदारों की सूची में शामिल है।

एससी विधायकों में इन नामों की चर्चा

मऊ की मधुबन विधानसभा सीट से चुने गए रामविलास चौहान और मझवां के डॉक्टर विनोद बिंद भी मंत्री बनने की जुगत में लगे हुए हैं। मंत्रिमंडल में एससी जाति को भी साधने की कवायद की जाएगी और इस कड़ी में वाराणसी की अजगरा सीट से चुनाव जीतने वाले टी राम, सोनभद्र की दुद्धी सीट से जीतने वाले रामदुलार, ओबरा से चुने गए संजीव कुमार और मिर्जापुर के राहुल कोल का नाम लिया जा रहा है।

पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र से कई दावेदार

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के जनप्रतिनिधियों पर भी सबकी निगाहें लगी हुई हैं। पूर्वांचल के अन्य जिलों में भले ही भाजपा का प्रदर्शन अच्छा न रहा हो मगर 2017 की तरह इस बार भी भाजपा वाराणसी की आठों विधानसभा सीटें जीतने में कामयाब रही है। योगी के पिछले मंत्रिमंडल में वाराणसी से अनिल राजभर को कैबिनेट मंत्री बनाया गया था जबकि रविंद्र जायसवाल और डॉक्टर नीलकंठ तिवारी भी मंत्रिमंडल में जगह पाने में कामयाब रहे थे।

इस बार भी इन तीनों नेताओं को प्रमुख दावेदार माना जा रहा है। इन तीनों के अलावा नीलरतन पटेल और टी राम का नाम भी प्रमुखता से लिया जा रहा है। अब सबकी निगाहें शुक्रवार को होने वाले शपथ ग्रहण पर लगी हुई हैं कि आखिर किन चेहरों को मंत्री पद का तोहफा मिलता है।

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