मुख्तार के दोनों बेटे इनामी अपराधी घोषित, बाहुबली का भी वारंट तैयार

लखनऊ के पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडेय की ओर से इनामी राशि की घोषणा की गई है। यह कार्रवाई राजधानी लखनऊ के डालीबाग इलाके में सरकारी जमीन पर अवैध निर्माण करने के मामले में की गई है।

Update:2020-09-16 10:19 IST
लखनऊ के पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडेय की ओर से इनामी राशि की घोषणा की गई है।

लखनऊ: प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर पुलिस ने बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी और उसके दोनों बेटों पर शिकंजा कस दिया है। मुख्तार अंसारी का वारंट बी तैयार कराने के साथ ही उसके दोनों बेटों अब्बास व उमर पर 25-25 हजार का इनाम घोषित किया गया है। लखनऊ के पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडेय की ओर से इनामी राशि की घोषणा की गई है। यह कार्रवाई राजधानी लखनऊ के डालीबाग इलाके में सरकारी जमीन पर अवैध निर्माण करने के मामले में की गई है।

अवैध निर्माण के मामले में कार्रवाई

पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडे ने बताया कि हजरतगंज क्षेत्र के डालीबाग इलाके में निष्क्रांत जमीन पर कब्जा करके दो टावरों का निर्माण कराने के मामले में मुख्तार और उसके बड़े बेटे अब्बास और छोटे बेटे उमर के खिलाफ एफआईआर दर्ज है। इस मामले में एलडीए की ओर से 27 अगस्त को कार्रवाई की गई थी और दोनों टावरों को ढ़हा दिया गया था।

 

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जियामऊ इलाके के लेखपाल सुरजन पाल की ओर से इस मामले में मुख्तार अंसारी और उसके बेटों समाज के खिलाफ हजरतगंज कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया गया था। इस मामले में तीनों के खिलाफ साजिश रचने, जालसाजी और जमीन पर अवैध कब्जा करने का आरोप लगाया गया है।

फर्जी दस्तावेजों से हुआ था निर्माण

इस एफआईआर में सुरजन पाल ने आरोप लगाया है की जिस जमीन पर मुख्तार के बेटों ने टावर बनवाए थे, वह मोहम्मद वसीम की थी। वसीम के 1952 में पाकिस्तान चले जाने के बाद यह संपत्ति निष्क्रांत के रूप में दर्ज की गई थी मगर मुख्तार के बेटों में जमीन का फर्जी दस्तावेज तैयार कराकर दो टावरों का निर्माण करा लिया। उन्होंने जमीन पर एक मस्जिद भी बना ली थी। इस बाबत हजरतगंज पुलिस का कहना है कि मुख्तार कआ दी वारंट बी तैयार है और कोर्ट के आदेश पर आगे की कार्रवाई होगी।

 

मुख्तार की बीवी व सालों पर लगा गैंगस्टर

पुलिस की ओर से इन दिनों मुख्तार अंसारी और उसके गिरोह के सदस्यों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का सिलसिला जारी है। मुख्तार अंसारी की पत्नी आफसा अंसारी उसके सालों शरजील रजा और अनवर शहजाद पर गैंगस्टर की कार्रवाई की गई है। इन सभी के खिलाफ गाजीपुर कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया है। इन पर मुख्तार के साथ मिलकर संगठित आपराधिक गिरोह के रूप में काम करने का आरोप लगाया गया है।

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सालाना 48 करोड़ की कमाई बंद

हाल के दिनों में योगी सरकार ने प्रदेश में माफिया गिरोहों का फंदा कस दिया है। इसी सिलसिले में बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी और उसके गिरोह के आर्थिक साम्राज्य पर भी चोट की गई है। पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अब तक मुख्तार गिरोह की सालाना 48 करोड़ रुपए की कमाई बंद की जा चुकी है। मुख्तार गिरोह के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई अभी जारी है और पूर्वांचल में पुलिस ने मुख्तार के गुर्गों पर शिकंजा कस दिया है।

इन अवैध धंधों में लगा हुआ है गिरोह

पुलिस ने वाराणसी जोन के अंतर्गत आने वाले विभिन्न जिलों में मुख्तार गिरोह के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है। पुलिस की ओर से की गई कार्रवाई में गिरोह बनाकर वसूली, प्रतिबंधित मछली कारोबार, कोयला कारोबार, बूचड़खाना और स्टोरेज सहित अन्य अवैध धंधों पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है।

पुलिस सूत्रों के मुताबिक मछली कारोबार से ही मुख्तार गिरोह साल भर में करीब 33 करोड़ रुपए की कमाई कर रहा था। बाकी कमाई अन्य धंधों से की जा रही थी। मुख्तार का पूरा गिरोह इन अवैध धंधों के संचालन में लगा हुआ था।

अवैध कब्जे से मुक्त हुई 120 करोड़ की जमीन

पुलिस के मुताबिक गाजीपुर, आजमगढ़ और मऊ जिले में मुख्तार गिरोह के कब्जे से काफी जमीन मुक्त कराई गई है। सूत्रों के मुताबिक करीब 120 करोड़ रुपए की संपत्ति गिरोह के अवैध कब्जे से मुक्त कराई जा चुकी है।

पूर्वांचल के विभिन्न जिलों में गिरोह का अवैध धंधा संभालने वालों के खिलाफ शिकंजा कस दिया गया है। अभी तक ऐसे 100 लोगों की गिरफ्तारी की जा चुकी है और इनमें से 78 के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया है।

 

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गिरोह के 81 असलहों के लाइसेंस रद्द

मुख्तार गिरोह के पास मौजूद असलहों को लेकर भी कार्रवाई शुरू कर दी गई है और अभी तक 81 असलहों के लाइसेंस रद्द कराए गए हैं। इस मामले में दोषियों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया गया है। मुख्तार के कई करीबियों ने अपने खिलाफ दर्ज मुकदमों को छिपाकर असलहों का लाइसेंस हासिल कर रखा था।

रिपोर्टर- अंशुमान तिवारी

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