सपा सरकार में अयोध्या में बना प्रवेश द्वार गिराया जाएगा, वजह जान चौंक जाएंगे

सपा सरकार में अयोध्या में बनाया गया प्रवेश द्वार गिराया जाएगा। बीजेपी के नेताओं का आरोप है इसका निर्माण मानकों के विपरीत किया गया था। हाल में हुई बरसात के दौरान इस प्रवेश द्वार का कुछ हिस्सा टूट कर लटक गया था, जिसको नगर निगम द्वारा बीती रात ही तोड़कर हटा दिया गया।

Update:2020-08-25 18:56 IST
अयोध्या के प्रवेश द्वार की फाइल फोटो

अयोध्या: सपा सरकार में अयोध्या में बनाया गया प्रवेश द्वार गिराया जाएगा। बीजेपी के नेताओं का आरोप है इसका निर्माण मानकों के विपरीत किया गया था। हाल में हुई बरसात के दौरान इस प्रवेश द्वार का कुछ हिस्सा टूट कर लटक गया था, जिसको नगर निगम द्वारा बीती रात ही तोड़कर हटा दिया गया।

अयोध्या के मेयर का कहना है कि इस प्रवेश द्वार को लेकर कई तरह की शिकायतें थीं। मानक के विपरीत भी समाजवादी सरकार ने इस प्रवेश द्वार को बनाया था, जिसमें सड़क चौड़ी और द्वार छोटा था, इसलिए इस प्रवेश द्वार को पूरी तरह गिराया जा रहा है।

ऐसा प्रवेश द्वार होना चाहिए जो राम मंदिर और अयोध्या के अनुरूप हो लेकिन सबसे बड़ा सवाल है कि इस पर खर्च पैसे का क्या और अगर मानक के विपरीत बना था तो इसके लिए जिम्मेदार कौन है, क्या इसका भी निर्धारण होगा।

अयोध्या के प्रवेश द्वार की फाइल फोटो

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राजनीति की भेंट चढ़ गया अयोध्या का प्रवेश द्वार

बता दें कि समाजवादी पार्टी सरकार द्वारा अयोध्या के नया घाट क्षेत्र स्थित प्रवेश मार्ग पर श्री राम प्रवेश द्वार बनाने की योजना राजनीति की भेंट चढ़ गई। इस निर्माणाधीन द्वार को तोड़ने के लिए जेसीबी मशीन लगाये जाने के साथ ही इस पर खर्च 50 लाख रुपए भी बर्बाद हो गए।

इस प्रवेश द्वार का निर्माण दो करोड़ की लागत से किया गया था। प्राप्त जानकारी के अनुसार अयोध्या प्रवेश द्वार पर 50 लाख रुपए समाजवादी पार्टी सरकार में ही खर्च हो गए थे।

सपा सरकार जाने और भारतीय जनता पार्टी की सरकार आने के साथ ही इस प्रवेश द्वार को लेकर कई शिकायतें हुई जिसमें मानक के विपरीत संकरा प्रवेश द्वार बनाने और इससे भीड़ के समय दुर्घटना होने की आशंका व्यक्त की गई।

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भगवान श्री राम की प्रतीकात्मक फोटो

गेट के निर्माण को लेकर तमाम तरह की शिकायतें आई थी सामने

बता दें कि इस गेट के निर्माण के बाद से तमाम तरह की शिकायतें समय-समय पर सामने आती रही। वहीं अभी हाल में हुई बरसात के दौरान इस प्रवेश द्वार का कुछ हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया था, जिसको नगर निगम द्वारा बीती रात ही तोड़कर हटा दिया गया।

इस पूरे मामले पर अयोध्या के मेयर का कहना है कि इस प्रवेश द्वार को लेकर कई तरह की शिकायतें थीं। मानक के विपरीत भी समाजवादी सरकार ने इस प्रवेश द्वार को बनाया था, जिसमें सड़क चौड़ी और द्वार छोटा था, इसलिए इस प्रवेश द्वार को पूरी तरह गिराया जा रहा है।

ऐसा प्रवेश द्वार होना चाहिए जो राम मंदिर और अयोध्या के अनुरूप हो लेकिन सबसे बड़ा सवाल है कि इस पर खर्च पैसे का क्या और अगर मानक के विपरीत बना था तो इसके लिए जिम्मेदार कौन है, क्या इसके लिए किसी की जवाबदेही भी तय होगी।

5 अगस्त को पीएम मोदी आए थे अयोध्या

गौरतलब है कि पांच तारीख को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर के निर्माण के लिए अयोध्या में भूमि पूजन किया था। हर साल अयोध्या में 4 पारंपरिक मेलों का आयोजन होता हैं, जिसमें काफी तादाद में श्रद्धालुओं की भीड़ जमा होती हैं।

ऐसा कहा जाता है कि एक बार मेले के दौरान ही गेट पर इतनी ज्यादा भीड़ जमा हो गई कि एक श्रद्धालु की जान चली गई। यूपी में जैसे ही सत्ता बदली और योगी आदित्यनाथ यूपी के सीएम बने। बीजेपी ने इस मुद्दे को सीएम योगी के समक्ष रखा। जिसके बाद से योगी सरकार ने इस गेट को गिराने का फैसला किया है।

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