50 लाख श्रमिकों को प्रतिदिन रोजगार देगी योगी सरकार, ये है प्लान

योगी आदित्याथ ने कृषि विज्ञान केन्द्रों के माध्यम से किसानों के खेती के विविधीकरण हेतु प्रशिक्षण दिलाये जाने पर भी बल दिया है। उन्होंने बताया कि ग्राम्य विकास विभाग की ओर से कोविड केयर फण्ड में 3 करोड़ 70 लाख रुपये की धनराशि दी गई है।

Update: 2020-05-12 12:48 GMT

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्याथ ने कहा है कि प्रदेश में बड़ी संख्या में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम इकाइयां हैं। इन इकाइयों तथा मनरेगा के माध्यम से बड़ी संख्या में रोजगार पैदा किया जा सकता है। इस समय महात्मा गांधी नरेगा योजना में प्रतिदिन लगभग 20 लाख रोजगार दिये जा रहे हैं, इसे बढ़ाकर प्रतिदिन 50 लाख श्रमिक किये जाने की आवश्यकता है। प्रदेश में फूलों की खेती की जाती है और फूलों से धूप व इत्र आदि बनाया जा सकता है।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि बेसिक शिक्षा में 1.80 करोड़ विद्यार्थी अध्ययनरत हैं, जिन्हें स्कूल ड्रेस, स्वेटर आदि उपलब्ध कराया जाता है। उन्होंने ग्रामीण व शहरी आजीविका मिशन को प्रभावी ढंग से संचालित के लिए कहा कि मिशन से जुड़े महिला स्वयंसेवी समूहों की सदस्यों को प्रशिक्षण देकर इन कार्याें से जोड़ा जाए।

योगी आदित्याथ ने कृषि विज्ञान केन्द्रों के माध्यम से किसानों के खेती के विविधीकरण हेतु प्रशिक्षण दिलाये जाने पर भी बल दिया है। उन्होंने बताया कि ग्राम्य विकास विभाग की ओर से कोविड केयर फण्ड में 3 करोड़ 70 लाख रुपये की धनराशि दी गई है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि सभी जरूरतमंद और पात्र लोगों को राशन कार्ड दिए जाएं। राज्य में आने वाले सभी प्रवासी कामगारों एवं श्रमिकों को चरणबद्ध ढंग से राशन कार्ड उपलब्ध कराने की व्यवस्था की जाए।

प्रवासी कामगारों एवं श्रमिकों सहित किसी भी जरूरतमंद के पास राशन कार्ड न होने पर भी उन्हें खाद्यान्न उपलब्ध कराया जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि किसी को भी भोजन अथवा खाद्यान्न की समस्या न होने पाए। उन्होंने कहा कि कोरोना पर नियंत्रण में निगरानी समितियों की बड़ी भूमिका है।

क्या करेंगी निगरानी समितियां

इसलिए सभी ग्राम पंचायतों तथा शहरी निकायों में वाॅर्ड स्तर पर बेहतर सर्विलांस के लिए निगरानी समितियों को सक्रिय किया जाए। निगरानी समितियां होम क्वारंटीन की अवधि में प्रवासी कामगारों एवं श्रमिकों के सर्विलांस का कार्य करेंगी।

निगरानी समितियों के द्वारा यह भी सुनिश्चित कराया जाए कि कोई भी बाहरी व्यक्ति यदि चोरी-छिपे उनके क्षेत्र में आए तो वे प्रशासन को सूचित करें।

बाद में, निगरानी समितियां वृक्षारोपण तथा खाद्यान्न वितरण में भी उपयोगी भूमिका निभा सकती हैं। निगरानी समितियों के कार्य के लिए एक मैकेनिज्म तैयार करने के लिए इस समिति में ग्राम प्रधान, ग्राम चैकीदार, आशा वर्कर स्वच्छाग्रही, युवक मंगल दल तथा नेहरू युवा केन्द्र के सदस्यों को शामिल किया जाए।

लखनऊ से श्रीधर अग्निहोत्री की रिपोर्ट

Tags:    

Similar News